कोराना के कारण सार्वजनिक स्थानों पर तंबाकू खाने-थूकने पर रोक लगाएं राज्य: स्वास्थ्य मंत्रालय

इससे पहले शीर्ष स्वास्थ्य निकाय भारतीय आयुर्विज्ञान चिकित्सा परिषद ने भी लोगों से चबाने वाले तंबाकू के उत्पादों के सेवन से दूर रहने और सार्वजनिक स्थानों पर न थूकने की अपील की थी.

(फोटो: पीटीआई)

इससे पहले शीर्ष स्वास्थ्य निकाय भारतीय आयुर्विज्ञान चिकित्सा परिषद ने भी लोगों से चबाने वाले तंबाकू के उत्पादों के सेवन से दूर रहने और सार्वजनिक स्थानों पर न थूकने की अपील की थी.

Kolkata: Artists paint graffiti on a road to raise awareness about the COVID-19 during nationwide lockdown imposed to contain the coronavirus pandemic, in Kolkata, Thursday, April 9, 2020. (PTI Photo/Swapan Mahapatra) (PTI09-04-2020_000142B)
(प्रतीकात्मक फोटो: पीटीआई)

नई दिल्ली: कोरोना वायरस के प्रसार की रोकथाम के मद्देनजर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों से सार्वजनिक स्थानों पर चबाने वाले तंबाकू के इस्तेमाल और थूकने पर रोक लगाने को कहा है.

सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिव को भेजे पत्र में स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, ‘गैर धूम्ररहित चबाने वाले तंबाकू, पान मसाला और सुपारी से शरीर में लार अधिक बनने लगती है और इससे थूकने की अत्याधिक इच्छा होती है. सार्वजिनक स्थानों पर थूकने से कोरोना वायरस के प्रसार में तेजी आ सकती है.’

पत्र के मुताबिक, राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों की सरकारों के पास विभिन्न कानूनों के तहत कोविड-19 से निपटने के जरूरी अधिकार हैं.

इसमें कहा गया, ‘इसी पृष्ठभूमि में यह अपील की जाती है कि सार्वजनिक रूप से चबाने वाले तंबाकू उत्पादों का उपयोग और थूकना प्रतिबंधित करने के लिए उचित कानून के तहत आवश्यक उपाय किए जा सकते हैं.’

बिहार, झारखंड, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, महाराष्ट्र, हरियाणा, नगालैंड और असम जैसे कुछ राज्य कोविड-19 महामारी के दौरान पहले ही सार्वजनिक स्थानों पर चबाने वाले तंबाकू उत्पादों के इस्तेमाल और थूकने पर प्रतिबंध लगा चुके हैं.

देश में कोरोना वायरस संक्रमण के कारण मृतकों की संख्या रविवार को 273 हो गई और कोविड-19 मरीजों की संख्या 8,356 पर पहुंच गई.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश में अब भी 7,367 लोग संक्रमण की चपेट में हैं जबकि 715 लोग ठीक हुए और एक व्यक्ति विदेश चला गया है.

मंत्रालय ने बताया कि शनिवार शाम से करीब 34 और लोगों की मौत हुई.

इससे पहले कोरोना वायरस महामारी के बढ़ते खतरे के मद्देनजर भारतीय आयुर्विज्ञान चिकित्सा परिषद (आईसीएमआर) ने भी जनता से चबाने वाले तंबाकू के उत्पादों के सेवन से दूर रहने और सार्वजनिक स्थानों पर नहीं थूकने की अपील की है.

शीर्ष स्वास्थ्य अनुसंधान निकाय आईसीएमआर ने कहा था कि तम्बाकू उत्पादों (गुटखा, पान मसाला तंबाकू के साथ, पान और अन्य चबाने वाले तम्बाकू उत्पाद) और सुपारी लार के उत्पादन को बढ़ाते हैं जिसके बाद थूकने की बहुत तीव्र इच्छा होती है.

आईसीएमआर ने कहा था, ‘सार्वजनिक स्थानों पर थूकना कोरोना वायरस को और फैला सकता है. महामारी के बढ़ते खतरे के मद्देनजर, यह आम जनता से अपील है कि तम्बाकू उत्पादों के सेवन और सार्वजनिक स्थानों पर थूकने से परहेज करें.’

कोरोना वायरस इसके संक्रमण के कारण बुखार, जुकाम, सांस लेने में तकलीफ, नाक बहना और गले में खराश जैसी समस्या उत्पन्न होती है. छींकने, खांसने के अलावा थूकने से इस वायरस के फैलने का खतरा हो सकता है.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)