पश्चिम बंगाल: पामेला गोस्वामी ड्रग्स मामले में भाजपा नेता राकेश सिंह गिरफ़्तार

इससे पहले भाजपा की युवा शाखा की नेता पामेला गोस्वामी के पास कथित तौर पर कोकीन मिलने के बाद उन्हें, उनके एक दोस्त और निजी सुरक्षा गार्ड को गिरफ़्तार किया गया था. पामेला ने भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के सहयोगी राकेश सिंह पर साज़िश रचने का आरोप लगाते हुए मामले की सीआईडी जांच की मांग की थी.

पश्चिम बंगाल के भाजपा नेता राकेश सिंह. (फोटो: फेसबुक/ RakeshSinghKol)

इससे पहले भाजपा की युवा शाखा की नेता पामेला गोस्वामी के पास कथित तौर पर कोकीन मिलने के बाद उन्हें, उनके एक दोस्त और निजी सुरक्षा गार्ड को गिरफ़्तार किया गया था. पामेला ने भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के सहयोगी राकेश सिंह पर साज़िश रचने का आरोप लगाते हुए मामले की सीआईडी जांच की मांग की थी.

पश्चिम बंगाल के भाजपा नेता राकेश सिंह. (फोटो: फेसबुक/ RakeshSinghKol)
पश्चिम बंगाल के भाजपा नेता राकेश सिंह. (फोटो: फेसबुक/ RakeshSinghKol)

कोलकाता: पश्चिम बंगाल पुलिस ने भाजपा नेता राकेश सिंह को मादक पदार्थ जब्ती मामले में संलिप्तता के आरोप में कोलकाता से करीब 130 किलोमीटर दूर पूर्व बर्दमान जिले के गलसी से मंगलवार रात को गिरफ्तार किया है.

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि शहर के बंदरगाह क्षेत्र में भाजपा की प्रदेश समिति के सदस्य के घर में प्रवेश करने से रोकने के आरोप में कोलकाता पुलिस की मादक निरोधक पदार्थ इकाई ने उनके दो बेटों- शिवम सिंह (24) और सुवम सिंह (22), को भी गिरफ्तार किया है.

इससे पहले इस मामले में भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजुमो) की राज्य सचिव पामेला गोस्वामी को उनके एक दोस्त और निजी सुरक्षा गार्ड के साथ 19 फरवरी को दक्षिण कोलकाता के न्यू अलीपुर इलाके से गिरफ्तार किया गया था.

गोस्वामी की कार से करीब 90 ग्राम कोकीन मिली थी. फैशन मॉडल रह चुकीं पामेला को 25 फरवरी तक के लिए पुलिस हिरासत में भेजा गया है.

उन्होंने आरोप लगाया था कि यह सिंह की साजिश है. शनिवार को पामेला ने कहा था, ‘मैं सीआईडी जांच चाहती हूं. भाजपा के राकेश सिंह, जो कैलाश विजयवर्गीय के सहयोगी हैं, को गिरफ्तार किया जाना चाहिए. यह (मेरे खिलाफ) एक साजिश है.’

इसके बाद कोलकाता पुलिस ने सिंह को एक नोटिस दिया था, जिसमें उनसे मामले के संबंध में मादक पदार्थ निरोधक विभाग के सामने उपस्थित होने को कहा गया था.

इसके बाद उन्होंने कहा था कि वह किसी काम से दिल्ली जा रहे हैं और वापस लौटने के बाद पुलिस के सामने पेश होंगे.

कोलकाता पुलिस के एक शीर्ष अधिकारी ने बताया, ‘ऐसा लग रहा था कि वह भागने की कोशिश कर रहे थे. उन्हें शायद इस बात का पता चल गया था कि पुलिस उन्हें तलाश कर रही है, इसलिए गिरफ्तारी से बचने के लिए उन्होंने अपनी गाड़ी बदल ली थी.’

सिंह को जिला पुलिस ने गालसी में राष्ट्रीय राजमार्ग के एक नाका पॉइंट से गिरफ्तार किया है.

अधिकारी ने बताया कि सिंह एक कार में थे, जिसमें वह सीआईएसएफ के सुरक्षाकर्मियों के साथ एक अज्ञात जगह जा रहे थे. ये कर्मचारी उन्हें उनकी सुरक्षा के लिए उपलब्ध कराए गए थे.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, सिंह भाजपा की पश्चिम बंगाल राज्य समिति के सदस्य और पार्टी की बस्ती सेल के संयोजक हैं.

हाईकोर्ट ने पुलिस नोटिस रद्द करने की सिंह की याचिका खारिज की

इससे पहले कलकत्ता हाईकोर्ट ने मंगलवार को सिंह की वह याचिका खारिज कर दी, जिसके जरिये उन्होंने ड्रग्स मामले में पुलिस के एक नोटिस को रद्द करने का अनुरोध किया था.

सिंह के वकीलों ने दलील दी कि उनके भाजपा में शामिल होने के बाद से उनके खिलाफ कम से कम 26 मामले दर्ज किए गए हैं.

वहीं, पश्चिम बंगाल सरकार राज्य की ओर से पेश हुए महाधिवक्ता किशोर दत्ता ने कहा कि सिंह के इस राजनीतिक दल में शामिल होने से पहले से उनके खिलाफ 56 मामले लंबित हैं और इस विषय का कोई राजनीतिक संबंध नहीं है.

जस्टिस सव्यसाची भट्टाचार्य ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद सिंह की याचिका खारिज कर दी.

रिपोर्ट के अनुसार, मार्च, 2019 में भाजपा में शामिल होने से पहले सिंह कांग्रेस में थे. साल 2016 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने कांग्रेस से चुनाव लड़ा था, लेकिन टीएमसी से हार गए थे.

उनके खिलाफ दो दर्जन से अधिक आपराधिक मामले हैं और मई 2019 में अमित शाह के रोड शो के दौरान ईश्वर चंद्र विद्यासागर की मूर्ति के साथ तोड़फोड़ से जुड़े मामले में भी वह एक आरोपी थे.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)