इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ प्लानिंग मैनेजमेंट के निदेशक अरिंदम चौधरी और उनके एक अन्य सहयोगी को 14 दिनों की हिरासत में भेजा गया है. उन्हें लगभग 23 करोड़ की रुपये की टैक्स चोरी के मामले में गिरफ़्तार किया गया है.
नई दिल्लीः इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ प्लानिंग मैनेजमेंट (आईआईपीएम) के निदेशक अरिंदम चौधरी और उनकी कंपनी के एक अन्य निदेशक को सर्विस टैक्स चोरी मामले में गिरफ्तार किया गया है.
चौधरी को लगभग 23 करोड़ रुपये के क्रेडिट सेवा कर के केंद्रीय मूल्य वर्धित कर (सीईएनवीएटी) के कथित दावे का भुगतान न करने की वजह से गिरफ्तार किया गया है.
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, सीजीएसटी दक्षिण दिल्ली आयुक्तालय ने चौधरी और उनके सहयोगी गुरुदास मलिक ठाकुर को शुक्रवार शाम चार बजे गिरफ्तार किया.
उन्हें पटियाला हाउस कोर्ट की ड्यूटी मजिस्ट्रेट ज्योति माहेश्वरी के समक्ष पेश किया गया. जिसके बाद अदालत ने उन्हें 14 दिनों की हिरासत में भेज दिया है. इन पर 22.5 करोड़ से ज्यादा की टैक्स चोरी का आरोप है और बैलेंस शीट में हेरा-फेरी का आरोप है.
चौधरी और उनके सहयोगी की दिल्ली, देश के अन्य शहरों और विदेशों में संपत्ति की जांच की जा रही है.
सूत्रों का कहना है कि जिस कंपनी में हेराफेरी की बात कही जा रही है, उस कंपनी में अरिंदम की 90 फीसदी हिस्सेदारी है, जबकि बाकी की हिस्सेदारी उनकी पत्नी के पास है.
बता दें कि इससे पहले अरिंदम चौधरी को 14 मार्च को गिरफ्तार किया गया था. उन्हें कथित रूप से फर्जी चिकित्सा प्रमाण-पत्र पेश करने की वजह से गिरफ्तार किया गया था.