सब्यसाची दास के बाद अशोका यूनिवर्सिटी के अर्थशास्त्र विभाग से एक अन्य प्रोफेसर का इस्तीफ़ा

हाल ही में हरियाणा स्थित निजी अशोका यूनिवर्सिटी में अर्थशास्त्र के सहायक प्रोफेसर सब्यसाची दास ने अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया था. वह एक शोध-पत्र के लिए चर्चा में हैं, जिसमें उन्होंने 2019 के लोकसभा चुनावों में ‘हेरफेर’ की संभावना का आरोप लगाया था. यूनिवर्सिटी के सूत्रों ने कहा कि अर्थशास्त्र विभाग के प्रोफेसर पुलाप्रे बालाकृष्णन ने सब्यसाची के साथ ‘एकजुटता दिखाते हुए’ इस्तीफ़ा देने का फैसला किया है.

2019 के चुनावों में संभावित ‘हेरफेर’ संबंधी शोध-पत्र के लेखक का अशोका यूनिवर्सिटी से इस्तीफ़ा

हरियाणा के सोनीपत स्थित निजी अशोका यूनिवर्सिटी में अर्थशास्त्र के सहायक प्रोफेसर सब्यसाची दास ने अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया है. वह एक शोध-पत्र के लिए चर्चा में हैं, जिसमें उन्होंने 2019 के लोकसभा चुनावों में ‘हेरफेर’ की संभावना का आरोप लगाया था, जिसके बाद भाजपा 2014 की तुलना में अधिक अंतर के साथ सत्ता में वापस आई थी.

क्या भारत में धार्मिक सहिष्णुता और घृणा साथ-साथ हैं?

वीडियो: हाल ही में प्यू रिसर्च सेंटर ने 2019 के अंत और 2020 की शुरुआत के बीच 17 भाषाओं में लगभग 30,000 वयस्कों के साक्षात्कार पर आधारित एक अध्ययन जारी किया है. ‘भारत में धर्मः सहिष्णुता और अलगाव’ नाम के अध्ययन ने भारतीय समाज में धर्म की गतिशीलता में व्यापक अंतर्दृष्टि प्रदान की है. इस विषय पर प्रो. अपूर्वानंद ने शिक्षाविद प्रताप भानु मेहता के साथ बातचीत की.

अशोका यूनिवर्सिटी के कामकाज, फैकल्टी की स्वतंत्रता में हस्तक्षेप नहीं करेंगे: ट्रस्टी

हरियाणा के सोनीपत में स्थित अशोका यूनिवर्सिटी के छात्रों ने हाल ही में संस्थान से इस्तीफ़ा देने वाले प्रतिष्ठित राजनीतिक विश्लेषक और टिप्पणीकार प्रताप भानु मेहता और पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यम के समर्थन में दो दिन के लिए कक्षाओं के बहिष्कार का ऐलान किया था. जिसके बाद बोर्ड ऑफ ट्रस्टी का बयान आया है.

अकादमिक स्वतंत्रता: निजी बनाम सार्वजनिक विश्वविद्यालय

प्रताप भानु मेहता के इस्तीफ़े के बाद हुई बहस के दौरान एक अध्यापक ने कहा कि निजी के मुक़ाबले सार्वजनिक विश्वविद्यालयों में अधिक आज़ादी है. शायद वे सोचते हैं कि यहां अध्यापकों को उनकी सार्वजनिक गतिविधि के लिए कुलपति तम्बीह नहीं करते. पर इसकी वजह बस यह है कि इन विश्वविद्यालयों के क़ानून इसकी इजाज़त नहीं देते.

मेहता और सुब्रह्मण्यम के इस्तीफ़े के बाद अशोका विश्वविद्यालय ने ख़ामियों की बात मानी

प्रतिष्ठित राजनीतिक विश्लेषक प्रताप भानु मेहता ने बीते मंगलवार को हरियाणा के सोनीपत स्थित अशोका यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर पद से इस्तीफा दे दिया था. इसके दो दिन बाद पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यम ने अर्थशास्त्र विभाग के प्रोफेसर पद से इस्तीफ़ा दे दिया था. मेहता ने इस्तीफा देते हुए कहा था कि विश्वविद्यालय से उनके जुड़ाव को राजनीतिक जवाबदेही के तौर पर देखा गया.

प्रताप भानु मेहता ने कहा- अशोका के साथ जुड़ाव को ‘राजनीतिक जवाबदेही’ के तौर पर देखा गया

इस हफ्ते की शुरुआत में प्रतिष्ठित राजनीतिक विश्लेषक प्रताप भानु मेहता ने अशोका यूनिवर्सिटी इस्तीफ़ा देते हुए कहा कि स्वतंत्रता के संवैधानिक मूल्यों और सभी को समान समझने की राजनीति के पक्ष में उनका सार्वजनिक लेखन विश्वविद्यालय के लिए जोखिम माना जाता है.

प्रताप भानु मेहता के बाद अरविंद सुब्रमण्यम ने अशोका यूनिवर्सिटी से इस्तीफ़ा दिया

प्रतिष्ठित राजनीतिक विश्लेषक प्रताप भानु मेहता द्वारा सोनीपत की अशोका यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर पद छोड़ने के दो दिन बाद पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यम ने अर्थशास्त्र विभाग के प्रोफेसर पद से इस्तीफ़ा देते हुए कहा कि विश्वविद्यालय अब अकादमिक स्वतंत्रता नहीं दे सकता.

शैक्षणिक कारणों का हवाला देते हुए प्रताप भानु मेहता ने अशोका विश्वविद्यालय से इस्तीफ़ा दिया

हरियाणा के सोनीपत स्थित अशोका विश्वविद्यालय के फैकल्टी और छात्रों को लिखे अपने पत्र में मशहूर समाजिक चिंतक प्रताप भानु मेहता ने कहा कि उनके इस्तीफ़ा देने के समय को लेकर सवाल उठेंगे लेकिन कम से कम व्यवधान के लिए वे सत्र की शुरुआत से पहले पद छोड़ना चाहते थे.