जेएनयू हिंसाः छात्रसंघ अध्यक्ष आईशी घोष समेत 19 लोगों पर मामला दर्ज

जेएनयू हिंसा मामले में प्रशासन की शिकायत पर छात्रसंघ अध्यक्ष आईशी घोष और अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. इन पर कथित तौर पर चार जनवरी को जेएनयू के सर्वर रूम में तोड़फोड़ करने और सुरक्षा गार्डों पर हमला करने का आरोप है.

एचआरडी मंत्रालय ने जेएनयू प्रशासन के अधिकारियों के साथ की बैठक, वीसी नहीं हुए शामिल

जेएनयू के कुलपति एम. जगदीश को हटाने की मांग तेज. पांच जनवरी को हुई हिंसा की दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच करेगी जांच. हिंसा के बाद कैंपस में डर का माहौल.

जेएनयू पर हमले की कहानी, चश्मदीदों की ज़ुबानी

रविवार को देर शाम जेएनयू में बड़ी संख्या में बाहर से आए नकाबपोश लोगों ने छात्रों और शिक्षकों पर हमला किया. इस दौरान जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष आईशी घोष समेत कई छात्रों और शिक्षकों को गंभीर चोटें आईं.

जेएनयू हिंसा अमित शाह के संरक्षण में हुई, मामले की न्यायिक जांच हो: कांग्रेस

जेएनयू परिसर में रविवार देर रात उस वक्त हिंसा भड़क गयी थी, जब लाठियों से लैस कुछ नकाबपोश लोगों ने छात्रों और शिक्षकों पर हमला किया था और परिसर में संपत्ति को नुकसान पहुंचाया था जिसके बाद प्रशासन को पुलिस को बुलानी पड़ी थी.

छात्रसंघ की अध्यक्ष ने कहा, जेएनयू में हिंसा के लिए कुलपति एम. जगदीश कुमार ज़िम्मेदार

जेएनयू छात्रसंघ की अध्यक्ष आईशी घोष ने कहा कि कुलपति एम. जगदीश कुमार को इस्तीफा देना चाहिए. कैंपस में हुई हिंसा के लिए वह ज़िम्मेदार हैं. शिक्षा मंत्री को उन्हें पद से हटा देना चाहिए. आईशी का कहना है कि हिंसा के दौरान उन्हें ख़ासतौर पर निशाना बनाया गया.

क्या जेएनयू में हमले की योजना बना रहे वॉट्सऐप मैसेज वाले नंबर एबीवीपी कार्यकर्ताओं के हैं?

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वॉट्सऐप मैसेज इस ओर इशारा करते हैं कि जो लोग नकाब पहनकर जेएनयू कैंपस में घुसे थे वे एबीवीपी के नेता और कार्यकर्ता हो सकते हैं.

पॉन्डिचेरी से ऑक्सफोर्ड तक के विश्वविद्यालय परिसरों में जेएनयू हिंसा के ख़िलाफ़ प्रदर्शन

ऑक्सफोर्ड और कोलंबिया विश्वविद्यालय में छात्रों ने एकजुटता दिखाते हुए मार्च किया और परिसर में छात्रों की सुरक्षा की मांग की. अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में छात्रों ने जेएनयू में हुई हिंसा का विरोध किया.

जेएनयू हिंसाः छात्रसंघ ने कहा- ग़ुंडे की तरह बर्ताव कर रहे हैं वीसी जगदीश कुमार

जेएनयू में रविवार देर रात छात्रों और शिक्षकों पर हुए बर्बर हमले के बाद जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्रसंघ ने वाइस चांसलर एम. जगदीश कुमार को इस घटना का ज़िम्मेदार ठहराते हुए कहा है कि या तो वीसी इस्तीफ़ा दें या मानव संसाधन विकास मंत्रालय उन्हें पद से हटाए.

जेएनयू हिंसा: साबरमती हॉस्टल के वॉर्डन का इस्तीफा, कहा- हम बच्चों को सुरक्षा नहीं दे पाए

बीते रविवार की रात कुछ नकाबपोश लोग जेएनयू कैंपस में घुस आए और विभिन्न हॉस्टलों में तोड़फोड़ की और छात्रों को बर्बर तरीके से पीटा. इस हिंसा में जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष आईशी घोष समेत कुल 26 लोग घायल हुए हैं. छात्रों एवं शिक्षकों का आरोप है कि जिन लोगों ने हमला किया वो एबीवीपी और दक्षिणपंथी समूहों से जुड़े हुए हैं.

जेएनयू हिंसाः दिल्ली पुलिस ने अज्ञात लोगों के ख़िलाफ़ एफआईआर दर्ज की

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के कैंपस में रविवार देर शाम नकाबपोश भीड़ घुसी और कई हॉस्टलों में घुसकर छात्र-छात्राओं को डंडे और रॉड से पीटा गया. जेएनयू छात्रसंघ का कहना है कि एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने परिसर में छात्रों और शिक्षकों से मारपीट की.

जेएनयू परिसर में हिंसा, नकाबपोशों के हमले में छात्रसंघ अध्यक्ष समेत शिक्षक और छात्र घायल

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्रसंघ का कहना है कि रविवार देर शाम एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने परिसर के कई हॉस्टलों में घुसकर छात्र-छात्राओं को डंडे और रॉड से पीटा है. छात्रों को बचाने आए शिक्षकों के साथ भी मारपीट हुई. एबीवीपी ने आरोपों से इनकार करते हुए वाम छात्र संगठनों पर लगाया हिंसा का इल्ज़ाम.

जेएनयू: वॉट्सऐप पर परीक्षा के विकल्प पर शिक्षक संघ ने राष्ट्रपति को पत्र लिखा

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को भेजे गए पत्र में शिक्षक संघ ने लिखा है कि वॉट्सऐप से इम्तिहान लेने के प्रशासन के फ़ैसले से जेएनयू दुनिया भर के अकादमिक जगत में मज़ाक का पात्र बन जाएगा.

रोमिला थापर समेत 12 प्रोफेसर एमेरिटस से बायोडाटा देने को कहा गया है: जेएनयू प्रशासन

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय ने स्पष्ट किया कि उसने यह पत्र किसी की सेवा को खत्म करने के लिए नहीं बल्कि विश्वविद्यालय की सर्वोच्च वैधानिक निकाय कार्यकारी परिषद द्वारा समीक्षा करने की जानकारी देने के लिए लिखा है और ऐसा अन्य प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों जैसे एमआईटी और प्रिसंटन विश्वविद्यालय में भी होता है.

गर्व है कि वीसी ने रोमिला थापर को बुलाकर कोरे कागज पर नाम लिख के दिखाने को नहीं कहा

किसी यूनिवर्सिटी के बर्बाद होने का जितना सामाजिक और राजनीतिक समर्थन भारत में मिलता है, उतना कहीं नहीं मिलेगा. हम बगैर गुरुओं के भारत को विश्व गुरु बना रहे हैं. रोमिला थापर को भारत को विश्व गुरु बनाने के प्रोजेक्ट में सहयोग करना चाहिए. बस इतनी गुज़ारिश है कि सीवी में अंग्रेज़ी थोड़ी हल्की लिखें वरना उन पर संस्कृत की उपेक्षा का इल्ज़ाम लग सकता है.

अनिवार्य हाज़िरी पर छात्रों से लिए गए हलफ़नामे पर अमल नहीं करे जेएनयू: अदालत

दिल्ली हाईकोर्ट ने जेएनयू प्रशासन से कहा कि जब अनिवार्य अटेंडेंस का मामला न्यायालय में विचाराधीन है तो फिर छात्रों से हलफ़नामा लेने की क्या ज़रूरत थी.