ओडिशा: संबलपुर यूनिवर्सिटी परिसर में यौन उत्पीड़न को लेकर विरोध में उतरे छात्र

संबलपुर विश्वविद्यालय की छात्राओं ने छेड़छाड़ करने वालों के ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई और परिसर में अतिरिक्त सुरक्षा की मांग को लेकर धरना दिया. एक छात्रा ने बताया कि हर शाम कई स्थानीय युवा जो छात्र नहीं हैं, परिसर में पहुंचकर उपद्रव करते हैं. कई बार छात्राओं से छेड़छाड़ करते हैं. 

ओडिशा: मरीज़ों के इलाज में मदद के लिए अस्पताल के आईसीयू में भजन बजाया जाएगा

ओडिशा के कटक स्थित एससीबी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल ने घोषणा की है कि वह अपने सभी आईसीयू के अंदर ‘आध्यात्मिक भजन’ बजाएगा. अस्पताल के स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक, गंभीर मरीज़ों के लिए धीमी आवाज़ वाला इंस्ट्रूमेंटल भजन काफी कारगर रहेगा.

ओडिशा: वेदांता, अडानी को बॉक्साइट खनन के लिए वनभूमि देने के विरोध में आए आदिवासी समूह

ओडिशा के रायगड़ा ज़िले की सिजिमाली पहाड़ियों में वेदांता और रायगड़ा और कालाहांडी ज़िलों में फैली कुटरुमाली पहाड़ियों में अडानी समूह को वनभूमि पट्टे पर दी गई है. आदिवासी अधिकार संगठन और कार्यकर्ताओं ने इसका विरोध कर रहे आदिवासी युवाओं के पुलिस द्वारा दमन का आरोप लगाया है.

ओडिशा: पिछले तीन महीनों में हाथियों के साथ संघर्ष में 57 लोगों की मौत

ओडिशा में इस साल के पहले तीन महीनों में जंगली हाथियों के साथ संघर्ष में मानव हताहतों की संख्या में 50 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है. ढेंकनाल ज़िले को हाथियों के उत्पात का सबसे ज़्यादा ख़ामियाजा भुगतना पड़ा है, जहां 14 लोग मारे गए. इसके बाद अंगुल में 13, क्योंझर में 8, मयूरभंज और संबलपुर जिलों में पांच-पांच लोग मारे गए.

बालासोर रेल त्रासदी: घायल ट्रेन चालक के परिवार का आरोप- उनसे मिलने की अनुमति नहीं दी जा रही

ओडिशा के बालासोर में ट्रिपल ट्रेन दुर्घटना में कोरोमंडल एक्सप्रेस के घायल ड्राइवर गुणानिधि मोहंती के परिवार ने आरोप लगाया है कि उन्हें, उससे मिलने नहीं दिया जा रहा है. उनके पास मोहंती के ठिकाने के बारे में कोई जानकारी नहीं है. गंभीर रूप से घायल चालक को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था.

ओडिशा: बालासोर ट्रेन हादसे के बाद जाजपुर में मालगाड़ी की चपेट में आने से सात मज़दूरों की मौत

ओडिशा के जाजपुर क्योंझर रोड रेलवे स्टेशन पर बीते बुधवार को हुआ हादसा. एक बयान में कहा गया है कि ठेका मज़दूरों ने रेलवे स्टेशन के पास हवा और बारिश से सुरक्षा पाने के लिए वहां खड़ी एक मालगाड़ी के नीचे शरण ली थी. बिना इंजन के खड़ी मालगाड़ी आंधी के कारण लुढ़कने लगी, जिससे दुर्घटना हुई.

ओडिशा ट्रेन हादसा: अधिकारी की जांच रिपोर्ट पर असहमति, क्या सरकार अपनी ग़लती छिपा रही है?

वीडियो: बीते 2 जून को ओडिशा में तीन ट्रेनों की टक्कर से हुई भीषण दुर्घटना के संबंध में रेल मंत्रालय ने अपनी एक प्रारंभिक रिपोर्ट में सिग्नल की गड़बड़ी को इसका कारण बताया है. ​हालांकि जिन पांच अधिकारियों ने ये रिपोर्ट तैयार की थी, उसमें से एक ने इस पर अपनी असहमति ज़ाहिर की है. अब ये सवाल उठ रहे हैं कि क्या इस दुर्घटना को लेकर कुछ छिपाने की कोशिश की जा रही है.

क्या रेलवे को लेकर मोदी सरकार के प्रचार अभियान बुनियादी सुविधाओं पर भारी पड़ रहे हैं?

सेमी-हाई स्पीड वंदेभारत एक्सप्रेस, या इसी तरह की अन्य 'ट्रॉफी' राष्ट्रीय प्रतिष्ठा की भावना को बढ़ाने के लिए मोदी सरकार का एक और तरीका हो सकते हैं, लेकिन क्या इस तरह के प्रोपगेंडा को महत्वपूर्ण मुद्दों पर तरजीह दी जानी चाहिए?

ओडिशा ट्रेन हादसा: विपक्ष का रेल मंत्री से इस्तीफ़े की मांग, ट्रेन सुरक्षा प्रणाली पर उठे सवाल

ओडिशा के बालासोर ज़िले में बीते 2 जून की शाम हुईं तीन ट्रेनों की भयानक टक्कर में लगभग 300 यात्रियों की मौत पर दुख जताते हुए विपक्ष ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का इस्तीफ़ा मांगा है. साथ ही कहा है कि केंद्र की मोदी सरकार का ध्यान केवल लग्ज़री ट्रेनों पर है, आम लोगों की रेलगाड़ियों और पटरियों की उपेक्षा की जाती है.

देश में 2017-21 के बीच हुए 217 प्रमुख ट्रेन हादसों में से 75 फीसदी पटरी से उतरने के चलते हुए: कैग

भारत के नियंत्रक और महालेखा परीक्षक की संसद में पेश की गई वर्ष 2017-18 से 2020-21 के बीच की एक ऑडिट रिपोर्ट बताती है कि ट्रेन के पटरी से उतरने के लिए जिम्मेदार प्रमुख कारक ‘पटरियों के रखरखाव’ से संबंधित है. वहीं, ट्रैक नवीनीकरण कार्यों के लिए धन के आवंटन में कमी आई है और आवंटित धन का भी पूरा इस्तेमाल नहीं किया गया है.

ओडिशा ट्रेन हादसा: कोरोमंडल मार्ग पर ट्रेनों को टक्कर से बचाने वाला ‘कवच’ सिस्टम मौजूद नहीं था

शनिवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ट्रेन में ‘कवच’ सिस्टम के इस्तेमाल को लेकर केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से भिड़ गईं. उन्होंने इस हादसे को इस सदी की सबसे बड़ी ट्रेन दुर्घटना क़रार दिया. उन्होंने वैष्णव से पूछा कि ट्रेनों में टक्कर-रोधी प्रणाली क्यों नहीं थी, जिससे त्रासदी को टाल जा सकता था.

ओडिशा का भीषण रेल हादसा क्या रेलवे की ढांचागत ख़ामियों का नतीजा है?

वीडियो: ओडिशा के बालासोर ज़िले के बहनागा बाज़ार रेलवे स्टेशन के पास बीते 2 जून की शाम दो एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी की टक्कर में हुए भीषण हादसे में तकरीबन 300 लोगों की मौत हो गई है.