भारत में कोरोना वायरस के पहले मामले की पुष्टि, चीन में अब तक 170 लोगों की मौत

चीन के राष्ट्रपति ने वायरस से निपटने में मदद के लिए सेना को आदेश दिए. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने हरसंभव मदद का आश्वासन दिया. भारत समेत कई देशों ने चीन की उड़ानें रद्द कीं. पापुआ न्यू गिनी ने एशिया से आने वाले यात्रियों पर पाबंदी लगाई. कार कंपनी टोयोटा ने नौ फरवरी तक बंद किए चीन के संयंत्र.

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Hyderabad: A central team visits the Special Isolation Ward set up to provide treatment to any suspected case of the coronavirus (CoV) at a hospital, in Hyderabad, Tuesday, Jan. 28, 2020. (PTI Photo)(PTI1_28_2020_000069B)(PTI1_28_2020_000171B)

चीन के राष्ट्रपति ने वायरस से निपटने में मदद के लिए सेना को आदेश दिए. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने हरसंभव मदद का आश्वासन दिया. भारत समेत कई देशों ने चीन की उड़ानें रद्द कीं. पापुआ न्यू गिनी ने एशिया से आने वाले यात्रियों पर पाबंदी लगाई. कार कंपनी टोयोटा ने नौ फरवरी तक बंद किए चीन के संयंत्र.

Hyderabad: A central team visits the Special Isolation Ward set up to provide treatment to any suspected case of the coronavirus (CoV) at a hospital, in Hyderabad, Tuesday, Jan. 28, 2020. (PTI Photo)(PTI1_28_2020_000069B)(PTI1_28_2020_000171B)
भारत में कोरोना वायरस के रोकथाम के लिए सतर्कता बढ़ा दी गई है. कई अस्पतालों में अलग वार्ड बनाए गए हैं. (फोटो: पीटीआई)

तिरुवनंतपुरम/नई दिल्ली/बीजिंग/वुहान/लंदन/जिनेवा: स्वास्थ्य मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को बताया कि केरल में कोरोना वायरस के एक मामले की पुष्टि होने की खबर है. मरीज चीन के वुहान विश्वविद्यालय का छात्र है. मंत्रालय ने बताया कि छात्र की जांच के नतीजे पॉजिटिव पाए जाने के बाद उसे अस्पताल में अलग रखा गया है.

मरीज की हालत स्थिर है और उसके स्वास्थ्य पर नजर रखी जा रही है.

भारत ने चीन के हुबेई प्रांत से भारतीय नागरिकों को ले आने के लिए दो उड़ानों की घोषणा की है और उन्हें नई दिल्ली में 28 दिनों तक अलग वार्ड में रखने का परामर्श जारी किया है.

इधर, पिछले कुछ दिनों में चीन से लौटे कम से कम 806 व्यक्तियों को कोरोना वायरस से ग्रसित होने की आशंका के चलते केरल में निगरानी में रखा गया है.

स्वास्थ्य अधिकारियों ने तिरुवनंतपुरम में बुधवार को यह जानकारी दी. कुल 806 में से 173 व्यक्ति राज्य में बुधवार को आए थे. उनमें से दस व्यक्तियों को राज्य के विभिन्न अस्पतालों में अलग रखा गया है और बाकी लोगों को घर पर रखा गया है.

स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा ने चीन से वापस आने वाले लोगों से कहा है कि वे अन्य स्थानों पर जाने से बचें और 28 दिनों तक खुद का बचाव करें.

मंत्री ने एक चिकित्सकीय बुलेटिन में बुधवार को कहा, ‘28 दिनों तक अपना बचाव करना बेहतर है. यदि उन्हें कफ, सांस लेने में तकलीफ या हल्का बुखार होता है तो उन्हें हर जिले में विशेष रूप से स्थापित किए गए चिकित्सा केंद्र में जाना चाहिए. उन्हें किसी भी अन्य अस्पताल में जाने की जरूरत नहीं है.’

केरल स्वास्थ्य विभाग ने अस्पताल की जानकारी प्राप्त करने के लिए फोन नंबर 0471- 255-2056 भी जारी किया है. वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों से कोरोना वायरस से संबंधित सवालों के लिए 24 घंटे और सातों दिन कार्यरत हेल्पलाइन नम्बर 011-23978046 का इस्तेमाल करने की अपील की.

चिकित्सा बुलेटिन के अनुसार पिछले एक सप्ताह में विभिन्न अस्पतालों में कम से कम 19 लोग भर्ती किए गए हैं जिनमें से नौ को चिकित्सा जांच के बाद छोड़ दिया गया.

केंद्र सरकार के एक तीन सदस्यीय दल ने 27 और 28 जनवरी को केरल का दौरा कर राज्य के स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ बैठक की थी. तिरुवनंतपुरम हवाई अड्डे पर चीन से लौटने वाले यात्रियों की जांच के लिए मंगलवार को थर्मल मशीन लगाई गयी.

चीन से हाल में लौटे पुदुचेरी के दो मेडिकल छात्रों समेत तीन लोगों को निगरानी में रखा गया है. स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण निदेशक एस. मोहन कुमार ने पत्रकारों से कहा कि एक कारोबारी और मेडिकल की पढ़ाई कर रहे दो छात्रों ने चीन जाने के बारे में बताया था. उन्हें एहतियातन अस्पताल में अन्य रोगियों से अलग कमरों में रखा गया है.

कारोबारी कराईकल का रहने वाला है जबकि छात्र पुडुचेरी और कराईकल से हैं.

मध्य प्रदेश के उज्जैन के एक अस्पताल में भर्ती कोरोना वायरस के दो संदिग्ध मरीजों की जांच रिपोर्ट निगेटिव पायी गयी है.

अधिकारियों ने बताया कि राजस्थान के जयपुर में कोरोना वायरस के लक्षण वाला व्यक्ति की जांच भी निगेटिव पायी गई. राजस्थान में निगरानी में रखे गए 18 अन्य व्यक्तियों का स्वास्थ्य भी अच्छा है.

भारत में सतर्कता बढ़ाई गई

स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, ‘चीन में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों और कई देशों में यात्रा संबंधी मामले सामने आने के मद्देनजर चीन के लिए गैर जरूरी यात्रा से बचा जाना चाहिए.’

तैयारियों के तहत भारत ने ऐसे हवाई अड्डों की संख्या सात से बढ़ाकर 21 कर दी है जहां यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग की जांच जा सके.

ऐसे हवाई अड्डों में गया, गुवाहाटी, विशाखापत्तनम, वाराणसी, गोवा, भुवनेश्वर और लखनऊ शामिल हैं. इसके अलावा सात अन्य हवाई अड्डों पर यह सुविधा पहले से उपलब्ध है.

नमूनों की जांच के लिए एनआईवी पुणे के अलावा स्वास्थ्य मंत्रालय ने चार और प्रयोगशालाएं स्थापित की हैं. ये प्रयोगशालाएं अलेप्पी, बेंगलुरु, हैदराबाद और मुंबई में शुरू की गई हैं.

एक आधिकारिक बयान के अनुसार कोरोना वायरस से संक्रमण के खतरे के मद्देनजर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों में किये गये ऐहतियाती उपायों की बुधवार को समीक्षा की और चीन तथा नेपाल की सीमा से लगे राज्यों में विशेष निगरानी बरतने को कहा.

मणिपुर स्वास्थ्य विभाग ने भारत-म्यामां की सीमा से लगे मोरेह शहर और बेहियांग में चिकित्सा अधिकारियों को तैनात कर दिया है. साथ ही इम्फाल हवाईअड्डे पर भी चिकित्सा अधिकारियों को तैनात किया गया है ताकि वहां आने वाले यात्रियों की कोराना वायरस के लक्षणों के लिए जांच की जा सकें.

स्वास्थ्य सचिवों ने बताया कि उन्होंने अपने-अपने राज्य के अस्पतालों में कोरोना वायरस से संक्रमण के संदिग्ध मरीजों को अलग रखने के लिये आइसोलेशन इकाई बनाने और अन्य चिकित्सा सुविधाओं के पुख्ता इंतजाम किये जाने की जानकारी दी. साथ ही संदिग्ध मरीजों के नमूने को जांच के लिये पुणे स्थित राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (एनआईवी) भेजने के त्वरित इंतजाम सुनिश्चित करने के लिये भी राज्यों को कहा गया है.

नेपाल के सीमावर्ती राज्यों उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल और सिक्किम के स्वास्थ्य सचिवों ने बताया कि सीमावर्ती इलाकों में चौकियों पर विशेष निगरानी इंतजाम किये गए हैं.

चीन में फंसे भारतीय दूतावास ने उनकी मदद करने और भारतीय नागरिकों का विवरण हासिल करने के लिए तीन हॉट लाइन शुरू की हैं. विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने मंगलवार को कहा कि सरकार कोरोना वायरस की वजह से फंसे भारतीयों को निकालने के लिए वुहान में एक विमान भेजने पर विचार कर रही है.

चीन में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या बढ़कर 170 हुई

उधर, चीन में कोरोना वायरस के कारण 38 और लोगों की मौत हो जाने के साथ ही इस वायरस की चपेट में आने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 170 हो गई है.

इस संक्रमण से सर्वाधिक लोगों की मौत हुबेई प्रांत में हुई है. हुबेई की राजधानी वुहान में दिसंबर में कोरोना वायरस का संक्रमण फैलना आरंभ हुआ था और अब यह संक्रमण दुनिया भर में फैल गया है.

Wuhan: Heavy equipment works at a construction site for a field hospital in Wuhan in central China's Hubei Province, Friday, Jan. 24, 2020. China is swiftly building a 1,000-bed hospital dedicated to patients infected with a new virus that has killed 26 people, sickened hundreds and prompted unprecedented lockdowns of cities during the country's most important holiday. AP/PTI(AP1_24_2020_000165B)
चीन के वुहान शहर में कोराना वायरस के संक्रमण के बाद इससे निपटने के लिए 1000 बेड वाला एक अलग अस्पताल बनाने की तैयारी जोर-शोर से चल रही है. (फोटो: एपी/पीटीआई)

इस बीच फ्रांस में एक अन्य महिला के इस बीमारी से पीड़ित होने की पुष्टि होने के साथ ही वहां इस बीमारी के पुष्ट मामलों की संख्या बढ़कर पांच हो गई है. महिला के 80 वर्षीय पिता भी इससे पीड़ित हैं.

फ्रांस के स्वास्थ्य मंत्री एग्नेस बुजिन ने बुधवार को कहा, ‘पांचवां मामला सामने आया है. वह हाल में गंभीर स्थिति में आईसीयू में भर्ती किए गए चीनी पर्यटक की बेटी है.’

चीनी प्राधिकारी इस बीमारी को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहे हैं और भारत समेत अन्य देश हुबेई प्रांत से अपने देशवासियों को बाहर निकालने की कोशिश कर रहे है.

कनाडा ने चीन से अपने 160 नागरिकों को लाने के लिए एक विमान भेजने का फैसला किया है. कनाडाई विदेश मंत्री फ्रेंकोइस-फिलिप शैम्पेन ने संवाददाताओं से कहा कि वुहान के निकट उतरने की अनुमति लेने में कई दिन लग सकते हैं.

उन्होंने कहा, ‘चीन में 160 कनाडाई हैं जिन्होंने वाणिज्यि दूत संबधी सेवाओं का अनुरोध किया है.’

उन्होंने कहा, ‘हमने वापस आने के इच्छुक कनाडाई नागरिकों को लाने के लिए एक विमान की व्यवस्था की है. अगला कदम चीनी समकक्षों के साथ राजनयिक स्तर पर काम करना है. हम बातचीत कर रहे हैं.’

चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने बीते दिनों कोरोना वायरस को एक ऐसा ‘राक्षस’ करार दिया जिसे काबू करने की आवश्यकता है. उन्होंने संकल्प लिया कि सरकार पारदर्शी रहेगी और वायरस के बारे में समय पर जानकारी साझा करेगी.

चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने बृहस्पतिवार को बताया कि कोरोना वायरस के कारण निमोनिया होने के 7,711 पुष्ट मामले सामने आए हैं.

आयोग के अनुसार, इस बीमारी से अब तक कुल 170 लोगों की मौत हो चुकी है. 1,370 मरीजों की हालत गंभीर बनी हुई है और बुधवार तक 12,167 लोगों के इस वायरस की चपेट में आने की आशंका थी.

वहीं 124 लोगों को उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है. कोरोना वायरस के संक्रमण के बुधवार को कुल 1,737 नए मामलों की पुष्टि हुई.
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि वायरस संक्रमण अगले 10 दिन में चरम पर पहुंच जाएगा जिसके परिणाम स्वरूप बड़ी संख्या में लोगों की मौत होगी.

कोरोना वायरस विषाणुओं का एक बड़ा समूह है, लेकिन इनमें से केवल छह विषाणु ही लोगों को संक्रमित करते हैं. इसके सामान्य प्रभावों के चलते सर्दी-जुकाम होता है. इसी से जुड़ा ‘सिवीयर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम’ (सार्स) ऐसा कोरोना वायरस है, जिसके प्रकोप से 2002-03 में चीन और हांगकांग में करीब 650 लोगों की मौत हो गई थी.

चीनी राष्ट्रपति ने वायरस से निपटने में मदद के लिए सेना को आदेश दिए

चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने कोरोना वायरस के प्रकोप को रोकने की मुश्किल जिम्मेदारी सेना को उठाने का बुधवार को आदेश दिया.

पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के प्रमुख राष्ट्रपति शी ने सेना से अपने उद्देश्य को दृढ़ता से मन में रखने और कोरोना वायरस के खिलाफ जंग जीतने में योगदान देने की मुश्किल जिम्मेदारी उठाने को कहा है.

वहीं, पीएलए ने हुबई प्रांत की राजधानी वुहान में अपने हजारों मेडिकलकर्मियों को इस वायरस से संक्रमित लोगों को बचाने के कार्य में लगाया है, ताकि चिकित्सकों की मदद की जा सके. यह शहर इस वायरस से सर्वाधिक प्रभावित हुआ है.

कई देशों ने चीन की उड़ानें रद्द कीं

इस बीच एयर इंडिया, इंडिगो एयरलाइंस, ब्रिटिश एयरवेज, लुफ्थांसा (जर्मनी) और लॉयन एयर (इंडोनेशिया) समेत कई एयरलाइन कंपनियों ने बुधवार को चीनी शहरों के लिए अपनी उड़ानें रद्द कर दी. नई दिल्ली में एयर इंडिया के प्रवक्ता ने कहा कि राष्ट्रीय एयरलाइन दिल्ली से शंघाई मार्ग पर अपनी उड़ानें 31 जनवरी से 14 फरवरी तक रद्द कर रही है.

इंडिगो एयरलाइंस ने बुधवार को कहा कि उसने चीन में कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने के बाद बेंगलुरु-हांगकांग मार्ग तथा दिल्ली-चेंगदू मार्ग पर एक फरवरी से 20 फरवरी तक उड़ानें निलंबित कर दी हैं.

इंडिगो ने कहा कि फिलहाल वह कोलकाता-ग्वांगझोऊ की उड़ान संचालित करती रहेगी जिस पर प्रतिदिन नजर रखी जा रही है.

ब्रिटिश एयरवेज, जो शंघाई और बीजिंग के लिए लंदन के हीथ्रो हवाईअड्डे से नियमित उड़ानों का परिचालन करती है, ने बुधवार को लंदन में कहा कि उसने कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए चीन से आने और जाने वाली अपनी सभी उड़ानें 31 जनवरी तक तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दी हैं और स्थिति का आकलन कर रही है.

Hong Kong: People queue up to purchase face masks outside a shop in Hong Kong, Monday, Jan. 27, 2020. Hong Kong announced it would bar entry to visitors from the mainland province at the center of the outbreak of a viral disease. Travel agencies were ordered to cancel group tours nationwide following a warning the virus's ability to spread was increasing. AP/PTI(AP1_27_2020_000036B)
हांगकांग में कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए मास्क खरीदने के लिए लगी लाइन. (फोटो: एपी/पीटीआई)

यूनाइटेड एयरलाइंस (अमेरिका), एयर कनाडा, कैथे पैसेफिक एयरवेज (हांगकांग) सहित अन्य विमानन कंपनियां पहले ही चीन को जाने वाली कुछ उड़ानों को रद्द कर चुकी हैं.

फ्रैंकफर्ट में लुफ्थांसा एयरलाइन ने बुधवार को कहा कि वह नौ फरवरी तक चीन के लिए अपनी उड़ानें रद्द कर रहा है. एयर फ्रांस ने 24 जनवरी को वुहान जाने वाली तीन साप्ताहिक उड़ाने निलंबित कर दी थीं लेकिन बुधवार सुबह विमानन कंपनी ने कहा कि वह बीजिंग और शंघाई के बीच 23 सप्ताहिक उड़ानों का परिचालन कर रही है.

जापान, तिब्बत, जर्मनी, यूएई समेत कई देशों में वायरस के मामले सामने आए

कोराना वायरस के संक्रमण के मामले दुनिया के अलग-अलग देशों में सामने आने लगे हैं. यह विषाणु चीन के हुबेई प्रांत की राजधानी वुहान में उभरा था और कम से कम 17 देशों में फैल गया है.

चीन का प्रशासन संक्रमण को और फैलने से रोकने का प्रयास कर रहा है. वहीं भारत सहित तमाम देश अपने नागरिकों को वुहान और हुबेई प्रांत के अन्य शहरों से अपने नागरिकों को निकालने का प्रयास कर रहे हैं.

अमेरिका और जापान कोरोना वायरस से फैली महामारी के केंद्र वुहान से पहले ही अपने कुछ नागरिकों को निकाल चुके हैं.

वुहान से जापान के उन तीन लोगों को वापस बुला लिया गया जिनकी जांच में उनके इस वायरस से संक्रमित होने का पता चला है. हालांकि जापान में इस वायरस के प्रसार को रोकने के लिए समुचित कदम नहीं उठाने के लिए सरकार की आलोचना की जा रही है.

जापान के यात्रियों को लेकर दूसरी बार वुहान से विमान लौटने के बाद नए मामलों का पता चला है. वहीं सरकार ने दूसरे ऐसे मामले की पुष्टि की है जिसमें एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में इस बीमार का प्रसार हुआ है.

वुहान से 400 से ज्यादा लोगों को जापान वापस लाया जा चुका है.

जापान के स्वास्थ्य मंत्री कात्सुोनोबु कोतो ने कहा कि जापान में 11 मामलों की पुष्टि हो चुकी है. वहीं अमेरिका के उत्तरी मरियाना द्वीप में चीन के सभी यात्रियों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है और ‘आपात स्थिति’ की घोषणा बृहस्पतिवार को कर दी गई.

तिब्बत में भी कोरोना वायरस के पहले मामले की पुष्टि होने की खबर है. चीनी स्वास्थ्य अधिकारियों ने गुरुवार को यह जानकारी दी. तिब्बत में पहला मामला तब सामने आया जब चीन के हुबेई प्रांत के 34 साल के एक व्यक्ति ने तिब्बत की यात्रा के दौरान बीमार पड़ा.

वह मध्य चीन के हुबेई प्रांत के सुइझोउ शहर का है. वह 24 जनवरी को प्रांतीय राजधानी वुहान से ट्रेन से ल्हासा गया था और 25 जनवरी को अस्पताल में भर्ती हुआ था. एक चीनी दैनिक अखबार के मुताबिक मरीज की हालत स्थिर हैं और कड़ी चिकित्सीय निगरानी में रखा गया है.

इस बीच, जर्मनी में कोरोना वायरस से चार लोगों को संक्रमित होने की पुष्टि हुई है. इसके साथ ही फ्रांस के बाद जर्मनी यूरोप का दूसरा देश बन गया है जहां पर कोरोना वायरस से संक्रमण की पुष्टि हुई है.

संयुक्त अरब अमीरात ने भी कोरोना वायरस से संक्रमण के पहले मामले की पुष्टि की है. यह व्यक्ति हाल में वुहान से संयुक्त अरब अमीरात लौटा था.

पाकिस्तान ने बुधवार को बताया कि चीन के शहर वुहान में उसके चार छात्र कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए हैं. स्वास्थ्य मामलों पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के विशेष सहायक जफर मिर्जा ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि 500 से अधिक पाकिस्तानी छात्र चीन के वुहान में मौजूद हैं.

Fuyang: Government workers take the temperature of passengers as they exit a railway station in Fuyang in central China's Anhui Province, Wednesday, Jan. 29, 2020. Countries began evacuating their citizens Wednesday from the Chinese city hardest-hit by an outbreak of a new virus that infected more than 6,000 on the mainland and abroad. AP/PTI(AP1_29_2020_000028B)
मध्य चीन के अनहुई प्रांत के फुयांग रेलवे स्टेशन से बाहर निकल रही यात्री की जांच करते स्वास्थ्य अधिकारी. (फोटो: एपी/पीटीआई)

न्यूजीलैंड और सिंगापुर, चीन से अपने नागरिकों को वापस बुलाएंगे

न्यूजीलैंड की सरकार अपने नागरिकों को वुहान से स्वदेश लाने के लिए एयर न्यूजीलैंड से एक विमान भेजने वाली है.

न्यूजीलैंड के विदेश मंत्री विंस्टन पीटर्स ने कहा कि विमान से 300 यात्री लाए जा सकते हैं. अधिकारी आने वाले यात्रियों के लिए अगले दो हफ्तों तक पृथक रखने की व्यवस्था की जा रही है.

सिंगापुर ने कहा कि वह बृहस्पतिवार को अपने 92 नागरिकों को वुहान से वापस लाएगा.

पापुआ न्यू गिनी ने एशिया से आने वाले यात्रियों पर पाबंदी लगाई

पोर्ट मोर्सेबे: पापुआ न्यू गिनी ने घातक कोरोना वायरस से बचाव के लिए एहतियाती तौर पर एशिया से आने वाले सभी विदेशी यात्रियों के लिए बुधवार को अपने हवाईअड्डे और बंदरगाह बंद कर दिए.

एयरलाइनों और नौका संचालकों को भेजे संदेश में आव्रजन मंत्रालय ने कहा, ‘एशियाई हवाईअड्डों और बंदरगाहों से आने वाले सभी लोगों को आज से देश में प्रवेश नहीं दिया जाएगा.’

मंत्रालय ने घोषणा की कि पापुआ न्यू गिनी की इकलौती आधिकारिक जमीनी सीमा भी बृहस्पतिवार से सील कर दी जाएगी.

पापुआ न्यू गिनी में अब तक कोरोना वायरस के संक्रमण का कोई मामला सामने नहीं आया है. एशियाई देशों से लौटने वाले पापुआ न्यू गिनी के रहवासियों को 14 दिन तक चिकित्सीय रूप से अलग-थलग रखा जाएगा.

डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने चीन के वायरस पर फिर बुलाई आपात बैठक

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) प्रमुख ने बुधवार को विशेषज्ञों की एक नए सिरे से आपात बैठक बुलाई है जिसमें इस बात पर चर्चा होगी कि क्या चीन में फैला कोरोना वायरस अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य आपात के समान है.

डब्ल्यूएचओ प्रमुख टीए घेब्रेयेसस ने ट्विटर पर कहा, ‘मैंने नए कोरोना वायरस (2019-एनसीओवी) पर कल अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य नियम आपात समिति की फिर से बैठक बुलाने का निर्णय किया है.’

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चीन को यह आश्वासन भी दिया कि कोरोना वायरस को फैलने से रोकने में वह उसकी हरसंभव मदद करेगा.

टोयोटा ने नौ फरवरी तक बंद किए चीन के संयंत्र

कार बनाने वाली जापानी कंपनी टोयोटा ने चीन में स्थित अपने सभी संयंत्रों को नौ फरवरी तक के लिए बंद कर दिया है. इसकी प्रमुख वजह चीन में कोरोना वायरस का तेजी से फैलना है.

टोयोटा के प्रवक्ता ने एजेंसी से कहा, ‘स्थानीय और क्षेत्रीय सरकार की ओर से जारी किए गए विभिन्न दिशानिर्देशों और 29 जनवरी तक कलपुर्जों की आपूर्ति की स्थिति को देखते हुए हमने नौ फरवरी तक अपने संयंत्रों में परिचालन रोकने का निर्णय किया है.’

प्रवक्ता ने कहा कि वे स्थिति की निगरानी करेंगे और 10 फरवरी से परिचालन शुरू करने पर निर्णय करेंगे.

कंपनी के इस निर्णय से चीन में स्थित उसके तीन संयंत्र जीएसी टोयोटा मोटर कंपनी लिमिटेड, तियांजिन एफएडब्ल्यू टोयोटा मोटर कंपनी लिमिटेड और सिचुआन एफएडब्ल्यू टोयोटा मोटर कंपनी लिमिटेड प्रभावित होंगे.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)