वित्त वर्ष 2022-23 में मनरेगा से 5 करोड़ से अधिक श्रमिकों के नाम हटाए गए

केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री गिरिराज सिंह ने लोकसभा में एक सवाल के लिखित उत्तर में ये आंकड़े उपलब्ध कराए हैं. पश्चिम बंगाल ने वित्त वर्ष 2022-23 में सबसे अधिक 83.36 लाख श्रमिकों के नाम योजना से हटा दिए हैं. दिसंबर 2021 से इस राज्य को इस योजना के लिए केंद्र सरकार से धन नहीं मिला है.

दिल्ली के इस अस्पताल के सफाई कर्मचारी एक साल से प्रदर्शन क्यों कर रहे हैं

नई दिल्ली स्थित कलावती सरन चिल्ड्रेन हॉस्पिटल के लगभग 400 सफाईकर्मियों को 31 मई, 2022 को बिना किसी पूर्व सूचना के नौकरी से निकाल दिया गया था. सभी को वापस काम पर रखने के अदालती आदेश के बावजूद उन्हें बहाल नहीं किया गया. वे 1 जून, 2022 से लगातार अस्पताल के सामने ही प्रदर्शन कर रहे हैं.

‘ग़रीबों से हक़ छीनकर अंबानी-अडानी को दिया जा रहा है’

वीडियो: बीते रविवार को दिल्ली में 'एक वोट पर एक रोज़गार आंदोलन' की तरफ़ से रोज़गार क़ानून, न्यूनतम मज़दूरी एवं पेंशन को लेकर जन संसद का आयोजन किया गया था, जहां आए कर्मचारियों, श्रमिकों और कार्यकर्ताओं ने अपनी विभिन्न मांगें रखीं.

भारतीय श्रमिक अधिक देर तक काम करते हैं, पर कमाते कम हैं: आईएलओ रिपोर्ट

अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन की हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, कुछ उप-सहारा अफ्रीकी देशों को छोड़ दें, तो भारतीय श्रमिक न्यूनतम वेतन पाते हैं. कई बार मज़दूरों को एक हफ्ते में 48 घंटे तक काम करना पड़ता है. यह आंकड़ा चीन में औसतन 46, ब्रिटेन में 36, अमेरिका में 37 और इजराइल में 36 घंटे प्रति हफ्ते का है.

रेल मंत्री अगर ठीक से काम करते, तो ट्विटर पर दिन भर अपना प्रचार नहीं करना पड़ता

कैग ने 2014-15 से लेकर 2016-17 के बीच दिए गए 463 कांट्रैक्ट में काम करने वाले ठेके के मज़दूरों के हालात की समीक्षा की है. रिपोर्ट देखेंगे तो पता चलेगा कि रेलवे बग़ैर किसी मंत्री के चल रहा है. राम भरोसे कहना ठीक नहीं क्योंकि राम भरोसे तो सारा देश चलता है.