केरल में 1983 से लेकर सितंबर 2009 के दरमियान 91 राजनीतिक हत्याएं हुईं. इनमें 31 सदस्य आरएसएस-बीजेपी के, 33 माकपा के और 14 कांग्रेस-आई के मारे गए.
केरल में हिंसा का हल खोजने के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाई गई. जेटली मारे गए आरएसएस कार्यकर्ता के परिजनों से मिले.