पूरी दुनिया में अब तक कोरोना वायरस से जितने लोगों की जान गई, उनमें से क़रीब दो तिहाई लोग यूरोप से हैं. कोरोना वायरस महामारी का केंद्र रहे वुहान शहर को चीन ने कम जोखिम वाला इलाका घोषित किया.
नई दिल्ली/पेरिस/बीजिंग/वुहान: देश में कोरोना वायरस यानी कोविड-19 से मरने वालों की संख्या रविवार को बढ़कर 507 हो गई, जबकि संक्रमण के मामले बढ़कर 15,712 हो गए.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अभी देश में कोविड-19 से 12,974 लोग संक्रमित हैं, जबकि 2,230 लोग उपचार के बाद ठीक हो गए हैं. उन्हें अस्पतालों से छुट्टी दी जा चुकी है. एक व्यक्ति विदेश चला गया है.
इन मामलों में 77 विदेशी नागरिक भी शामिल हैं.
शनिवार शाम से अब तक 19 लोगों की मौत हो चुकी है. इनमें महाराष्ट्र के 10, गुजरात के पांच, पश्चिम बंगाल के दो, कर्नाटक और मध्य प्रदेश का एक-एक व्यक्ति शामिल हैं.
संक्रमण के कारण देश में हुई कुल 507 मौतों में महाराष्ट्र में सर्वाधिक 211 लोगों की मौत हुई. उसके बाद मध्य प्रदेश में 70, गुजरात में 53, दिल्ली में 42 और तेलंगाना में 18 लोगों की जान गई.
संक्रमण से तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में 15-15 मौतें हुई हैं जबकि उत्तर प्रदेश और कर्नाटक में 14-14 लोगों की मौत हुई है. पंजाब में 13 लोगों की, राजस्थान में 11 और पश्चिम बंगाल में 12 लोगों की मौत हुई है.
जम्मू कश्मीर में पांच लोगों की जान चली गई, जबकि केरल और हरियाणा में तीन-तीन मौतें हुई हैं. झारखंड और बिहार में दो-दो मौतें हुई हैं.
स्वास्थ्य मंत्रालय के सुबह अद्यतन हुए आंकड़ों के अनुसार, मेघालय, हिमाचल प्रदेश, ओडिशा और असम में एक-एक व्यक्ति की मौत इस संक्रमण से हुई है.
देश में संक्रमण के सबसे अधिक पुष्ट मामले महाराष्ट्र में 3,651, उसके बाद दिल्ली में 1,893, मध्य प्रदेश में 1,407 और गुजरात में 1,376 हैं.
तमिलनाडु में 1,372, राजस्थान में 1,351 और उत्तर प्रदेश में 969 मामले हैं. कोरोना वायरस के तेलंगाना में 809 मामले हैं, आंध्र प्रदेश में 603 और केरल में 400 मामले हैं.
कर्नाटक में कोरोना वायरस के 384, जम्मू कश्मीर में 341, पश्चिम बंगाल में 310, हरियाणा में 225 और पंजाब में 202 मामले हैं.
बिहार में संक्रमण के 86 और ओडिशा में 61 मामले सामने आए हैं. उत्तराखंड में 42 लोग वायरस से संक्रमित हैं, जबकि हिमाचल प्रदेश में 39 और छत्तीसगढ़ में 36 लोग संक्रमित हैं. असम में अब तक 35 मामले सामने आए हैं.
कोरोना वायरस संक्रमण के झारखंड में 34 मामले, चंडीगढ़ में 23 और लद्दाख में 18 मामले हैं. अंडमान निकोबार द्वीप समूह में 14 मामले सामने आए हैं.
इनके अलावा मेघालय में 11 मामले, जबकि गोवा और पुदुचेरी में सात-सात, मणिपुर और त्रिपुरा में दो-दो मामले हैं, मिजोरम और अरुणाचल प्रदेश में एक-एक मामला सामने आया है.
अमेरिका की जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के आंकड़ों के अनुसार, दुनिया भर में रविवार तक 161,030 लोगों की जान कोरोना वायरस से जा चुकी है और संक्रमण के तकरीबन 2,338,335 मामले सामने आ चुके हैं.
इस महामारी से सबसे बुरी तरह से प्रभावित अमेरिका में पिछले 24 घंटे में 1,891 लोगों की मौत के साथ यहां मरने वालों का आंकड़ा 38,664 हो गया है. यहां संक्रमण 732,197 मामले सामने आए हैं.
सबसे बुरी तरह से प्रभावित देशों में से एक इटली में अब तक 23,227 लोगों की मौत हो चुकी है और यहां संक्रमण के 175,925 मामले सामने आ चुके हैं.
स्पेन में अब तक 20,639 लोग इससे दम तोड़ चुके हैं और यहां 194,416 मामले सामने आ चुके हैं. फ्रांस में अब तक 19,323 लोगों की मौत हो चुकी है और संक्रमण के 152,978 मामले सामने आ चुके हैं.
इस महामारी की चपेट में आकर ब्रिटेन में अब तक 15,464 लोग जान गंवा चुके हैं और 115,314 मामले सामने आ चुके हैं. जर्मनी में संक्रमण के 143,724 मामले सामने आ चुके हैं, जबकि 4,538 लोगों की मौत हो चुकी है.
यूरोप में मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर एक लाख पार पहुंची
कोरोना वायरस संक्रमण से यूरोप में मरने वाले लोगों की संख्या एक लाख के आंकड़े को शनिवार को पार कर गई. यह पूरे विश्व की कुल मृतक संख्या का करीब दो तिहाई हिस्सा है.
कोविड-19 से मरने वाले लोगों से जुड़ी समाचार एजेंसी एएफपी की तालिका में यह दावा किया गया है.
दुनिया भर में अब तक कोविड-19 से 1,57,163 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि इस वायरस से बुरी तरह से प्रभावित यूरोप में संक्रमण के कुल 1,136,672 मामले सामने आ चुके हैं. वहीं, 1,00,501 लोगों की मौत हो चुकी है.
न्यूयॉर्क में दो हफ्ते में पहली बार मृतकों की संख्या एक दिन में 550 के अंदर रही
न्यूयॉर्क: न्यूयॉर्क में करीब दो हफ्तों में पहली बार मृतकों की संख्या एक दिन में 550 से कम रही जिसके बाद गवर्नर एंड्र्यू क्योमो ने कहा कि ऐसा लगता है राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण शीर्ष पर पहुंच चुका है और अब यह ग्राफ घटना शुरू हो चुका है तथा अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या कम हो रही है.
क्योमो ने कोरोना वायरस पर अपनी नियमित प्रेस वार्ता में शनिवार को कहा, ‘अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या कम हो रही है और यह अच्छी खबर है.’
उन्होंने ध्यान दिलाया कि वायरस के चलते अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या करीब 18,000 से घटकर फिलहाल 16,000 पर आ गई है. लोगों को आपात कक्षों में रखने की अब उतनी जरूरत नहीं है. मरीजों को आईसीयू में भर्ती कराया जाना तथा वेंटिलेटर पर रखा जाना भी कम हुआ है.
हालांकि उन्होंने आगाह किया है कि भले ही राज्य में संक्रमण कम हुआ है लेकिन हम अब भी अच्छी स्थिति में नहीं हैं.
चीन ने वुहान को कम जोखिम वाला क्षेत्र घोषित किया
कोरोना वायरस महामारी का केंद्र रहे वुहान को चीन ने कम जोखिम वाला इलाका घोषित किया है. हालांकि कुछ दिन पहले शहर में संक्रमितों और मृतकों की संख्या संबंधी आंकड़ों में वृद्धि दर्ज की गई थी.
स्वास्थ्य अधिकारियों ने रविवार को बताया कि देश में कोविड-19 के 16 नए मामले सामने आए हैं.
चीन की राज्य परिषद के दिशा-निर्देशों के अनुसार, जोखिम का आकलन नए मामलों के आधार पर किया जाता है. जिन शहरों, काउंटी और जिलों में बीते 14 दिन में किसी नए मामले की पुष्टि नहीं हुई हो उसे कम जोखिम वाले इलाके की श्रेणी में रखा जाता है.
जहां 50 से कम मामले हों या अधिक मामले होने के बावजूद बीमारी फैल नहीं रही हो, उन्हें मध्यम जोखिम की श्रेणी में रखा जाता है. जहां 50 से अधिक मामले और बीमारी फैल रही हो उन्हें उच्च जोखिम वाला क्षेत्र माना जाता है.
चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग (एनएचसी) ने रविवार को कहा कि शनिवार को देश में कोविड-19 के 16 नए मामलों की पुष्टि हुई. इनमें नौ संक्रमित व्यक्ति बाहर से आए थे जबकि सात मामले स्थानीय स्तर पर संक्रमित होने के हैं.
इसमें कहा गया कि मौत का कोई नया मामला नहीं आया और मृतक संख्या 4,632 ही है.
चीन में शनिवार तक वायरस संक्रमण के मामलों की संख्या 82,735 तक पहुंच गई जिनमें 1,041 मरीजों का इलाज चल रहा है, 77,062 लोगों को अस्पताल से छुट्टी मिल गई और 4,632 लोगों की मौत हो गई.
एनएचसी ने बताया कि विदेशों से आए संक्रमितों की संख्या 1,575 है. शनिवार को संक्रमण के ऐसे 44 मामले सामने आए जिनमें संक्रमित व्यक्ति में रोग का कोई लक्षण नहीं था.
शिन्हुआ समाचार एजेंसी ने बताया कि वुहान में 12 दिन पहले लॉकडाउन खोला गया था और अब उसे कम जोखिम वाला क्षेत्र घोषित किया गया है.
वुहान के नगर निकाय के अधिकारियों ने शुक्रवार को यहां कोविड-19 के पुष्ट मामलों की संख्या और मृतकों की संख्या में बदलाव किया था.
दक्षिण कोरिया में अब तक 234 लोगों की मौत
बैंकाक: दक्षिण कोरिया में रविवार को कोरोना वायरस संक्रमण के आठ नए मामले सामने आए हैं. दो माह में संक्रमण के मामले इकाई में बढ़ने का यह पहला मामला है.
कोरिया रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्रों ने कहा कि नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमण के मामले बढ़कर 10,661 हो गए हैं और 234 लोगों की मौत हो गई है.
केंद्रों ने बताया कि 8,042 लोग ठीक हो गए हैं और उन्हें पृथकवास से छुट्टी मिल गई है वहीं 12,243 संदिग्धों की जांच की जा रही है.
देश में हालांकि संक्रमण के मामलों मे कमी आई है लेकिन अधिकारियों ने इसके ‘चुपचाप फैलने’ की आशंका व्यक्त की है क्योंकि लोग सामाजकि दूरी के नियम में ढिलाई बरत रहे हैं.
जापान में घरेलू मामलों की संख्या 10 हजार के पार
टोक्यो: जापान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को कहा कि एक दिन पहले कोरोना वायरस के 568 नए मामले सामने आए, जिससे देश में इस संक्रमण के घरेलू मामलों की संख्या बढ़कर 10,361 पर पहुंच गई है.
देश में संक्रमितों की कुल संख्या में इस साल की शुरुआत में टोक्यो के समीप पृथक किए गए क्रूज जहाज में सवार 712 अन्य लोग भी शामिल हैं, जिससे कुल संक्रमितों की संख्या 11,073 हो गई. इनमें से 174 लोगों की मौत हो चुकी है.
प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने देश में विषाणु को फैलने से रोकने की कोशिश में बृहस्पतिवार को आपात स्थिति का विस्तार पूरे देश में कर दिया. पहले यह आपात स्थिति टोक्यो तथा छह अन्य शहरी इलाकों तक सीमित थी. यह फैसला तब लिया गया है जब पहले ही यह चिंताएं पैदा हो गई है कि देश में अस्पतालों में मरीजों की बाढ़ आ गई है.
माली में खतरे के बावजूद चुनाव होना तय, अब तक 13 लोगों की मौत
बमाको: माली में खूनी जिहादी संघर्ष और कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के खतरे के बावजूद रविवार को विधायी चुनावों के अंतिम चरण का मतदान होना तय है, जिसका मकसद सरकार पर जनता का विश्वास बहाल करना है.
1.9 करोड़ की आबादी वाले देश में मतदाता नेशनल असेंबली की 147 सीटों के लिए मतदान करेंगे.
देश के इस्लामिक विद्रोह से जूझने और हजारों लोगों के घरों के भीतर सिमट जाने से चुनावों में बार-बार देरी हुई.
विपक्ष के नेता सोमालिया सिसे के अपहरण समेत जिहादी हमलों से 29 मार्च को चुनावों का पहला चरण बाधित हुआ था.
यह 2013 के बाद से देश में पहला संसदीय चुनाव है, जब राष्ट्रपति इब्राहिम बूबकर कीटा ने भारी बहुमत हासिल किया था.
माली दुनिया के सबसे गरीब देशों में से एक है. इसके संघर्षरत क्षेत्र और खराब स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली ने इसे कोरोना वायरस के उच्च जोखिम वाले देशों की सूची में रख दिया है.
इस देश में कोरोना वायरस के 200 से अधिक मामले सामने आए हैं और 13 लोगों की मौत हो गई है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)