आज़ादी के 75 सालों बाद भी देश की दलित-बहुजन आबादी की सभी उम्मीदें पूरी नहीं हुई हैं

भारत और यहां रहने वाले सभी जातियों, समुदायों के नागरिकों का भविष्य अब संविधान के इसके वर्तमान स्वरूप में बचे रहने पर निर्भर करता है.

2019 के बाद भी मूर्ति तोड़ने वाले बेरोज़गार नहीं होंगे

मूर्तियों का गिराया जाना महज़ किसी पत्थर की निर्जीव प्रतिमा को ख़त्म किया जाना नहीं है. वह उस विचार, उस मूल्य को ज़मींदोज करने की कोशिश है, जिसका प्रतिनिधित्व वह प्रतिमा करती थी.

लेनिन के बाद तमिलनाडु में पेरियार और बंगाल में श्यामा प्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा क्षतिग्रस्त

त्रिपुरा के सबरूम शहर में लेनिन की एक और प्रतिमा को क्षतिग्रस्त किया गया. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटनाओं की निंदा करते हुए कार्रवाई का निर्देश दिया.