मीडिया बोल एपिसोड 78: पांच राज्यों के चुनाव नतीजे, मीडिया और 2019

मीडिया बोल की 78वीं कड़ी में उर्मिलेश वरिष्ठ पत्रकार क़ुर्बान अली और प्रोफेसर विवेक कुमार से पांच राज्यों के चुनाव नतीजों पर चर्चा कर रहे है.

चुनाव परिणाम LIVE: मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी

मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की 15 साल बाद वापसी. राजस्थान में लगातार पांचवीं बार सरकार बदली, भाजपा को मिली हार. तेलंगाना में तेलंगाना राष्ट्र समिति और मिज़ोरम में मिज़ो नेशनल फ्रंट को बहुमत.

मिज़ोरम में 75 फीसदी मतदान: चुनाव उपायुक्त

सबसे ज़्यादा 81 प्रतिशत मतदान सेरछिप सीट पर होने की ख़बर है. इस सीट पर मुख्यमंत्री लाल थानहावला चुनाव लड़ रहे हैं. त्रिपुरा के राहत शिविरों में रह रहे ब्रू समुदाय के लोगों ने भी किया मतदान.

मैं कांग्रेसी हूं और मरते दम तक कांग्रेसी ही रहूंगा: मिज़ोरम के मुख्यमंत्री लाल थानहावला

साक्षात्कार: विधानसभा चुनाव से पहले मिज़ोरम के मुख्यमंत्री लाल थानहावला ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा में जाने की ख़बरों को ख़ारिज करते हुए कहा कि आखिरी समय में वोटरों को भ्रमित करने के लिए ऐसी ख़बरें फैलाई जा रही हैं. विधानसभा चुनाव में पार्टी की रणनीति समेत विभिन्न मुद्दों पर उनसे संगीता बरुआ पिशारोती की बातचीत.

भारी विरोध के बाद मिज़ोरम के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एसबी शशांक हटाए गए

एसबी शशांक की शिकायत के बाद राज्य के प्रधान सचिव (गृह) को हटा दिया गया था, जिसके बाद एसबी शशांक को हटाए जाने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए थे. आशीष कुंद्रा को मिज़ोरम का नया मुख्य निर्वाचन अधिकारी बनाया गया.

नॉर्थ ईस्ट डायरी: भाजपा मिज़ोरम चुनाव प्रभारी ने कहा, ईसाइयों के लिए कभी ख़तरा नहीं रही पार्टी

इस हफ्ते नॉर्थ ईस्ट डायरी में मिज़ोरम, अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा, मेघालय और सिक्किम के प्रमुख समाचार.

चुनाव आयोग का सिर्फ निष्पक्ष होना ही नहीं बल्कि नज़र आना भी ज़रूरी है

पांच राज्यों मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम के विधानसभा चुनाव कार्यक्रम के ऐलान के लिए बुलाये गए संवाददाता सम्मेलन को लेकर मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस द्वारा उठाए गए सवाल गंभीर हैं.

क्या चुनाव आयोग भाजपा का चुनाव प्रभारी बन गया है?

चुनाव आयोग लगातार अपनी विश्वसनीयता से खिलवाड़ कर रही है. गुजरात विधानसभा की तारीख़ तय करने के मामले में यही हुआ. यूपी के कैराना में उपचुनाव हो रहे थे, आचार संहिता लागू थी और आयोग ने प्रधानमंत्री को रोड शो करने की अनुमति दी.