भारतीय महिला टेस्ट और एकदिवसीय टीम की कप्तान 38 वर्षीय मिताली राज ने इंग्लैंड के ख़िलाफ़ तीसरे एकदिवसीय में खेलते हुए इंग्लैंड की पूर्व कप्तान चार्लोट एडवर्ड के 10,273 अंतरराष्ट्रीय रन के आंकड़े को पीछे छोड़ा. अब दो भारतीयों- सचिन तेंदुलकर और मिताली राज के पास अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे अधिक रन बनाने का रिकॉर्ड है.
वॉरसेस्टर: भारतीय महिला टेस्ट और एकदिवसीय टीम की कप्तान मिताली राज इंग्लैंड की पूर्व कप्तान चार्लोट एडवर्ड को पछाड़ कर अंतरराष्ट्रीय महिला क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में सबसे ज्यादा (10367) रन बनाने वाली खिलाड़ी बन गई हैं.
इस 38 साल की खिलाड़ी ने इंग्लैंड के खिलाफ वॉरसेस्टर में शनिवार को तीसरे एकदिवसीय में लक्ष्य का पीछा करते समय पारी के 24वें ओवर में नैट साइवर की गेंद पर चौका लगा एडवर्ड के 10,273 अंतरराष्ट्रीय रन के आंकड़े को पीछे छोड़ा.
RECORD🚨: #TeamIndia captain @M_Raj03 is now the LEADING RUN-GETTER in women's international cricket across formats. She goes past England's Charlotte Edwards. 👏🏾👏🏾 pic.twitter.com/XVEEK5ugtV
— BCCI Women (@BCCIWomen) July 3, 2021
मिताली के नाम पर वनडे में सर्वाधिक रन बनाने का रिकॉर्ड पहले से ही दर्ज था. भारत की टेस्ट और वनडे कप्तान ने 50 ओवरों के प्रारूप में 51.80 की औसत से रन बनाए हैं. बीते मार्च महीने में मिताली राज अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 10,000 रन पूरे करने वाली भारत की पहली महिला क्रिकेटर बनी थीं.
अंतरराष्ट्रीय महिला क्रिकेट में केवल इन्हीं दो खिलाड़ियों ने 10,000 से अधिक रन बनाए हैं. इस सूची में न्यूजीलैंड की सूजी बेट्स 7,849 रन के साथ तीसरे स्थान पर है.
हालांकि भारतीय टीम इंग्लैंड के खिलाफ तीन मैचों की एकदिवसीय शृंखला पहले ही गंवा चुकी है.
बहरहाल, मिताली ने टेस्ट क्रिकेट में 669 रन, एक दिवसीय मैचों में 7,244 रन और टी20 में 2,364 रन अपने नाम किए हैं.
जून 1999 में मिताली ने अंतरराष्ट्रीय एकदिवसीय मैच में आयरलैंड के खिलाफ पदार्पण किया था. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, अब दो भारतीयों- सचिन तेंदुलकर और मिताली राज के पास अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे अधिक रन बनाने का रिकॉर्ड है. दोनों ने संयोग से 16 साल और 205 दिन की उम्र में भारतीय क्रिकेट में पदार्पण किया.
मिताली ने कहा, रनों की भूख अब भी जस की तस
भारतीय महिला टीम की कप्तान मिताली राज ने कहा कि उनकी रन बनाने की भूख अब भी वैसी ही है, जैसे 22 साल पहले हुआ करती थी और वह अगले साल न्यूजीलैंड में होने वाले वनडे विश्व कप के लिए अपनी बल्लेबाजी को नए मुकाम पर ले जाने की कोशिश कर रही है.
आयरलैंड के खिलाफ 26 जून 1999 को मिल्टन केयेन्स में अपने अंतरराष्ट्रीय करिअर की शुरुआत करने वाली मिताली ने कहा, ‘जिस तरह से चीजें आगे बढ़ी हैं, यह यात्रा आसान नहीं रही. इसकी अपनी परीक्षाएं और चुनौतियां थी. मेरा हमेशा मानना रहा है कि परीक्षाओं का कोई उद्देश्य होता है.’
A thrilling finish 👌
A superb win 👍
A captain's knock 🙌#TeamIndia Head Coach @imrameshpowar takes us through what @M_Raj03 means to the side, how @JhulanG10 is an inspiration and more after the team's victory over England in the 3⃣rd #ENGvIND WODI. 👏 👏Watch 🎥 👇 pic.twitter.com/967Rz6Kbio
— BCCI (@BCCI) July 4, 2021
उन्होंने कहा, ‘ऐसा भी समय आया जब विभिन्न कारणों से मुझे लगा कि अब बहुत हो चुका, लेकिन कोई ऐसी चीज थी जिससे मैं खेलती रही और अब मुझे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 22 साल हो गए हैं, लेकिन रनों की भूख अब भी कम नहीं हुई हैं.
उन्होंने वर्चुअल संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘मेरे अंदर अब भी वही जुनून है. मैदान पर उतरकर भारत के लिए मैच जीतना. जहां तक मेरी बल्लेबाजी का सवाल है तो मुझे लगता है कि इसमें अब भी सुधार की संभावना है और इस पर मैं काम कर रही हूं. कुछ ऐसे आयाम हैं, जिन्हें मैं अपनी बल्लेबाजी में जोड़ना चाहती हूं.’
मिताली ने 2019 में ही टी20 क्रिकेट से संन्यास ले लिया था और वह पहले ही संकेत दे चुकी हैं कि न्यूजीलैंड में चार मार्च से तीन अप्रैल 2022 के बीच होने वाला महिला विश्व कप उनका आखिरी टूर्नामेंट होगा.
यह 38 वर्षीय खिलाड़ी बल्लेबाजी में अपनी भूमिका निभाने के साथ अन्य खिलाड़ियों के लिए मार्गदर्शक की भूमिका का पूरा आनंद उठा रही हैं.
मिताली की नाबाद अर्धशतकीय पारी से भारत को मिली सांत्वना जीत
कप्तान मिताली राज की 75 रन की नाबाद पारी और आखिरी ओवरों में छठे विकेट के लिए हरफनमौला स्नेह राणा (24 रन) के साथ 50 रन की साझेदारी के दम पर भारतीय महिला टीम ने शनिवार को तीसरे एकदिवसीय मैच में इंग्लैंड को चार विकेट से हराकर तीन मैचों की शृंखला में सांत्वना जीत दर्ज की.
इंग्लैंड की महिला टीम ने शुरुआती दो मैच जीतकर शृंखला में पहले ही 2-0 से अजेय बढ़त कायम कर ली थी.
बारिश से प्रभावित 47-47 ओवर के मैच में इंग्लैंड की टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए पारी की आखिरी गेंद पर 219 रन पर सिमट गई. भारत ने 46.3 ओवर में छह विकेट के नुकसान पर लक्ष्य हासिल कर लिया.
Captain @M_Raj03 leads from the front with a match-winning 7⃣5⃣*! 👏 👏#TeamIndia beat England by 4⃣ wickets in the third & final WODI of the series! 👍 👍 #ENGvIND
Scorecard 👉 https://t.co/hPLnrzGQ62 pic.twitter.com/ax9wEyBPLX
— BCCI Women (@BCCIWomen) July 3, 2021
मैन ऑफ द मैच मिताली ने चौका लगाकर भारत को शानदार जीत दिलाई. उन्होंने 86 गेंद की नाबाद पारी में आठ चौके लगाए.
अपनी इस शानदार पारी के दौरान मिताली अंतरराष्ट्रीय महिला क्रिकेट के तीनों प्रारूपों (टेस्ट, एकदिवसीय और टी20 अंतरराष्ट्रीय में मिलाकर) में सबसे ज्यादा रन बनाने वाली खिलाड़ी बन गई. वह लक्ष्य का पीछा करने के दौरान 24वें ओवर में नैट साइवर की गेंद पर चौका लगा इंग्लैंड की पूर्व दिग्गज चार्लोट एडवर्ड (10,273) को पछाड़कर सबसे ज्यादा रन बनाने वाली खिलाड़ी बनीं.
लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत को स्मृति मंधाना (49 रन) और शेफाली वर्मा (19 रन) ने नौ ओवर में 46 रन की साझेदारी कर शानदार शुरुआत दिलाई. केट क्रॉस की गेंद पर शेफाली के आउट होने के बाद क्रीज पर आईं जेमिमाह रोड्रिग्ज ने चार रन बनाने के लिए 21 गेंद गंवा दिए. वह सोफी एक्लेस्टोन का शिकार बनीं.
मंधाना रन गति तेज करने के चक्कर में सराह ग्लेन की गेंद पर पगबाधा हो गईं. वह एक रन से अर्धशतक बनाने से चूक गईं. उन्होंने 57 गेंद की अपनी पारी में आठ शानदार चौके लगाए.
कप्तान मिताली राज और उपकप्तान हरमनप्रीत कौर ने चौथे विकेट के लिए अर्धशतकीय साझेदारी निभाई. हीथर नाइट की गेंद पर पगबाधा होने से पहले हरमनप्रीत ने 38 गेंद में 16 रन की पारी खेली. दीप्ति शर्मा भी जरूरी रन गति के दबाव को नहीं झेल सकीं और 25 गेंद में 18 रन बनाकर पवेलियन लौट गईं.
मिताली को इसके बाद स्नेह राणा के रूप में अच्छा साथी मिला और दोनों ने आखिरी के ओवरों में तेजी से रन जुटाए. स्नेह ने 22 गेंद में तीन चौके की मदद से 24 रन बनाए.
मिताली ने 41वें ओवर में चौका लगाकर अपना लगातार तीसरा और करिअर का 58वां अर्धशतक पूरा किया.
इससे पहले भारतीय स्पिनरों ने नियमित अंतराल पर विकेट चटकाकर इंग्लैंड को अच्छी शुरुआत के बाद बड़ा स्कोर खड़ा करने से रोक दिया.
इंग्लैंड की ओर से साइवर ने 49 और कप्तान हीथर नाइट ने 46 रन का योगदान दिया. भारत की ओर से दीप्ति सबसे सफल गेंदबाज रहीं, उन्होंने 10 ओवर में 47 रन देकर तीन विकेट लिए.
सोफिया डंकले (28 रन) और केट क्रास (नाबाद 16 रन) ने आखिरी ओवरों में तेजी से रन बनाकर स्कोर 219 तक पहुंचाने में मदद की.
भारत के लिए स्नेह, पूनम यादव और हरमनप्रीत कौर ने स्पिन गेंदबाजी से एक-एक विकेट लिए. तेज गेंदबाल शिखा पांडे और झूलन गोस्वामी को भी एक-एक सफलता मिली.
शिखा ने टैमी ब्यूमोंट (0 रन) को पगबाधा कर भारतीय टीम को शुरुआती सफलता दिलाई. इसके बाद सलामी बल्लेबाज लॉरेन विनफील्ड हिल (36 रन) और कप्तान हीथर नाइट ने दूसरे विकेट के लिए 67 रन की साझेदारी के दौरान आसानी से रन जुटाए.
स्नेह ने विनफील्ड हिल को डीप मिडविकेट पर शिखा के हाथों कैच कराकर इस साझेदारी को तोड़ा. उन्होंने 52 गेंद में 36 रन की पारी में पांच चौके लगाये.
शानदार लय में चल रहीं नताली साइवर ने इसके बाद 59 गेंद पर पांच चौके की मदद से 49 रन की पारी खेली. दीप्ति की गेंद पर हरमनप्रीत ने शानदार कैच लपककर उन्हें अर्धशतक बनाने से रोक दिया.
एमी जोन्स (17 रन) अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में बदलने में नाकाम रहीं.
टीम की आखिरी बल्लेबाज केट क्रॉस ने अंतिम ओवर में छक्का और चौका लगाकर स्कोर 219 रन तक पहुंचाया.
महिला क्रिकेट की ‘तेंदुलकर’ हैं मिताली, लंबे समय तक बना रहेगा रिकॉर्ड: रंगास्वामी
नई दिल्ली: पूर्व भारतीय कप्तान शांता रंगास्वामी ने मिताली राज को महिला क्रिकेट की ‘सचिन तेंदुलकर’ करार देते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सर्वाधिक रन बनाने का उनका रिकॉर्ड लंबे समय तक कायम रहेगा.
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) की शीर्ष परिषद की भी सदस्य शांता ने कहा, ‘उनके रिकॉर्ड ही सारी कहानी बयां करते हैं. उन्होंने जो हासिल किया है वह महान सुनील गावस्कर और सचिन तेंदुलकर की उपलब्धियों के बराबर है. मुझे यह कहने में कोई हिचक नहीं कि वह लंबे समय तक पर शीर्ष पर रहेगी. मुझे नहीं लगता कि हाल फिलहाल उनका रिकॉर्ड टूट पाएगा.’
मिताली ने शनिवार को भी अर्धशतक जमाकर दो मैचों में हार के बाद तीसरे वनडे में भारत को इंग्लैंड पर जीत दिलाई थी. भारत की बाकी बल्लेबाजों के प्रदर्शन के अलावा मिताली के स्ट्राइक रेट पर भी सवाल उठाए गए, लेकिन शांता को लगता है कि इस तरह की आलोचना सही नहीं है.
उन्होंने कहा, ‘स्ट्राइक रेट तभी मायने रखता है जबकि सभी बल्लेबाज अच्छा प्रदर्शन कर रहे हों. कल को छोड़ दिया जाए तो शृंखला में बमुश्किल ही उन्हें किसी अन्य बल्लेबाज का साथ मिला. यदि वह नहीं होतीं तो टीम 200 रन तक पहुंचने के लिए भी संघर्ष करती.’
भारतीय बल्लेबाजों के लचर प्रदर्शन पर शांता ने कहा कि आलराउंडर दीप्ति शर्मा को तीसरे नंबर पर उतारा जा सकता है. पहले मैच में पूनम राउत और बाकी दो मैचों में जेमिमा रोड्रिग्स इस नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतरी थीं, लेकिन वह प्रभाव छोड़ने में नाकाम रही थी.
शांता ने कहा, ‘वह अभी युवा हैं और जल्द ही रन बनाना शुरू कर देंगी. पूनम राउत ने भी दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन किया था, लेकिन यदि उन्हें लगता है कि तीसरे नंबर पर बदलाव जरूरी है तो दीप्ति अच्छी पसंद हो सकती है.’
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)