ओडिशा के मयूरभंज ज़िले का मामला. पुलिस ने बताया कि मृतक की पहचान बालीभोल गांव की 62 वर्षीय जमुना हंसदा के रूप में हुई है. इस संबंधमें दो युवकों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है.
बारीपाड़ा: ओडिशा के मयूरभंज जिले में जादू टोना करने के संदेह में एक बुजुर्ग आदिवासी महिला का कथित तौर पर सिर काटकर उसकी हत्या कर दी गई है. पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी.
करनजिया के उपमंडल पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ) सुदर्शन गंगोई ने बताया कि मृतक महिला की पहचान बलिभोल गांव की 62 वर्षीय जमुना हंसदा के रूप में की गयी है.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, उन्होंने कहा, ‘सिर अभी बरामद नहीं हुआ है.’
उन्होंने कहा कि रविवार को महिला का क्षत-विक्षत शव गांव के पास मिला और इस मामले में दो युवकों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है.
जमुना के परिजनों का आरोप है कि हाल में गांव में हुई एक व्यक्ति की मौत के बाद उन्हें निशाना बनाया गया. जमुना को अंतिम बार शनिवार शाम को देखा गया था. पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
ओडिशा के मयूरभंज जिले में एक बुजुर्ग आदिवासी महिला का कथित तौर पर जादू टोना करने का आरोप लगाने के कारण सिर काट दिया गया है. पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी.
बता दें कि पिछले साल जून महीने में ओडिशा के मयूरभंज और रायगढ़ जिलों में अलग-अलग घटनाओं में जादू-टोना के शक में एक महिला समेत तीन लोगों की हत्या कर दी गई थी. वहीं, बालासोर जिले में एक बुजुर्ग और उनकी बेटी से मारपीट कर, गोबर मिला पानी पीने के लिए मजबूर किया गया था.
जादू-टोना के शक में एक आदमी ने कथित तौर पर अपनी सगी चाची की हत्या कर उनका कटा हुआ सिर को लेकर 13 किलोमीटर चलकर मयूरभंज थाने में खुद को पुलिस के हवाले किया था. यह घटना नुआसाही गांव में हुई थी और दोनों ही आदिवासी समुदाय से थे.
इसी तरह की एक अन्य घटना ओडिशा के रायगढ़ा जिले में हुई थी. सेसखल पुलिस थाने के अंतर्गत बडाकोशापाड गांव के प्रेमानंदा मंडंगी ने अपने पड़ोसी जादूमनी मंडंगी (45) और पोली मंडंगी (50) की हत्या की थी.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)