बीते अक्टूबर में तेलंगाना पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में लिया था, जो कथित तौर पर सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति के चार विधायकों को सौ-सौ करोड़ रुपये की पेशकश करके भाजपा के पक्ष में करने के लिए हैदराबाद पहुंचे थे. तेलंगाना सरकार ने मामले की जांच एसआईटी को सौंपी थी.
सरकार में विलय सहित विभिन्न मांगों को लेकर तेलंगाना में बीते पांच अक्टूबर से राज्य सड़क परिवहन निगम के 48 हज़ार से अधिक कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. अब तक चार कर्मचारियों के आत्महत्या कर लेने की सूचना है.
सरकार में विलय करने समेत अपनी विभिन्न मांगों को लेकर तेलंगाना राज्य सड़क परिवहन निगम के क़रीब 48 हजार कर्मचारी बीते 5 अक्टूबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. टीएसआरटीसी की संयुक्त कार्य समिति ने 19 अक्टूबर को राज्यव्यापी बंदी का ऐलान किया है.
तेलंगाना स्टेट रोड ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन के सरकार में विलय के साथ अपनी विभिन्न मांगों को लेकर शुक्रवार देर रात से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर गए. कर्मचारियों की हड़ताल को अवैध क़रार देते हुए मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने कहा कि प्रदर्शन करने वाले 50 हज़ार कर्मचारियों को वापस उनके काम पर नहीं लिया जाएगा.
हैदराबाद पुलिस ने कहा कि पत्रकार के चैनल के डिबेट में आए एक मेहमान ने उनके खिलाफ अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत मामला दर्ज कराया है, जिसके आधार पर उन्हें हिरासत में लिया गया है.
विधानसभा का चुनाव अगले साल लोकसभा चुनाव के साथ निर्धारित है लेकिन माना जा रहा है कि सत्तारूढ़ टीआरएस दोनों चुनाव अलग-अलग कराये जाने में राजनीतिक लाभ देख रही है.