हरियाणा: यमुनानगर ज़िले की शराब त्रासदी में चार दिनों में कम से कम 18 लोगों की मौत

हरियाणा की यमुनानगर पुलिस ने बताया कि मृतकों में अधिकतर मज़दूर थे. मामले की जांच के लिए यमुनानगर पुलिस एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन भी किया है. इस संबंध में ज़िले में दो अवैध विक्रेताओं सहित कुल 10 लोगों को गिरफ़्तार किया गया है और अंबाला में चार लोगों को पकड़ा गया है.

उत्तर भारत में बारिश, भूस्खलन और बाढ़ से 41 लोगों की मौत

पिछले कुछ दिनों से उत्तर भारत के विभिन्न राज्यों में लगातार बारिश का दौर जारी है. हिमाचल प्रदेश में बारिश के चलते अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन से पिछले दो दिनों में 20 लोगों की मौत हुई है, जबकि पंजाब और हरियाणा में 9, राजस्थान में 7 और उत्तर प्रदेश में 3 लोगों की मौत होने की सूचना है.

झारखंड: कुएं की सफाई के दौरान ज़हरीली गैस रिसने से चार मज़दूरों की मौत

गिरिडीह ज़िले के देवरी थानाक्षेत्र की घटना है. पुलिस ने बताया कि बरबाबाद गांव में एक गहरे कुंए की सफाई की जा रही थी, तभी ज़हरीली गैस के रिसाव से वहां काम कर रहे सभी चार मज़दूर बेहोश हो गए. तीन लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई, जबकि एक अन्य ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया.

उत्तर प्रदेश: सरकारी दुकान से खरीदी देसी शराब पीने के बाद 13 लोगों की मौत, कई बीमार

आजमगढ़ ज़िले की फूलपुर तहसील के माहुल नगर पंचायत इलाके का मामला. बीते 20 फरवरी को कई लोगों ने सरकारी दुकान से देसी शराब खरीद कर पी थी, जिसके बाद उनकी तबियत बिगड़ी. इस मामले में दुकान के दो सेल्समैन गिरफ़्तार हुए हैं, साथ ही आबकारी विभाग के तीन कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है.

उत्तर प्रदेश: रायबरेली में शराब पीने से मरने वालों की संख्या 10 हुई, आठ अधिकारी निलंबित

उत्तर प्रदेश में रायबरेली ज़िले के महाराजगंज कोतवाली क्षेत्र के पहाड़पुर गांव का मामला है. घटना के बाद पांच पुलिसकर्मियों और आबकारी विभाग के तीन अधिकारियों सहित कुल आठ लोगों को निलंबित कर दिया गया है. शराब की दुकान के लाइसेंसधारक के ख़िलाफ़ प्राथमिकी दर्ज की गई है.

विषम मौसम के कारण देश में जून से अगस्त के बीच 400 से अधिक लोगों की मौत

भारत मौसम विज्ञान विभाग द्वारा जुटाए गए आंकड़ों के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मानसून के कारण विषम मौसम की घटनाओं में पिछले तीन महीने में देशभर में कम से कम 435 लोगों की मौत हो गई. इनमें आकाशीय बिजली गिरने से जान गंवाने वाले 240 लोग शामिल हैं. यह संख्या कुल हताहतों का 50 फीसदी से अधिक है. इन घटनाओं में हुई मौतों में से एक तिहाई मौत महाराष्ट्र में हुई.