बिहार के किशनगंज ज़िले से लगी नेपाल सीमा पर नेपाल पुलिस ने उस वक्त गोलीबारी की जब 25 वर्षीय युवक तीन अन्य लोगों के साथ अपने मवेशियों को लाने जा रहे थे. पिछले महीने बिहार के सीतामढ़ी ज़िले में नेपाल पुलिस द्वारा की गई गोलीबारी में एक भारतीय नागरिक की मौत हो गई थी जबकि दो अन्य घायल हो गए थे.
किशनगंज (बिहार): दो महीने से कम समय में बिहार में नेपाल से लगी सीमा पर नेपाल पुलिस द्वारा दूसरी बार की गई गोलीबारी में एक भारतीय नागरिक घायल हो गया. यह घटना बिहार के किशनगंज जिले में भारत-नेपाल सीमा पर ‘नो मैन्स लैंड’ में हुई है.
किशनगंज के पुलिस अधीक्षक कुमार आशीष ने रविवार को बताया कि घायल व्यक्ति का नाम जितेंद्र कुमार सिंह (25) है जो किशनगंज जिले के फतेहपुर थाना अंतर्गत माफिया टोला गांव के निवासी हैं.
यह घटना शनिवार देर शाम करीब 9:30 बजे की है. उस वक्त भारत-नेपाल सीमा पर पिलर नंबर 152 के पास जितेंद्र तीन अन्य लोगों के साथ अपने मवेशियों को लाने जा रहे थे.
सूत्रों ने बताया कि जितेंद्र के बाएं हाथ में गोली लगी है और उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें पूर्णिया रेफर कर दिया गया है.
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि स्थानीय पुलिस और सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) द्वारा मामले की जांच की जा रही है. दोनों पक्षों से प्राप्त जानकारी के बाद कार्रवाई की जाएगी.
उन्होंने कहा कि ग्रामीण अपने मवेशियों को देखने गए थे, उनके बीच हुए विवाद के बाद यह घटना घटी.
एसएसबी की 12वीं बटालियन के कमांडेंट ललित कुमार ने बताया कि नेपाल पुलिस ने उनके (ग्रामीणों) पशु तस्कर होने के संदेह पर गोली चला दी थी.
उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान किसी भी व्यक्ति का ‘नो मैन्स लैंड’ में जाना प्रतिबंधित है.
ललित ने कहा कि विवाद के बाद नेपाल पुलिस द्वारा की गई गोलीबारी से स्थिति बिगड़ गई है और मामले की जांच की जा रही है.
एसएसबी के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि नेपाल पुलिस द्वारा चार राउंड फायरिंग की गई.
उल्लेखनीय है कि 12 जून को बिहार के सीतामढ़ी जिले के लालबंदी जानकी नगर गांव के पास भारत-नेपाल सीमा पर नेपाल पुलिस द्वारा की गई गोलीबारी में एक भारतीय नागरिक की मौत हो गई थी जबकि दो अन्य घायल हो गए थे.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)