उत्तर प्रदेश में ग़रीबी से परेशान एक और किसान ने फ़ांसी लगाकर जान दी

उत्तर प्रदेश के फतेहपुर ज़िले के असोथर क्षेत्र में हुई घटना. ललितपुर ज़िले में हुई एक अन्य घटना में कथित तौर पर पत्नी को 100 रुपये न दे पाने की वजह से एक व्यक्ति ने ट्रेन से कटकर आत्महत्या कर ली है.

(प्रतीकात्मक फोटो साभार: विकिपीडिया)

उत्तर प्रदेश के फतेहपुर ज़िले के असोथर क्षेत्र में हुई घटना. ललितपुर ज़िले में हुई एक अन्य घटना में कथित तौर पर पत्नी को 100 रुपये न दे पाने की वजह से एक व्यक्ति ने ट्रेन से कटकर आत्महत्या कर ली है.

(प्रतीकात्मक फोटो साभार: विकिपीडिया)
(प्रतीकात्मक फोटो साभार: विकिपीडिया)

फतेहपुर/ललितपुर: उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले के असोथर क्षेत्र में कथित रूप से गरीबी से परेशान एक किसान ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.

पुलिस ने रविवार को बताया कि सातोंपीत गांव में दस बिस्वा कृषि भूमि (अल्प भूमिहीन श्रेणी) के किसान कैलाश लोधी (47) ने शनिवार को अपने घर में फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली.

उन्होंने बताया कि पोस्टमॉर्टम कराने के बाद शव शनिवार को उसके परिजनों को सौंप दिया गया है.

मृत किसान के बेटे अखिलेश के मुताबिक, नौ सदस्यों वाले परिवार के बीच सिर्फ दस बिस्वा (आधा बीघा) कृषि भूमि है. खेती करने के साथ-साथ मजदूरी कर परिवार का गुजर बसर होता है. उनके पिता ने गांव के कुछ बड़े लोगों से कर्ज भी लिया था. संभवत: इन्हीं कारणों से उन्होंने आत्महत्या की है.

पुलिस सूत्रों ने बताया कि किसान द्वारा आत्महत्या किए जाने की घटना से प्रशासनिक अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है ताकि मृतक के आश्रितों को सरकारी आर्थिक सहायता मिल सके.

इससे पहले उत्तर प्रदेश बांदा जिले में बीमारी और कर्ज से कथित तौर पर परेशान एक किसान ने आत्महत्या कर ली थी. जिले के अतर्रा थाना क्षेत्र के बरेंहड़ा गांव के पतारी पुरवा में 60 वर्षीय किसान कल्लू उर्फ रामेश्वर ने बीते 25 जून को पेड़ से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी.

बीते 21 जून को ललितपुर जिले में गरीबी और कर्ज से कथित तौर पर परेशान 40 वर्षीय किसान कूरे अहिरवार ने जहर खाकर जान दे दी थी. घटना जिले के जखौरा थाना क्षेत्र की थी.

बीते 19 जून को बांदा जिले के चिल्ला थाना क्षेत्र के चकला गांव में 45 वर्षीय किसान मुन्ना निषाद ने खेत में जहर खाकर आत्महत्या कर ली थी.

बीते पांच जून को मुजफ्फरनगर जिले में कथित तौर पर लॉकडाउन की वजह से आर्थिक तंगी से परेशान एक गन्ना किसान ने आत्महत्या कर ली थी. उनकी पहचान 50 वर्षीय ओमपाल सिंह के रूप में हुई थी.

पत्नी को सौ रुपये न दे पाने से क्षुब्ध युवक ने ट्रेन से कटकर आत्महत्या की

उत्तर प्रदेश के ललितपुर जिले के जाखलौन इलाके में पत्नी को कथित रूप से खर्च के लिए 100 रुपये न दे पाने से क्षुब्ध एक युवक ने ट्रेन में कटकर आत्महत्या कर ली.

पुलिस सूत्रों ने रविवार को बताया कि जाखलौन थाना क्षेत्र के जीरोन-ललितपुर रेल मार्ग में बमहौरी गांव के गेट संख्या-1031 के पास शनिवार को रेल पटरी पर ट्रेन से कटा एक युवक का शव बरामद हुआ है, जिसकी पहचान नाराहट क्षेत्र के गुरयाना गांव निवासी जयहिंद सिंह (30) के रूप में हुई है.

जयहिंद के पिता बलबोदे के हवाले से उन्होंने बताया कि उनका बेटा अपनी पत्नी और बच्चों के साथ बमहौरी कला गांव स्थित अपनी ससुराल में आयोजित एक शादी समारोह में शामिल होने गया था. शुक्रवार की शाम उनकी पत्नी ने खर्च के लिए उससे सौ रुपये मांगे थे, जो वह नहीं दे पाया.

सूत्रों ने बताया कि इसी बात को लेकर कई रिश्तेदारों के सामने पति-पत्नी का विवाद हुआ और जयहिंद रात में ही ससुराल से निकल आए. सुबह उसका शव रेल पटरी पर मिला. संभवत: रिश्तेदारों के सामने सौ रुपये न दे पाने की आत्मग्लानि की वजह से उसने आत्महत्या कर ली है.

पोस्टमॉर्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है और मामले की जांच शुरू कर दी गई है.

इसी तरह बीती 29 मई को राज्य के लखीमपुर खीरी ज़िले में कथित रूप से लॉकडाउन के कारण बेरोजगार हुए एक 50 वर्षीय शख्स भानु प्रकाश गुप्ता ने ट्रेन से कटकर आत्महत्या कर ली थी. मृतक की जेब से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ था, जिसमें उन्होंने अपनी गरीबी और बेरोजगारी का जिक्र किया था.

बता दें कि उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों से लगातार कोरोना वायरस और लॉकडाउन से बनी परिस्थितियों में आत्महत्या की खबरें आ रही हैं. बांदा जिले में लॉकडाउन के दौरान 19 से 20 लोगों के आत्महत्या करने की खबरें आ चुकी हैं.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)