केरल में महिला की बलात्कार के बाद पीट-पीटकर हत्या, आरोपी गिरफ़्तार

कोच्चि के नज़दीक स्थित पेरुम्बवूर की घटना. मृतक महिला एर्नाकुलम ज़िले के कुरुप्पमपाड़ी की निवासी थीं. हत्या के संबंध एक प्रवासी मज़दूर को गिरफ़्तार किया गया है.

कोच्चि के नज़दीक स्थित पेरुम्बवूर की घटना. मृतक महिला एर्नाकुलम ज़िले के कुरुप्पमपाड़ी की निवासी थीं. हत्या के संबंध एक प्रवासी मज़दूर को गिरफ़्तार किया गया है.

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कोच्चि: केरल में असम के प्रवासी मजदूर ने 42 वर्षीय महिला की कथित तौर पर बलात्कार के बाद पीट-पीटकर हत्या कर दी. पुलिस ने बीते बुधवार को यह जानकारी दी.

पुलिस ने बताया कि मंगलवार देर रात एक बजे हुई घटना के संबंध में उमर अली (27) को गिरफ्तार कर लिया गया है. घटना कोच्चि के नजदीक स्थित पेरुम्बवूर में हुई. महिला कुरुप्पमपाड़ी की निवासी थी.

पुलिस के अनुसार एक मजदूर ने बुधवार सुबह शहर के एक होटल के निकट खून में लथपथ नग्न महिला का शव देखा.

पुलिस ने कहा कि आरोपी ने महिला से बलात्कार किया और इसके बाद फावड़े से लगातार उसके चेहरे और सिर पर वार कर उसकी हत्या कर दी.

पुलिस के अनुसार, आरोपी ने नजदीकी इमारत में लगे सीसीटीवी कैमरे को भी तोड़ दिया जिसमें पूरी घटना कैद हो गई थी. हालांकि पुलिस ने दूसरे सीसीटीवी कैमरे की मदद से आरोपी की पहचान कर ली.

हिन्दुस्तान टाइम्स के मुताबिक पुलिस ने बताया, ‘मृतक महिला एर्नाकुलम जिला कुरुप्पमपाड़ी की निवासी थी. वह अपने परिवार से अलग हो गई थी और पेरुम्बवूर में अकेली रहती थी.’

पुलिस ने बताया कि अपराध का मकसद और घटना की सही परिस्थितियां अभी भी स्पष्ट नहीं हुई हैं. आरोपी से पूछताछ जारी है.

पुलिस के मुताबिक पीड़िता के चेहरे पर करीब 30 घाव थे. हमले में इस्तेमाल किए गए फावड़े को भी मौके से बरामद किया गया.

एर्नाकुलम के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘हम एक अनुवादक की मदद से उससे पूछताछ कर रहे हैं. आने वाले कुछ दिनों में हम और जानकारी प्राप्त कर लेंगे.’

पुलिस ने ये भी बताया कि पेरुम्बवूर औद्योगिक इलाका होने की वजह से यहां बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर रहते हैं, जो ज्यादातर पूर्वोत्तर से हैं.

गौरतलब है कि इससे पहले 2016 में कोच्चि की एक छात्रा के साथ बलात्कार और हत्या का मामला चर्चा में रहा था. कानून की छात्रा के साथ बलात्कार और हत्या के मामले में असम के अमीरुल इस्लाम को दोषी ठहराया गया था और मौत की सजा सुनाई गई थी.

इस घटना के बाद राज्य में प्रवासी मजदूरों के खिलाफ कई विरोध प्रदर्शन हुए थे. रिपोर्ट के अनुसार, एक अनुमान के मुताबिक तकरीबन 30 लाख प्रवासी मजदूर केरल में रह रहे हैं.

(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)