कर्नाटक के रायचूर, बेलगावी और बीदर ज़िलों के टीकाकरण केंद्रों से ऐसे मामले सामने आए हैं, जहां केंद्रों पर मौजूद स्टाफकर्मी माहवारी के दौरान यहां आने वाली महिलाओं को बिना टीका लगाए वापस भेज दिया. उनका कहना था कि ऐसे में टीका लगाने से महिलाओं में नकारात्मक प्रभाव सामने आते हैं.
बेलगावीः उत्तरी कर्नाटक के कुछ जिलों में कई कोविड-19 टीकाकरण केंद्रों पर माहवारी के दौरान टीका लगवाने पहुंची महिलाओं से मासिक धर्म खत्म होने के पांच दिन बाद आकर वैक्सीन लगवाने को कहा जा रहा है.
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, बताया जा रहा है कि ये मामले कर्नाटक के रायचूर, बेलगावी और बीदर जिलों के टीकाकरण केंद्रों से सामने आए हैं.
इन टीकाकरण केंद्रों पर मौजूद स्वास्थ्यकर्मी यह कहकर मासिक धर्म से जूझ रही महिलाओं को वापस भेज रहे हैं कि इस दौरान टीका लगवाने से महिलाओं में इसके नकारात्मक प्रभाव सामने आते हैं.
कई मीडिया रिपोर्ट का कहना है कि इन टीकाकरण केंद्रों के स्वास्थ्यकर्मियों ने यहां आने वाली महिलाओं से कहा कि मासिक धर्म के दौरान टीका लगाने से भारी रक्तस्राव और बेचैनी होती है और उन्हें माहवारी खत्म होने पर ही टीका लगवाना चाहिए.
हालांकि, रायचूर के डिप्टी कमिश्नर आर. वेंकटेश कुमार ने सरकारी निकायों को दिए इस तरह के दिशानिर्देशों से इनकार किया है.
उन्होंने कहा, ‘सरकार की तरफ से इस तरह के कोई निर्देश नहीं दिए गए हैं और महिलाओं को माहवारी में भी वैक्सीन लगाई जा रही है.’