आरसीपी सिंह जनता दल यूनाइटेड के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष बने

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आरसीपी सिंह के नाम का प्रस्ताव रखा था, जिसे उनकी पार्टी जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की दो दिवसीय बैठक के आख़िरी दिन अन्य सदस्यों ने सर्वसम्मति से स्वीकार कर लिया.

बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार और जेडीयू के महासचिव केसी त्यागी के साथ पार्टी के नवनिर्वाचित अध्यक्ष आरसीपी सिंह (फोटोः पीटीआई)

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आरसीपी सिंह के नाम का प्रस्ताव रखा था, जिसे उनकी पार्टी जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की दो दिवसीय बैठक के आख़िरी दिन अन्य सदस्यों ने सर्वसम्मति से स्वीकार कर लिया.

बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार और जेडीयू के महासचिव केसी त्यागी के साथ पार्टी के नवनिर्वाचित अध्यक्ष आरसीपी सिंह (फोटोः पीटीआई)
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, जदयू के महासचिव केसी त्यागी (बाएं) के साथ पार्टी के नवनिर्वाचित अध्यक्ष आरसीपी सिंह (दाएं) के साथ. (फोटोः पीटीआई)

पटनाः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विश्वासपात्र सहयोगी आरसीपी सिंह को रविवार को जनता दल (यूनाइटेड) का नया राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया है.

जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दौरान नीतीश कुमार ने अध्यक्ष पद के लिए आरसीपी सिंह के नाम का प्रस्ताव रखा था, जिसे अन्य सदस्यों ने सर्वसम्मति से स्वीकार किया.

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को 2019 में तीन वर्षों के लिए जदयू का अध्यक्ष चुना गया था, लेकिन उन्होंने राज्यसभा सांसद आरसीपी सिंह के लिए यह पद छोड़ दिया था.

जदयू नेता केसी त्यागी ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘नीतीश कुमार जी ने पार्टी अध्यक्ष का पद छोड़ दिया था और इस पद के लिए आरसीपी सिंह के नाम का प्रस्ताव रखा था, जिसके बाद आरसीपी सिंह को अगले तीन सालों के लिए पार्टी का नया अध्यक्ष चुना गया है.’

बता दें कि सिंह पहले नौकरशाह थे, जो बाद में नेता बने और इससे पहले वह जदयू के महासचिव थे.

जदयू के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने जाने के बाद मीडिया से बातचीत में आरसीपी सिंह ने कहा, ‘वह अपनी जिम्मेदारी को अच्छे से निभाएंगे और पार्टी को आगे बढ़ाने के लिए काम करेंगे.’

बता दें कि 62 वर्षीय आरसीपी सिंह का पूरा नाम रामचंद्र प्रसाद सिंह है. वे बिहार से जदयू कोटे से राज्यसभा सांसद हैं.

नालंदा के रहने वाले आरसीपी सिंह पहले यूपी कैडर में आईएएस अधिकारी थे और नीतीश सरकार में प्रिंसिपल सेक्रेटरी रह चुके हैं.

आरसीपी सिंह पिछले दो बार से राज्यसभा के सदस्य हैं.

वह पहली बार 2010 में राज्यसभा सांसद बने थे. इसके बाद 2016 में उन्हें दोबारा राज्यसभा भेजा गया.

मालूम हो कि अरुणाचल प्रदेश में जदयू के सात विधायकों में से छह भाजपा में शामिल हो गए, जिसके बाद पार्टी देश की राजनीतिक स्थिति से जुड़े मुद्दों पर चर्चा करने के लिए अपने राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक कर रही है.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)