राजस्थान में तक़रीबन 74 प्रतिशत मतदान: मुख्य निर्वाचन अधिकारी

राजस्थान में मतदान के दौरान कई जगहों पर ईवीएम ख़राब होने की सूचना. ईवीएम ख़राब होने के चलते केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री अर्जुन राम मेघवाल को साढ़े तीन घंटे तक मतदान के लिए इंतज़ार करना पड़ा.

क्यों राजस्थान में सिलिकोसिस के मरीज़ राजनीतिक दलों की प्राथमिकता में नहीं हैं

ग्राउंड रिपोर्ट: राजस्थान के खदानों में काम करने वाले मज़दूर मुख्य रूप से सिलिकोसिस की चपेट में आते हैं, हर साल इससे होने वाली मौतों की संख्या बढ़ रही है लेकिन इसके मरीज़ों को लेकर भाजपा और कांग्रेस चिंतित नहीं दिखतीं.

क्यों पूरी ताक़त झोंकने के बावजूद राजस्थान में भाजपा ध्रुवीकरण करने में नाकाम रही

भाजपा के स्टार प्रचारक और स्थानीय नेता राजस्थान के चुनावी रण में हिंदू मतदाताओं को लामबंद करने की भरपूर कोशिश कर रहे हैं, लेकिन एकाध सीट को छोड़कर इसका असर होता हुआ नहीं दिख रहा.

क्यों राजस्थान में घुमंतू समुदाय भाजपा और कांग्रेस की चुनावी चर्चा से बाहर है

ग्राउंड रिपोर्ट: राजस्थान की आबादी में क़रीब 55 लाख लोग घुमंतू समुदाय से आते हैं लेकिन भाजपा और कांग्रेस के पास इन्हें लेकर न कोई नीति दिखाई देती है और न ही नीयत.

राजस्थान: हर भाषण में मोदी बोलते हैं, ‘नामदार’ बनाम ‘कामदार’ और राहुल कहते हैं- चौकीदार चोर है

राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए राज्य में हो रहे भाजपा और कांग्रेस की सभाओं को लेकर लोगों का कहना है कि चाहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हों या कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी दोनों हर भाषण में एक ही बात बोलते हैं, जो कि याद हो गए हैं.

वसुंधरा राजे से राजपूतों की नाराज़गी का खामियाज़ा भाजपा को भुगतना पड़ सकता है

वीडियो: मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के कारण राजपूत राजस्थान चुनाव में भाजपा का चुनावी खेल उसी तरह बिगाड़ सकते हैं, जैसे 2013 में जाटों की अशोक गहलोत के ख़िलाफ़ नाराज़गी ने कांग्रेस को नुकसान पहुंचाया था.

क्यों राजस्थान के पोकरण का चुनावी माहौल सांप्रदायिक होता जा रहा है

ग्राउंड रिपोर्ट: भाजपा ने बाड़मेर ज़िले में पड़ने वाले नाथ संप्रदाय के तारतरा मठ के महंत प्रतापपुरी महाराज को पोकरण से टिकट दिया है तो कांग्रेस ने क्षेत्र के प्रसिद्ध सिंधी-मुस्लिम धर्मगुरु ग़ाज़ी फ़कीर के बेटे सालेह मोहम्मद को चुनाव मैदान में उतारा है.

राजस्थान में राजे से राजपूतों की नाराज़गी का खामियाज़ा भाजपा को भुगतना पड़ सकता है

विशेष रिपोर्ट: वसुंधरा राजे के कारण राजपूत राजस्थान चुनाव में भाजपा का चुनावी खेल उसी तरह बिगाड़ सकते हैं, जैसे 2013 में जाटों की अशोक गहलोत के ख़िलाफ़ नाराज़गी ने कांग्रेस को नुकसान पहुंचाया था.

राजस्थान: क्या वसुंधरा सरकार 44 लाख युवाओं को नौकरी देने का झूठा दावा कर रही है?

वसुंधरा सरकार कौशल विकास, मुद्रा योजना और सरकारी नौकरी के ज़रिये कुल 44 लाख युवाओं को नौकरी देने का दावा कर रही है, लेकिन इन लोगों की जानकारी उसके पास नहीं है. राजस्थान सरकार के रोज़गार संबंधी दावों पर कैग भी सवाल उठा चुका है.

राजस्थान: टिकट न मिलने से नाराज़ ज्ञानदेव आहूजा भाजपा में लौटे, बने प्रदेश उपाध्यक्ष

अलवर के रामगढ़ से विधायक ज्ञानदेव आहूजा ने आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा द्वारा टिकट न दिए जाने के बाद पार्टी छोड़कर जयपुर के सांगानेर से निर्दलीय प्रत्याशी के बतौर नामांकन दाख़िल किया था.

राजस्थान: वसुंधरा राजे के ख़िलाफ़ कांग्रेस प्रत्याशी होंगे जसवंत सिंह के बेटे मानवेंद्र सिंह

हाल ही में भाजपा से कांग्रेस में शामिल हुए मानवेंद्र सिंह ने कहा कि वसुंधरा राजे के ख़िलाफ़ झालरापाटन सीट से चुनौती स्वीकार, लेकिन किसी पद का दावेदार नहीं. राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी की.

जेएनयू में कॉन्डोम की संख्या बताने वाले राजस्थान के भाजपा विधायक का टिकट कटा

राजस्थान के अलवर ज़िले के रामगढ़ से विधायक ज्ञानदेव आहूजा ने कहा था कि जेएनयू में 3,000 कॉन्डोम और एबॉर्शन के लिए इस्तेमाल होने वाले 500 इंजेक्शन रोज़ाना मिलते हैं. एक अन्य बयान में उन्होंने कहा था कि गोकशी और गो-तस्करी करने वाले मारे जाएंगे.

भाजपा सांसद हरीश मीणा ने थामा कांग्रेस का हाथ, भाजपा विधायक हबीबुर्रहमान भी शामिल

कांग्रेस के संगठन महासचिव अशोक गहलोत और राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट भी चुनाव मैदान में उतरेंगे.

राजस्थान में भाजपा की पहली सूची में अमित शाह की पसंद पर भारी पड़ा वसुंधरा राजे का हठ

भाजपा की ओर से जारी 131 उम्मीदवारों की पहली सूची में दो मंत्रियों सहित महज़ 23 विधायकों का टिकट कटा है जबकि अमित शाह एंटीइनकम्बेंसी से निपटने के लिए आधे से ज़्यादा मौजूदा विधायकों की जगह नए चेहरों को मैदान में उतारना चाहते थे.

क्या वसुंधरा राजे और अमित शाह में एक बार फिर ठन गई है?

अमित शाह आधे से ज़्यादा विधायकों का टिकट काटना चाहते हैं जबकि वसुंधरा राजे 80 फीसदी से ज़्यादा विधायकों को फिर से टिकट देने के पक्ष में हैं. इस रस्साकशी में शाह के साथ पूरी टीम है जबकि राजे अकेली जद्दोजहद कर रही हैं.