स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि देश के इन 22 ज़िलों में से सात केरल, दो महाराष्ट्र और बाकी पूर्वोत्तर राज्यों में हैं. नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने कहा कि यह कहना ग़लत होगा कि कोविड-19 वायरस की दूसरी लहर समाप्त हो गई है. हो सकता है कि हम थक गए हो, लेकिन यह वायरस नहीं थका. इस हल्के में नहीं लिया जा सकता.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि कोरोना वायरस के क़रीब 15 फीसदी मरीज़ ही गंभीर रूप से बीमार हो रहे हैं और करीब पांच फीसदी की हालत बेहद नाज़ुक हो जाती है.
कोरोना वायरस के मद्देनज़र देश में लागू लॉकडाउन के चलते ज़रूरी दवाओं की भी घर पर आपूर्ति की अनुमति दी गई है. सरकारी आदेश के अनुसार, ऐसी दवाएं जिन्हें लोगों के घरों तक पहुंचाया जाएगा, उन्हें किसी योग्य डॉक्टर के पर्चे के बिना नहीं ख़रीदा जा सकेगा.