राम मंदिर के राजनीतिकरण के ख़िलाफ़ संत, कहा- सब पीएम कर रहे हैं तो धर्माचार्य के लिए क्या रह गया

पुरी के पूर्वाम्नाय गोवर्धन पीठ के 145वें जगद्गुरु शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्राण-प्रतिष्ठा पर नाराज़गी जताते हुए कहा कि ‘जब मोदी जी लोकार्पण करेंगे, मूर्ति का स्पर्श करेंगे, फिर मैं वहां क्या ताली बजाऊंगा... अगर प्रधानमंत्री ही सब कुछ कर रहे हैं तो अयोध्या में 'धर्माचार्य' के लिए क्या रह गया है.’

राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों में शामिल पीएफआई जैसे संगठनों पर प्रतिबंध लगाया जाए: सूफी निकाय

बढ़ती धार्मिक असहिष्णुता पर आयोजित एक अंतर धार्मिक सम्मेलन में ऑल इंडिया सूफी सज्जादानशीन काउंसिल ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल की मौजूदगी में कहा कि ऐसा कोई भी मोर्चा, जो देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त है, विभाजनकारी एजेंडे को आगे बढ़ा रहे हैं और हमारे नागरिकों के बीच कलह पैदा कर रहे हैं, उन्हें प्रतिबंधित किया जाना चाहिए.

जन गण मन की बात: कानून की धज्जियां उड़ाते आध्यात्मिक गुरु और उर्दू भाषा, एपिसोड 35

जन गण मन की बात की 35वीं कड़ी में श्रीश्री रविशंकर और जग्गी वासुदेव के कानून की धज्जियां उड़ाते कारनामों और उर्दू भाषा पर विनोद दुआ चर्चा कर रहे हैं.