चंडीगढ़ में 31 अगस्त 1995 को सिविल सचिवालय के बाहर एक विस्फोट में तत्कालीन मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की मौत हो गई थी. बलवंत सिंह राजोआना ने इस हमले की साज़िश रची थी. बेअंत सिंह के पोते और कांग्रेस सांसद ने रवनीत सिंह बिट्टू ने केंद्र के फैसले पर उठाया सवाल.
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के हत्या में दोषी खालिस्तानी आतंकी जगतार सिंह तारा ने पीठ के दर्द से परेशान होकर कानूनी तौर पर दया मृत्यु की अर्ज़ी दाख़िल की है.