अमित शाह ने ममता बनर्जी से कहा, ट्रेन की अनुमति न देना प्रवासी मज़दूरों के साथ अन्याय

तृणमूल कांग्रेस की ओर से कहा गया है कि विडंबना यह है कि गृ​ह मंत्री अमित शाह​ उन लोगों के बारे में बात कर रहे हैं, जिन्हें उनकी ख़ुद की सरकार ने भगवान भरोसे छोड़ दिया है. वह या तो इन आरोपों को साबित करें या फिर माफ़ी मांगें.

अमित शाह और ममता बनर्जी. (फाइल फोटो: पीटीआई)

तृणमूल कांग्रेस की ओर से कहा गया है कि विडंबना यह है कि गृह मंत्री अमित शाह उन लोगों के बारे में बात कर रहे हैं, जिन्हें उनकी ख़ुद की सरकार ने भगवान भरोसे छोड़ दिया है. वह या तो इन आरोपों को साबित करें या फिर माफ़ी मांगें.

अमित शाह और ममता बनर्जी. (फाइल फोटो: पीटीआई)
अमित शाह और ममता बनर्जी. (फाइल फोटो: पीटीआई)

नई दिल्लीः गृह मंत्री अमित शाह ने ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली पश्चिम बंगाल सरकार पर आरोप लगाया है कि वह प्रवासी मजदूरों की घर वापसी के लिए ट्रेनें चलाए जाने को मंजूरी नहीं दे रही हैं.

इस संबंध में अमित शाह ने शनिवार को ममता बनर्जी को पत्र लिखते हुए कहा, ‘प्रवासी मजदूर पश्चिम बंगाल से अपने-अपने घर जाने को आतुर हैं, लेकिन हमें उनकी मदद के लिए राज्य सरकार से कोई समर्थन नहीं मिल रहा. पश्चिम बंगाल ट्रेनों के चलने को मंजूरी नहीं दे रही. यह प्रवासी मजदूरों के साथ अन्याय है. इससे मजदूरों के लिए और मुसीबतें खड़ी होंगी.’

देश के विभिन्न हिस्सों से प्रवासी मजदूरों को उनके घरों तक पहुंचाने के लिए केंद्र सरकार द्वारा विशेष श्रमिक ट्रेनें शुरू की हैं, जिनका उल्लेख करते हुए शाह ने पत्र में कहा कि केंद्र सरकार ने लॉकडाउन के बीच अब तक दो लाख प्रवासी मजदूरों को उनके घर लौटने में मदद की है.

हालांकि इस पत्र को लेकर तृणमूल कांग्रेस ने गृह मंत्री अमित शाह से कहा है कि वह या तो अपने आरोप साबित करें या फिर माफी मांगें.

तृणमूल कांग्रेस के अभिषेक बनर्जी ने ट्वीट कर कहा, ‘कई सप्ताह की चुप्पी के बाद इस संकट की घड़ी के दौरान अपने कर्तव्यों के निर्वहन में असफल रहने वाले गृहमंत्री सिर्फ झूठ के पुलिंदों से लोगों को गुमराह कर रहे हैं. विडंबना यह है कि वह उन लोगों के बारे में बात कर रहे हैं, जिन्हें उनकी खुद की सरकार ने भगवान भरोसे छोड़ दिया है. अमित शाह अपने झूठे आरोप साबित करें या माफी मांगें.’

अमर उजाला की रिपोर्ट के मुताबिक, वहीं कांग्रेस पार्टी का कहना है कि गृह मंत्री अमित शाह को ऐसा ही पत्र कर्नाटक और गुजरात के मुख्यमंत्रियों को भी लिखना चाहिए, क्योंकि उनकी सरकारें मजदूरों को घर जाने से रोक रही हैं

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा, ‘मैंने एक दिन पहले गृह मंत्री से बात की थी. उन्होंने मुझे बताया था कि वह लगातर बंगाल सरकार से पूछ रहे हैं कि उन्हें प्रवासी मजदूरों को वापस लाने के लिए कितनीं ट्रेनों की जरूरत हैं लेकिन दो दिन पहले तक सरकार ने लिस्ट नहीं भेजी थी.’

उन्होंने कहा, ‘मुझे आज पता चला कि राज्य सरकार ने आठ ट्रेनें मांगी हैं. मैं राज्य सरकार और अमित शाह से अपील करता हूं कि वे फंसे हुए मजदूरों को वापस लाने के लिए साथ मिलकर हर संभव प्रयास करें.’