पुरुष हॉकी: जर्मनी को हराकर भारत ने कांस्य पदक जीता, 41 साल बाद ओलंपिक पदक

भारतीय हॉकी टीम 1980 मास्को ओलंपिक में आख़िरी पदक जीता था. भारतीय टीम ओलंपिक में अब तक आठ स्वर्ण पदक जीत चुकी है. टोक्यो ओलंपिक खेलों में यह भारत का पांचवां पदक होगा. इससे पहले भारोत्तोलन में मीराबाई चानू ने रजत, जबकि बैडमिंटन में पीवी सिंधु और मुक्केबाजी में लवलीना बोरगोहेन ने कांस्य पदक जीता है. इसके अलावा कुश्ती में रवि दहिया ने फाइनल में पहुंचकर पदक पक्का कर लिया है.

हॉकी के महानतम खिलाड़ियों में से एक बलबीर सिंह सीनियर का निधन

महानतम एथलीटों में से एक बलबीर सिंह सीनियर आधुनिक ओलंपिक इतिहास के 16 महानतम ओलंपियनों में शामिल थे. उन्होंने लंदन (1948), हेलसिंकी (1952) और मेलबर्न ओलंपिक (1956) में स्वर्ण पदक जीते थे. किसी ओलंपिक फाइनल में सबसे ज्यादा गोल करने का उनका रिकॉर्ड आज भी कायम है.

हॉकी के जादूगर ध्यानचंद को भारत रत्न देने से क्यों कतरा रही हैं सरकारें?

सचिन तेंदुलकर को महज़ 24 घंटे के अंदर भारत रत्न देने का फैसला लेने वाली सरकारें चार बार सिफारिश के बावजूद मेजर ध्यानचंद को भारत रत्न देने का मन अब तक नहीं बना पाई हैं.