तीन तलाक़ विधेयक पास हुए बिना ही राज्यसभा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित

शीतकालीन सत्र की 13 बैठकों के दौरान 41 घंटे से अधिक समय तक उच्च सदन की कार्यवाही चली तो हंगामे के कारण कामकाज के 34 घंटों का नुकसान हुआ.