मंदिर निर्माण सरकारी ज़मीन हड़पने का एक और तरीका है: गुजरात हाईकोर्ट

अहमदाबाद के चांदलोदिया में 93 परिवारों द्वारा टाउन प्लानिंग योजना के तहत एक सार्वजनिक सड़क के निर्माण के लिए मंदिर ध्वस्तीकरण के ख़िलाफ़ दायर याचिका की सुनते हुए गुजरात हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि इस तरह लोग भावनात्मक रूप से सभी को ब्लैकमेल करते हैं. भारत में मंदिर निर्माण सार्वजनिक भूमि पर क़ब्ज़े का एक और तरीका है.

अरब में मंदिर का उद्घाटन और भारत में मुसलमानों पर ज़ुल्म?

वीडियो: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते 14 फरवरी को अबू धाबी के पहले हिंदू पत्थर के मंदिर का उद्घाटन किया था. इस दौरान उन्होंने इसे मानवता की साझा विरासत का प्रतीक बताया और मानव इतिहास का एक नया सुनहरा अध्याय लिखने के लिए संयुक्त अरब अमीरात को धन्यवाद दिया. इस घटनाक्रम को लेकर द वायर की ​सीनियर एडिटर आरफ़ा ख़ानम शेरवानी का नज़रिया.

उत्तर प्रदेश: मुस्लिम विधायक के दौरे के बाद मंदिर को गंगाजल छिड़ककर ‘शुद्ध’ किया गया

उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर ज़िले के एक गांव का मामला. ज़िले की डुमरियागंज ​सीट से सपा विधायक सैयदा ख़ातून ने बताया कि उन्हें बलवा गांव स्थित समया माता मंदिर प्रशासन द्वारा एक कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया था. उन्होंने कहा कि वह सभी धर्मों का सम्मान करती हैं. कुछ तत्व लोगों के एक समूह को गुमराह कर रहे हैं.

केरल के मंत्री द्वारा एक मंदिर में जातिगत भेदभाव का सामना किए जाने की घटना की निंदा

अनुसूचित जाति समुदाय से आने वाले केरल के देवस्वोम और एससी/एसटी कल्याण मंत्री के. राधाकृष्णन ने आरोप लगाया है कि कन्नूर में एक मंदिर के दो पुजारियों ने एक समारोह के दौरान दीपक जलाने के बाद उन्हें दीप सौंपने से इनकार कर दिया था. केरल राज्य अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं.

मंदिर के पुजारी की नियुक्ति में जाति की कोई भूमिका नहीं: मद्रास हाईकोर्ट

मद्रास हाईकोर्ट ने 2018 में दायर एक याचिका का निपटारा करते हुए कहा कि किसी भी जाति या पंथ के किसी भी व्यक्ति को पुजारी के रूप में नियुक्त किया जा सकता है, बशर्ते वह मंदिर में किए जाने वाले आवश्यक अनुष्ठानों में पारंगत और निपुण व्यक्ति हो. याचिका में सलेम ज़िले के श्री सुगवनेश्वर स्वामी मंदिर में पुजारियों की भर्ती के लिए निकाले गए एक विज्ञापन को चुनौती दी थी.

ओडिशा: सरकार द्वारा शिव मंदिरों में गांजे पर प्रतिबंध लगाने पर विवाद

ओडिशा के कुछ शिव मंदिरों में प्रसाद के रूप में चढ़ाया जाने वाला गांजा लंबे समय से इस क्षेत्र में धार्मिक महत्व से जुड़ा रहा है. सरकार ने सभी 30 ज़िला कलेक्टरों को राज्य भर के सारे शिव मंदिरों में गांजे के उपयोग पर रोक लगाने का निर्देश दिया है.

कर्नाटक: वार्षिक मेले के दौरान विक्रेताओं को मंदिर क्षेत्र में दुकान लगाने की अनुमति नहीं

तटीय कर्नाटक के मेंगलुरु तालुका के मुल्की स्थित बप्पनाडु श्री दुर्गापरमेश्वरी मंदिर ने 5 अप्रैल से शुरू हुए वार्षिक मंदिर मेले के दौरान विक्रेताओं के मंदिर क्षेत्र में दुकानें लगाने पर रोक दिया है. यह फैसला उस विवाद के एक साल बाद आया है, जब मंदिर मेले के दौरान मुस्लिम विक्रेताओं को दुकान लगाने की अनुमति नहीं देने के लिए कहा गया था.

मध्य प्रदेश: शिवरात्रि पर दो मंदिरों में दलितों को प्रवेश से रोकने पर विवाद, 100 लोगों पर केस दर्ज

मध्य प्रदेश के खरगोन ज़िले के दो मंदिरों का मामला. सनावद थाने के तहत आने वाले छापरा गांव स्थित मंदिर में प्रवेश को लेकर दो पक्षों ने एक-दूसरे पर पथराव कर दिया था, जिसमें लगभग 19 लोग घायल हैं. वहीं, छोटी कसरावद स्थित एक अन्य मंदिर में प्रवेश को लेकर विवाद की स्थिति पैदा हो गई थी. यहां हिंसा की सूचना नहीं है.

उत्तराखंड: उत्तरकाशी में मंदिर में प्रवेश करने पर दलित युवक को जलती लकड़ी से रातभर पीटा

उत्तराखंड के उत्तरकाशी ज़िले के मोरी क्षेत्र में घटना. शिकायत के अनुसार, रात भर उच्च वर्ग के कुछ लोगों ने मंदिर में प्रवेश करने की वजह से 22 वर्षीय युवक के साथ मारपीट की, उन्हें बांध दिया और जलती लकड़ियों से उनकी पिटाई की. पुलिस ने इस संबंध में पांच ग्रामीणों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया है.

तमिलनाडु: कथित सवर्णों द्वारा दलितों के प्रवेश पर पाबंदी लगाने के बाद मंदिर सील किया गया

घटना सलेम के विरुदासमपट्टी में शक्ति मरियम्मन मंदिर में हुई, जहां कथित उच्च जाति की महिलाओं ने मंदिर में आयोजित एक पूजा में दलित श्रद्धालुओं को प्रवेश से रोक दिया. अधिकारियों के समझाने के बाद भी जब वे लोग दलितों को मंदिर में आने देने के लिए सहमत नहीं हुए तो राजस्व अधिकारियों ने मंदिर सील कर दिया.

गुजरात: सूरत नगर निगम ने यातायात में बाधा बन रहे दरगाह और मंदिर ढहाए

सूरत नगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि मंदिर और दरगाह दोनों अवैध ढांचे थे और इसलिए इन्हें ढहाए जाने से पहले कोई नोटिस नहीं जारी किया गया था.

गुजरात: गरबा स्थल विवाद के बाद चौराहे पर युवकों को पीटने की घटना के जांच के आदेश

खेड़ा जिले के उंधेला गांव में बीते तीन अक्टूबर को एक मस्जिद के पास गरबा आयोजित करने का विरोध करते हुए मुस्लिम समुदाय के सदस्यों ने कार्यक्रम स्थल पर कथित तौर पर पथराव किया था. इसके बाद सामने आए कुछ वीडियो दिखाते हैं कि पुलिस ने कुछ युवकों की सार्वजिनक रूप से पिटाई की थी.

गुजरात: गरबा के आयोजन स्थल को लेकर विवाद में 7 घायल, पुलिस ने संदिग्धों की सरेआम पिटाई की

मामला गुजरात के खेड़ा ज़िले का है. आरोप है कि मुस्लिम समुदाय मस्जिद के पास गरबा आयोजित करने का विरोध कर रहा था, जिसके चलते उन्होंने कार्यक्रम स्थल पर पथराव कर दिया. बाद में पुलिस ने तीन संदिग्ध हमलावरों को गांव के चौराहे पर खड़ा करके सबके सामने लाठियों से पीटा. वहीं, सूरत में गरबा पंडाल के आयोजकों को इसलिए पीटा गया क्योंकि उन्होंने ग़ैर-हिंदुओं को काम पर रखा था.

बांग्लादेश: फेसबुक पोस्ट में इस्लाम के कथित अपमान को लेकर हिंदू समुदाय के मंदिर और घरों पर हमला

बांग्लादेश पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि एक युवक ने फेसबुक पर कुछ आपत्तिजनक पोस्ट किया था, जिससे मुस्लिम समुदाय के लोग आक्रोशित हो गए. इसके बाद नारेल ज़िले के सहपारा गांव में कई घरों में तोड़फोड़ की गई, एक मकान में आग लगा दिया गया और गांव के एक मंदिर पर ईंटें भी फेंकीं गईं.

त्रिपुरा: हिंदुत्व समूह द्वारा क़ब्रिस्तान में मंदिर बनाने से अगरतला के बाहरी इलाके में तनाव

जानकारी के अनुसार, त्रिपुरा की राजधानी अगरतला के बाहरी इलाके नंदन नगर के एक क़ब्रिस्तान में कथित तौर पर हिंदू युवा वाहिनी के सदस्यों ने पहले तो बुलडोज़र चलाकर ज़मीन साफ़ की और फिर बांस का अस्थायी ढांचा खड़ा करके उसमें शिवलिंग स्थापित कर दिया और आसपास संगठन के बैनर-झंडे व उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तस्वीरें लगा दीं. प्रशासन ने बाद में इस ढांचे को हटा दिया.

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