सत्यपाल मलिक के आरोप पर थरूर ने कहा- मीडिया ऐसी ख़बर की अनदेखी कैसे कर सकता है

जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक द्वारा केंद्र और प्रधानमंत्री मोदी पर पुलवामा आतंकी हमले को लेकर लगाए गए गंभीर आरोपों को भारतीय मीडिया ने क़रीब-क़रीब अनदेखा कर दिया है. इस पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा है कि ख़बर को दबाने में कोई राष्ट्रीय सुरक्षा हित नहीं है. ऐसी अनदेखी केवल सत्तारूढ़ भाजपा के हित पूरे करती है.

सत्यपाल मलिक के आरोपों पर प्रधानमंत्री मोदी को चुप्पी तोड़नी चाहिए: कांग्रेस

द वायर को दिए एक साक्षात्कार में जम्मू कश्मीर के राज्यपाल रहे सत्यपाल मलिक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार की कार्यशैली पर कई सवाल उठाए है. इस संबंध में कांग्रेस ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पुलवामा हमले के दौरान प्रधानमंत्री के जिम कॉर्बेट पार्क में एक डॉक्यूमेंट्री की शूटिंग में व्यस्त होने पर सवाल उठाए हैं.

सबूत मांगने वाले विपक्षी नेताओं को रॉकेट में बांधकर बालाकोट भेज देना चाहिए था: देवेंद्र फड़णवीस

पिछले हफ्ते महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस की मंत्री पंकजा मुंडे ने कहा था कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के गले पर बम बांधकर उन्हें किसी दूसरे देश भेज देना चाहिए. इस दौरान वहां फड़णवीस और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मौजूद थे.

बेंगलुरु में कराची बेकरी के नाम को लेकर बवाल, दुकानदार को ‘कराची’ शब्द ढकना पड़ा

इस बेकरी की शुरुआत साल 1947 में भारत- पाकिस्तान बंटवारे के बाद भारत आए एक सिंधी शख्स खानचंद रामनामी ने की थी. रामनामी कराची से हैदराबाद आए थे इसीलिए उन्होंने बेकरी का नाम कराची बेकरी रख दिया.