संविधान, व्यवस्था और स्वप्न दोनों का दस्तावेज़ है

कभी-कभार | अशोक वाजपेयी: औपनिवेशिक सत्ता के अंतर्गत हम प्रजा थे: हमें नागरिक हमारे संविधान ने बनाया. नागरिक संविधान के केंद्र में है जहां से उसे अपदस्थ करने का विराट प्रयत्न हो रहा है.

सूअरों द्वारा फसल नष्ट किए जाने पर दो महिलाओं समेत तीन की पीट-पीट कर हत्या: झारखंड पुलिस

यह घटना झारखंड की राजधानी रांची से लगभग 25 किलोमीटर दूर झांझी टोला गांव में हुई. पुलिस ने कहा कि कुछ दिन पहले एक परिवार के सूअरों ने उनके रिश्तेदारों के खेत में फसल को कथित तौर पर नष्ट कर दिया था. इस बात पर लाठी और कृषि उपकरणों से लैस कई लोगों ने दूसरे परिवार के सदस्यों पर हमला किया था.

बीते सालों में बोई गई नफ़रत से उपजी फसल स्कूलों में नज़र आने लगी है

वीडियो: यूपी के मुज़फ़्फ़रनगर में अध्यापिका द्वारा मुस्लिम छात्र को सहपाठियों से पिटवाने की घटना के बाद अब दिल्ली के एक सरकारी स्कूल की शिक्षक पर 'काबा, क़ुरान' को लेकर सांप्रदायिक टिप्पणी करने पर एफआईआर दर्ज हुई है. इसे लेकर द वायर की सीनियर एडिटर आरफ़ा ख़ानम शेरवानी का नज़रिया.

दिल्ली: शिक्षक की ‘काबा, क़ुरान’ पर सांप्रदायिक टिप्पणी के बाद एफआईआर दर्ज

दिल्ली के गांधी नगर स्थित सरकारी सर्वोदय बाल विद्यालय के नवीं कक्षा के छात्रों ने एक काउंसलिंग सेशन के दौरान बताया कि उनकी अध्यापिका ने यह भी कहा कि 'बंटवारे के दौरान तुम लोग पाकिस्तान नहीं गए. भारत की आज़ादी में तुम्हारा कोई योगदान नहीं है.'

लॉकडाउन के बाद राज्य में बाल विवाह के मामले बढ़े: महाराष्ट्र महिला आयोग प्रमुख

महाराष्ट्र महिला आयोग की प्रमुख रूपाली चाकणकर ने कहा है कि कोविड-19 महामारी के कारण लॉकडाउन लागू होने के बाद राज्य में बाल विवाह की मामलों में वृद्धि हुई है. उन्होंने कहा कि ग्रामसभाओं को बाल विवाह पर सख़्ती से अंकुश लगाने के लिए प्रस्ताव पारित करना चाहिए और इसमें शामिल सभी लोगों के ख़िलाफ़ कार्रवाई की जानी चाहिए.

महाराष्ट्र: चोरी के संदेह में चार दलित युवकों को पेड़ से उल्टा लटकाकर पीटा गया

महाराष्ट्र के अहमदनगर ज़िले का मामला. श्रीरामपुर तालुका के हरेगांव गांव में एक बकरी और कुछ कबूतर चुराने के संदेह में छह लोगों ने चार दलित युवकों को कथित तौर पर एक पेड़ से उल्टा लटकाकर लाठियों से पीटा था. वहीं, राज्य के जालना ज़िले में हुई एक अन्य घटना में वाहन चोरी के संदेह में दलित व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या कर देने का मामला सामने आया है.

मध्य प्रदेश: बहन के यौन उत्पीड़न की शिकायत वापस न लेने पर दलित युवक की पीट-पीटकर हत्या

मध्य प्रदेश के सागर ज़िले का मामला. पुलिस के अनुसार, लड़की के यौन उत्पीड़न की शिकायत 2019 में दर्ज कराई गई थी. इसे वापस लेने के लिए मुख्य आरोपी उसके भाई और परिवार पर लगातार दबाव बना रहा था. बीते 24 अगस्त को इसी बात पर लड़की के भाई और आरोपी के बीच विवाद हो गया और भाई की कथित तौर पर पीट-पीटकर हत्या कर दी गई. मां को भी निर्वस्त्र करने का आरोप है.

यूपी: बलात्कार की घटना का कथित वीडियो क्लिप लीक होने के बाद लड़की ने आत्महत्या की

उत्तर प्रदेश के कौशांबी ज़िले का मामला. 15 वर्षीय लड़की के साथ उसके पड़ोसी ने कथित तौर पर बलात्कार किया था. इससे संबंधित एक कथित क्लिप वायरल होने के बाद लड़की ने आत्महत्या कर ली. पुलिस ने कहा कि इस संबंध में केस दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है.

हाईकोर्ट ने तमिलनाडु सरकार को निकाय चुनाव में ट्रांसजेंडर्स को आरक्षण देने का निर्देश दिया

मद्रास हाईकोर्ट ने कुड्डालोर ज़िला कलेक्टर को नैनार्कुप्पम ग्राम पंचायत के अध्यक्ष और सदस्यों को हटाने का भी निर्देश दिया, जिसने ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के लिए भूमि आवंटन को रद्द करने के लिए एक प्रस्ताव परित किया था. अदालत ने कहा कि जब तक बहुसंख्यक समाज लिंग के आधार पर अल्पसंख्यक समूह को बहिष्कृत करता रहेगा, यह केवल ख़राब सामाजिक जीवन स्थितियों को बढ़ावा देगा.

यह समय साहित्य को मुहलत देने का नहीं, उससे अधिक नैतिक, सक्रिय होने की अपेक्षा का है

कभी-कभार | अशोक वाजपेयी: यह असाधारण समय है, भारतीय सभ्यता के संकट का क्षण है और इस समय साहित्य से कुछ कम की अपेक्षा रखना उसके महत्व और प्रभाव को कम आंकने जैसा होगा. 

‘हमें आज़ादी तो मिल गई है पर पता नहीं कि उसका करना क्या है’

हमारी हालत अब भी उस पक्षी जैसी है, जो लंबी क़ैद के बाद पिंजरे में से आज़ाद तो हो गया हो, पर उसे नहीं पता कि इस आज़ादी का करना क्या है. उसके पास पंख हैं पर ये सिर्फ उस सीमा में ही रहना चाहता है जो उसके लिए निर्धारित की गई है.

अब देशभक्ति के नए संस्करण में संवैधानिक मूल्य और लोकतंत्र में निष्ठा शामिल नहीं है

कभी-कभार | अशोक वाजपेयी: जिन मूल्यों को हमारे संविधान ने हमारी परंपराओं, स्वतंत्रता-संग्राम की दृष्टियों और आधुनिकता आदि से ग्रहण, विन्यस्त और प्रतिपादित किया था वे मूल्य आज धूमिल पड़ रहे हैं. स्वतंत्रता-समता-न्याय-भाईचारे के मूल्य सभी संदेह के घेरे में ढकेले जा रहे हैं.

बढ़ते यौन अपराधों को रोकने के लिए पॉर्न पर बैन लगाने से आगे सोचना होगा

निर्मम बलात्कार या यौन अपराधों के कई मामलों में अपराधी का पॉर्न देखने का आदी होना बड़ी वजह बनकर सामने आया है. पॉर्न देखने के मामले में भारत विश्व में तीसरे नंबर पर है, जिसमें 48% दर्शक युवा है. ऐसे में ज़रूरी है कि किशोर होते बच्चों को स्कूलों और सामुदायिक स्तर पर 'पॉर्न की सच्चाई’ को लेकर शिक्षित किया जाए.

बहिश्ती ज़ेवर विवाद: मुस्लिमों के दानवीकरण की दक्षिणपंथी योजना में किताबों को लपेटने की कोशिश

दक्षिणपंथी स्तंभकार मधु किश्वर के 'मानुषी' ट्रस्ट ने दारुल उलूम देवबंद में 'बहिश्ती ज़ेवर' नाम की किताब पढ़ाए जाने का दावा करते हुए कहा था कि इसमें यौन हिंसा और यौन अपराध को वैध बताने की कोशिश की गई है. हालांकि, सच यह है कि यह किताब दारुल उलूम के पाठ्यक्रम में ही शामिल नहीं हैं. 

साहित्य और समाज के रिश्ते का सरलीकरण नहीं किया जा सकता

कभी-कभार | अशोक वाजपेयी: कई बार लगता है कि साहित्य और समाज, परिवर्तन और व्यक्ति के संबंध में भूमिकाओं को बहुत जल्दी सामान्यीकृत करने के वैचारिक उत्साह में उनकी सूक्ष्मताओं और जटिलताओं को नज़रअंदाज़ कर दिया जाता है.

1 4 5 6 7 8 71