विधायकों को ख़रीदने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस नेताओं ने विधानसभा परिसर में प्रदर्शन किया. स्पीकर ने 12 विधायकों के अनुरोध को मानते हुए उनके टीआरएस में विलय को मान्यता दी.
विधानसभा का चुनाव अगले साल लोकसभा चुनाव के साथ निर्धारित है लेकिन माना जा रहा है कि सत्तारूढ़ टीआरएस दोनों चुनाव अलग-अलग कराये जाने में राजनीतिक लाभ देख रही है.