तमिलनाडुः कुड्डालोर में पटाखा कारखाने में विस्फोट, सात लोगों की मौत

घटना शुक्रवार सुबह हुई. शुरुआती सूचनाओं के मुताबिक़ सभी मृतक महिलाएं हैं. हादसे में कारखाने की मालिक और उनकी बेटी की भी मौत हो गई है.

तमिलनाडु के कुड्डालोर में पटाखा कारखाने में विस्फोट (फोटोः एएनआई)

घटना शुक्रवार सुबह हुई. शुरुआती सूचनाओं के मुताबिक़ सभी मृतक महिलाएं हैं. हादसे में कारखाने की मालिक और उनकी बेटी की भी मौत हो गई है.

तमिलनाडु के कुड्डालोर में पटाखा कारखाने में विस्फोट (फोटोः एएनआई)
तमिलनाडु के कुड्डालोर में पटाखा कारखाने में विस्फोट (फोटोः एएनआई)

चेन्नईः तमिलनाडु के कुड्डालोर जिले के पास कट्टूमन्नारकोली में शुक्रवार को पटाखे बनाने वाले कारखाने में विस्फोट से सात लोगों की मौत हो गई जबकि दो घायल हो गए.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, शुरुआती रिपोर्टों के मुताबिक, सभी मृतक महिलाएं बताई जा रही हैं. घायलों को सरकारी अस्पताल ले जाया गया है.

यह घटना शुक्रवार सुबह लगभग 11 बजे हुई. यह कारखाना कुरुंगुडी गांव की गांधीमधी का है, जिनकी इस दुर्घटना में अपनी बेटी के साथ मौत हो गई.

टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, कारखाने की मालकिन अन्य  आठ महिला कामगारों के साथ दिवाली सीजन के लिए पटाखे बनाने के लिए शुक्रवार सुबह कारखाने पहुंची थीं.

कारखाने में पहले से ही पटाखों का एक स्टॉक रखा था.

ये महिलाएं काम शुरू करने से पहले एक छोटी इमारत में पूजा कर रही थीं कि अचानक इमारत में विस्फोट हो गया, जिसमें गांधीमति सहित पांच महिलाओं की मौत हो गई.

बाकी की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई. स्थानीय रिपोर्ट के अनुसार यह विस्फोट इतना जबरदस्त था कि इसकी आवाज घटनास्थल से लगभग पांच किलोमीटर दूर तक सुनी गई.

कुड्डालोर के पुलिस अधीक्षक श्री अभिनव ने घटनास्थल का दौरा किया. पुलिस का कहना है कि यह पटाखा कारखाना अवैध नहीं था बल्कि लाइसेंसधारी था.

पुलिस अधीक्षक श्री अभिनव ने कहा, ‘हालांकि इस बात की भी जांच चल रही है कि क्या वे कारखाने में देसी बम बनाते थे या केवल अनुमति प्राप्त विस्फोटकों का उपयोग कर रहे थे.’

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री पलानीस्वामी ने मृतकों के परिवार वालों के लिए दो-दो लाख रुपये की राहत राशि का ऐलान किया है.

यह काराखाना बीते 30 साल से चल रहा है. पुलिस का कहना है कि कारखाना मालिक ने बीते हफ्ते ही लाइसेंस रिन्यू कराया था.

मालूम हो कि कुरुंगुडी में मौजूदा समय में 10 से ज्यादा पटाखा कारखाने काम कर रहे हैं.

यह हादसा ऐसे समय हुआ है, जब राज्य सरकार ने कोरोना वायरस के बीच 100 फीसदी कर्मचारियों के साथ काम करने की उद्योगों को अनुमति दी है.