जिम कॉर्बेट मानते थे कि बाघ बचाने में भारतीय नेताओं की दिलचस्पी नहीं, क्योंकि वे वोट नहीं देते

पुण्यतिथि विशेष: कुमायूं के किसी गांव का किसान जब उनके पास यह गुहार लेकर आता कि बाघ उनके घरेलू जानवर को खींच ले गया है तो वह अपना बटुआ मंगाते और किसान को हुए नुकसान का पूरा मुआवज़ा दे देते.