ओडिशा के संभलपुर में हिंसा बीते 12 अप्रैल को हनुमान जयंती समन्वय समिति द्वारा निकाली गई एक मोटरसाइकिल रैली के बाद शुरू हुई थी. 14 अप्रैल को हनुमान जयंती का जुलूस शांतिपूर्ण तरीके से निकालने के लिए पुलिस ने इंतज़ाम किए थे, फिर भी हिंसा भड़क गई थी.
ओडिशा के बरगढ़ क्षेत्र में 14 अप्रैल को आंबेडकर जयंती वाले दिन भीम आर्मी के नेतृत्व में एक बाइक रैली का आयोजन हुआ था. आरोप है इस रैली पर बजरंग दल के 40-50 कार्यकर्ताओं ने लाठी-डंडों और चाकुओं से हमला कर दिया था, जिसमें 25 लोग घायल हो गए थे. आंबेडकरवादियों ने आरोप लगाया है कि पुलिस उन पर समझौता करने का दबाव बना रही है.
घटना केंद्रपाड़ा जिले के पत्तामुंडाई गांव का है. महिलाओं सहित स्थानीय लोगों के एक समूह ने 40 साल की महिला का कथित तौर पर सिर मुंड कर और उसके चेहरे पर कालिख लगाकर उसे सड़कों पर घुमाया. लोगों का आरोप था कि महिला ने एक सरकारी बैंक से ऋण स्वीकृत कराने का वादा करके उन्हें ठगा है.
ओडिशा के मयूरभंज ज़िले का मामला. पुलिस ने बताया कि मृतक की पहचान बालीभोल गांव की 62 वर्षीय जमुना हंसदा के रूप में हुई है. इस संबंधमें दो युवकों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है.
ओडिशा के मयूरभंज ज़िले का मामला है. गर्भवती महिला अपने पति के साथ बाइक पर स्वास्थ्य जांच के लिए अस्पताल जा रही थीं. पति ने हेलमेट पहन रखा था, लेकिन गर्भवती महिला स्वास्थ्य कारणों से हेलमेट नहीं पहने हुई थीं. ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन के लिए महिला पुलिस अधिकारी ने उन पर जुर्माना लगा दिया था.
मामला ओडिशा के भद्रक ज़िले का है. घटना 29 जुलाई की है. पुलिस ने बताया कि प्राथमिक जांच में पता चला है कि यह पुरानी दुश्मनी का मामला है. इस मामले में 17 आरोपियों को गिरफ़्तार किया गया है.
इससे पहले ओडिशा के कोरापुट में एक आदिवासी लड़की ने कथित बलात्कार के बाद आत्महत्या कर ली थी.