क्या कांग्रेस में वे बदलाव मुमकिन हैं, जिनकी मांग पार्टी के 23 नेताओं ने की है

कांग्रेस में आमूलचूल परिवर्तन की मांग के लिए पार्टी के 23 नेताओं ने पत्र लिखा, जिसके बाद कार्य समिति की बैठक में अगले छह महीने में पार्टी अध्यक्ष का चुनाव करने की बात कही गई. जानकारों का कहना है कि पार्टी ने घिसा-पिटा रवैया अपनाया. उनके पास बदलाव लाने का एक बेहतरीन मौक़ा था, जिसे उन्होंने फिर गंवा दिया.

कांग्रेस को टूटने से कौन बचाएगा?

वीडियो: बीते दिनों कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ नेताओं ने सोनिया गांधी को पत्र लिखकर पूर्णकालिक अध्यक्ष बनाने और संगठन में ऊपर से लेकर नीचे तक बदलाव की मांग की थी. इसके बाद कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में फैसला लिया गया कि सोनिया गांधी अंतरिम अध्यक्ष बनी रहेंगी और अगले छह महीने में पार्टी अध्यक्ष का चुनाव किया जाएगा. इस मुद्दे पर राजनीतिक विश्लेषक प्रो. नीरा चंढोक से आरफ़ा ख़ानम शेरवानी की बातचीत.

अगला अध्यक्ष चुने जाने तक सोनिया गांधी कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष बनी रहेंगी

कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में फैसला लिया गया कि सोनिया गांधी पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष बनी रहेंगी और अगले छह महीने में पार्टी अध्यक्ष का चुनाव किया जाएगा. पार्टी में उस वक्त सियासी तूफान आ गया था, जब पूर्णकालिक अध्यक्ष बनाने और संगठन में ऊपर से लेकर नीचे तक बदलाव की मांग को लेकर सोनिया गांधी को वरिष्ठ नेताओं की ओर से पत्र लिखे जाने की जानकारी सामने आई थी.

कांग्रेस के 23 वरिष्ठ नेताओं ने सोनिया गांधी को पत्र लिखा, पार्टी में व्यापक परिवर्तन की मांग की

गुलाम नबी आजाद, कपिल सिब्बल, आनंद शर्मा, शशि थरूर समेत कई पूर्व मुख्यमंत्रियों, पूर्व केंद्रीय मंत्रियों और प्रदेशाध्यक्षों द्वारा लिखे पत्र में पार्टी में व्यापक सुधार लाने, सत्ता का विकेंद्रीकरण करने, राज्य इकाइयों को सशक्त करने और एक केंद्रीय संसदीय बोर्ड के तत्काल गठन की मांग की गई है.