नसीरुद्दीन शाह से मुस्लिम समुदाय का एक हिस्सा क्यों नाराज़ है

वीडियो: तालिबान ने एक बार फिर से अफ़ग़ानिस्तान में सत्ता पर क़ब्ज़ा जमा लिया है. इस मुद्दे पर खास से लेकर आम लोग अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं. अभिनेता नसीरुद्दीन शाह ने तालिबान का समर्थन करने वाले हिंदुस्तानी मुसलमानों पर निशाना साधा है. उन्होंने एक वीडियो जारी किया है, जो सोशल मीडिया तेजी से वायरल हो रहा है. उनके इस बयान पर द वायर की सीनियर एडिटर आरफ़ा ख़ानम शेरवानी का नज़रिया.

औरतों पर पाबंदियों के लिए तालिबान जिस ‘इस्लाम’ का हवाला देता है, क्या वो असल में ऐसा कहता है

इस्लाम के तमाम विचारक मानते हैं कि ज़माने और समाज में होने वाले बदलावों के साथ शरीयत के क़ानून में भी मुनासिब और ज़रूरी तब्दीलियां होती रहें और वो अपने आस-पास के हालात से भी प्रभावित होते रहें. हालांकि तालिबान ने इस्लाम और शरीयत के नाम पर उनकी सहूलियत के हिसाब से नए अर्थ निकाल लिए हैं.

अफ़ग़ानिस्तान में महिलाओं ने अपने अधिकारों की रक्षा के लिए प्रदर्शन किया

अफ़ग़ानिस्तान के पश्चिमी हेरात प्रांत में गवर्नर कार्यालय के बाहर लगभग तीन दर्जन महिलाओं ने प्रदर्शन किया. रैली की आयोजकों ने कहा कि राष्ट्रीय विधानसभा और मंत्रिमंडल समेत नई सरकार में महिलाओं को राजनीतिक भागीदारी मिलनी चाहिए. उनका कहना था कि वे महिलाओं के काम करने के अधिकार पर तालिबान सरकार से स्पष्ट जवाब की कमी से निराश होकर सड़कों पर उतरी हैं.

अफ़ग़ानी महिला सांसद को दिल्ली एयरपोर्ट से वापस भेजा, कहा- गांधी के देश से ऐसी उम्मीद नहीं थी

साल 2010 से अफ़ग़ानिस्तान के फरयाब प्रांत का प्रतिनिधित्व करने वाली सांसद रंगीना करगर ने कहा है कि तालिबान के क़ब्ज़े के पांच दिन बाद 20 अगस्त को वह इस्तांबुल से दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पहुंची थीं, लेकिन उन्हें वहीं से वापस भेज दिया गया.

तालिबान का शरिया क़ानून: कितना सही, कितना ग़लत

वीडियो: 20 साल बाद तालिबान एक बार फिर अफ़ग़ानिस्तान की सत्ता में लौटा है. सत्ता हासिल करने के बाद तालिबान यहां शरिया क़ानून लागू करने जा रहा है, जिसके चलते वहां की महिलाएं काफ़ी ज़्यादा डरी हुई हैं. इतनी ज़्यादा कि वो अपने घरों से बाहर तक नहीं आ रही हैं. इस पूरे मामले पर विशेषज्ञ फ़ैज़ान मुस्तफ़ा का नज़रिया.

तालिबान ने कहा- अफ़ग़ानिस्तान में लोकतंत्र नहीं, केवल शरिया क़ानून होगा

तालिबान के क़ब्ज़े में आने के बाद अफ़ग़ानिस्तान अब एक परिषद द्वारा शासित हो सकता है, जिसमें इस्लामी समूह के प्रमुख नेता हैबतुल्लाह अखुंदजादा प्रमुख होंगे.

काबुल में फंसे कश्मीरियों की भारत सरकार से अपील, कहा- भयावह स्थिति में, जल्द निकालें

जम्मू और कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि उन्होंने काबुल के बख़्तार विश्वविद्यालय में पढ़ाने वाले कुलगाम के प्रोफेसरों को तत्काल निकालने के लिए विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन से बात की और कहा कि उनकी जल्द सुरक्षित वापसी होगी.

वीडियो: तीन तलाक़ और मुस्लिम महिलाओं से जुड़े मसलों पर ज़किया सोमन से बातचीत

तीन तलाक़ और मुस्लिम महिलाओं से जुड़े मसलों पर भारतीय मुस्लिम महिला आंदोलन (#BMMA) की संस्थापक ज़किया सोमन से मीनाक्षी तिवारी की बातचीत.

तीन तलाक़ ख़त्म करने के लिए 18 महीने क्यों चाहिए: बीएमएमए

ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के एक सदस्य ने 18 महीने तीन तलाक़ की प्रथा ख़त्म करने की बात कही है. बीएमएमए ने पूछा अभी क्यों नहीं ख़त्म किया जा सकता तीन तलाक़?

मुस्लिम महिलाएं सम्मान से जी सकें इसके लिए विवाह कानून लागू हो: बीएमएमए

भारतीय मुस्लिम महिला आंदोलन ने तीन तलाक़ की व्यवस्था ख़त्म करने और पर्सनल लॉ में सुधार की ज़रूरत को महत्वपूर्ण बताया है.

तीन तलाक के सिर्फ कानूनी पहलू पर ही होगा विचार: सुप्रीम कोर्ट

सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को कहा कि वह मुस्लिम समाज में प्रचलित तीन तलाक, हलाला और बहुविवाह की परंपरा कानूनी पहलू से जुड़े मुद्दों पर ही विचार करेगा.