महिला आरक्षण बिल किसी राजनीतिक दल का नहीं, महिला संगठनों का है

लोकसभा व विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत सीटें आरक्षित करने वाला बिल सोच और ड्राफ्ट के स्तर पर न भाजपा का है न कांग्रेस का, बल्कि विशुद्ध रूप से महिला संगठनों का है. लेकिन विडंबना ही है कि प्रधानमंत्री द्वारा लाए गए बिल में महिला संगठनों की भूमिका का प्रस्तावना तक में कोई ज़िक्र तक नहीं है.

मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ निश्चित रूप से जीत रहे हैं, राजस्थान में क़रीबी मुक़ाबला: राहुल गांधी

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने ‘प्रतिदिन मीडिया नेटवर्क’ द्वारा आयोजित एक चर्चा में कहा कि विपक्षी 'इंडिया' गठबंधन में कुछ मतभेदों को दूर करने की ज़रूरत है, लेकिन वे सब मिलकर 'आइडिया ऑफ इंडिया' को बचाने के लिए लड़ रहे हैं.

उमा भारती ने महिला आरक्षण विधेयक में ओबीसी कोटा की मांग की, कहा- सरकार पर दबाव बनाऊंगी

भाजपा की वरिष्ठ नेता उमा भारती ने महिला आरक्षण विधेयक में ओबीसी कोटे पर चर्चा के लिए पिछड़े वर्ग के नेताओं की एक बैठक भी बुलाई थी. भारती ने कहा कि मध्य प्रदेश में चुनाव आ रहे हैं, राजनीतिक दल बिना आरक्षण ही पिछड़ी जातियों की महिलाओं को टिकट दें. आरक्षण की कोई ज़रूरत नहीं है.

संसद में उचित प्रतिनिधित्व के लिए महिलाओं का संघर्ष आज़ादी के 75 साल बाद भी जारी: कार्यकर्ता

महिला अधिकार कार्यकर्ताओं और सांसदों ने लोकसभा में महिला आरक्षण विधेयक को पारित कराने के लिए विचार-विमर्श किया. लंबित विधेयक में लोकसभा और राज्य विधानसभाओं में सभी सीटों का एक तिहाई हिस्सा महिलाओं के लिए आरक्षित करने का प्रावधान है. राज्यसभा ने 2010 में विधेयक पारित किया, लेकिन लोकसभा में विधेयक पर कभी मतदान नहीं हुआ.