मणिपुर वायरल वीडियो पर भी मोदी की नफ़रती फ़ौज ने फ़र्ज़ी ख़बर से रचा सांप्रदायिकता का माहौल

वीडियो: समाचार एजेंसी एएनआई ने मणिपुर में कुकी समुदाय की महिलाओं को नग्न घुमाने की घटना के संबंध में फ़र्ज़ी ख़बर ट्वीट कर दी. इसमें अब्दुल हिलिम नामक शख़्स को आरोपी बताया गया. यह भी बताया गया कि मणिपुर पुलिस ने उसे गिरफ़्तार कर लिया है. हालांकि उनकी गिरफ़्तारी एक दूसरे मामले में हुई थी. बाद में एएनआई इसे हटा लिया.

मणिपुर: मेईतेई महिला संगठन ने कुकी महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने वाले आरोपी के घर में आग लगाई

बीते 4 मई को मेईतेई पुरुषों की भीड़ द्वारा तीन कुकी महिलाओं पर हमला किया गया, उन्हें नग्न करके घुमाया गया था. महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न भी हुआ था. बुधवार को इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद चार आरोपियों की गिरफ़्तारी हुई है.

मणिपुर के सीएम बोले- महिलाओं के उत्पीड़न वाले वीडियो से राज्य की छवि धूमिल हुई

मणिपुर में दो कुकी महिलाओं के यौन उत्पीड़न का वीभत्स वीडियो सामने आने के बाद मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने इसे लेकर राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन का आह्वान करते हुए कहा कि राज्य के लोग महिलाओं को मां का दर्जा देते हैं, लेकिन कुछ बदमाशों के ऐसा करने से राज्य की छवि ख़राब हुई है.

मणिपुर: महिलाओं को नग्न घुमाने की शिकायत जून में एनसीडब्ल्यू से हुई थी, लेकिन जवाब नहीं मिला था

मणिपुर में जातीय हिंसा भड़कने के अगले दिन 4 मई को थौबल ज़िले में आदिवासी कुकी समुदाय की दो महिलाओं को भीड़ द्वारा नग्न कर घुमाने के अलावा उनके साथ मारपीट और एक महिला के साथ सार्वजनिक तौर पर बलात्कार किया गया था. इसका विरोध करने पर महिला के पिता और भाई की भीड़ ने हत्या कर दी थी.

मणिपुर: भीड़ द्वारा महिलाओं को नग्न घुमाने का वीडियो सामने आया, एक के साथ सामूहिक बलात्कार

मणिपुर में हिंसा से संबंधित एक वीडियो सामने आया है, जिसमें भीड़ द्वारा कुकी समुदाय की दो आदिवासी महिलाओं को नग्न घुमाया जा रहा है. घटना ​3 मई को हिंसा भड़कने के अगले दिन हुई. भीड़ ने पुलिस हिरासत से इन महिलाओं और कुछ ​पुरुषों को क़ब्ज़े में लेकर इस ख़ौफ़नाक घटना को अंजाम दिया था. दो पुरुषों की हत्या कर दी गई थी, जबकि एक महिला से बलात्कार किया गया था.

मणिपुर: भीड़ द्वारा निर्वस्त्र घुमाई गईं महिलाओं ने कहा- पुलिस मौजूद थी, लेकिन मदद नहीं की

मणिपुर हिंसा से संबंधित ख़ौफ़नाक वीडियो में निर्वस्त्र घुमाई गईं महिलाओं में से एक ने कहा कि उन्होंने चार पुलिसकर्मियों को कार में बैठे देखा था, जो हिंसा होते हुए देख रहे थे. उन्होंने हमारी मदद के लिए कुछ नहीं किया. कुकी समुदाय की इस महिला के पिता और भाई को भीड़ ने मार डाला था. ये घटना 3 मई को भड़की जातीय हिंसा के अगले दिन 4 मई की है.

मणिपुर हिंसा: सरकार ने एक रैली को लेकर घाटी के सभी ज़िलों में जारी कर्फ्यू में छूट हटाई

मणिपुर सरकार का यह फैसला क्वैरमबैंड इमा कीथल जॉइंट कोऑर्डिनेटिंग कमेटी फॉर पीस द्वारा सभी से ‘मदर्स प्रोटेस्ट’ रैली को सफल बनाने की अपील के बाद आया है. इसे देखते हुए राजधानी इंफाल शहर में भी सुरक्षा उपाय बढ़ा दिए गए हैं. राज्य में ​बीते 3 मई से जातीय हिंसा जारी है.

ओलंपियन मीराबाई चानू ने प्रधानमंत्री से अपने गृह राज्य मणिपुर में शांति बहाल करने की अपील की

ओलंपिक पदक विजेता मीराबाई चानू ने कहा कि मणिपुर में हिंसा शुरू हुए जल्द ही तीन महीने हो जाएंगे. अधिकारी अभी तक शांति बहाल नहीं कर पाए हैं. हिंसा के कारण बहुत से एथलीट ट्रेनिंग नहीं कर पा रहे हैं और छात्र पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित नहीं कर पा रहे हैं. बहुत से लोगों की जान चली गई और कई घर जलकर ख़ाक हो गए.

बंदूक लाइसेंस देने के मामले में उत्तर प्रदेश, जम्मू कश्मीर देश में सबसे आगे

एक आरटीआई आवेदन के जवाब में मिली जानकारी के अनुसार, देश में सबसे अधिक बंदूक लाइसेंस धारकों वाला राज्य उत्तर प्रदेश है. इसके बाद जम्मू कश्मीर और पंजाब का स्थान है.

मणिपुर हिंसा पर यूरोपीय संघ ने चर्चा की, लेकिन प्रधानमंत्री ने एक शब्द भी नहीं कहा: राहुल गांधी

मणिपुर में पिछले दो महीने से जातीय हिंसा का दौर जारी है. राज्य में अब तक 140 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और लगभग 50 हज़ार लोगों को विस्थापन का सामना करना पड़ा है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘चुप्पी’ पर लगातार सवाल उठा रहे हैं.

पूर्वोत्तर में पिछले 7 वर्षों के दौरान मणिपुर सरकार ने सर्वाधिक बंदूक लाइसेंस जारी किए

वीडियो: मणिपुर में पिछले दो महीने से बहुसंख्यक मेईतेई ​और कुकी समुदाय के बीच जातीय हिंसा जारी है. अब सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत जानकारी मिली है कि पूर्वोत्तर के राज्यों में मणिपुर सरकार ने पिछले 7 साल में सबसे अधिक संख्या में बंदूक के लाइसेंस जारी किए हैं.

बीते 7 सालों में मणिपुर सरकार ने पूर्वोत्तर में सर्वाधिक बंदूक लाइसेंस जारी किए

एक्सक्लूसिव: एक आरटीआई आवेदन के जवाब में द वायर को प्राप्त आंकड़ों से पता चलता है कि हिंसा से जूझ रहे मणिपुर में इस समय 35,117 सक्रिय बंदूक लाइसेंस हैं. यह संख्या दिसंबर 2016 में 26,836 थी.

मणिपुर सरकार ने बताया- राज्य में हिंसा के दौरान अब तक 142 लोगों की मौत

मणिपुर सरकार द्वारा सुप्रीम कोर्ट में सौंपी गई एक स्टेटस रिपोर्ट से पता चला है कि अधिकांश मौतें इंफाल पश्चिम, इंफाल पूर्व और चुराचांदपुर ज़िलों में दर्ज की गई हैं. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि 3 जुलाई तक आगज़नी की 5,053 घटनाएं हुईं और 5,995 एफ़आईआर दर्ज की गई हैं.

मणिपुर के पूर्व राज्यपाल ने कहा- राज्य में स्थिति कश्मीर और पंजाब में देखे गए हालात से भी बदतर

मणिपुर के पूर्व राज्यपाल गुरबचन जगत ने एक लेख में कहा है कि राज्य भर में पुलिस थानों एवं पुलिस शस्त्रागारों पर हमला किया गया है और हज़ारों बंदूकें व भारी मात्रा में गोला-बारूद लूट लिया गया है. जम्मू कश्मीर, पंजाब, दिल्ली, गुजरात के सबसे बुरे समय में भी ऐसा नहीं हुआ था.

त्रिपुरा: ‘पोर्न देखने वाले’ भाजपा विधायक के ख़िलाफ़ विपक्ष ने गंगाजल लेकर प्रदर्शन किया

इस साल मार्च महीने में त्रिपुरा विधानसभा सत्र के दौरान बागबासा निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा विधायक जादब लाल नाथ अपने मोबाइल फोन पर कथित तौर पर पॉर्न देखते हुए पकड़े गए थे. विपक्ष के विधायकों ने शुक्रवार को बजट सत्र के दौरान उनके ख़िलाफ़ कार्रवाई की मांग को लेकर हंगामा किया था.

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