राजस्थानः भाजपा के पूर्व विधायक और अन्य पर सांप्रदायिक भाषण देने के आरोप में मामला दर्ज

घटना अलवर ज़िले के एक गांव की हैं, जहां भाजपा के पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा तीन जुलाई को सामूहिक बलात्कार की नाबालिग पीड़िता के परिवार से मिलने गए थे. आरोप है कि यहां उन्होंने भड़काऊ और सांप्रदायिक भाषण दिए, साथ ही आसपास के इलाकों के मेव समाज के लोगों को जान से मारने की धमकी दी.

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भाजपा के पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा. (फोटो साभार: फेसबुक)

घटना अलवर ज़िले के एक गांव की हैं, जहां भाजपा के पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा तीन जुलाई को सामूहिक बलात्कार की नाबालिग पीड़िता के परिवार से मिलने गए थे. आरोप है कि यहां उन्होंने भड़काऊ और सांप्रदायिक भाषण दिए, साथ ही आसपास के इलाकों के मेव समाज के लोगों को जान से मारने की धमकी दी.

भाजपा के पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा. (फोटो साभार: फेसबुक)

जयपुरः राजस्थान के अलवर जिले में भाजपा के पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा और नौ अन्य के खिलाफ कथित तौर पर सांप्रदायिक और आपराधिक भाषण देने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, पूर्व भाजपा विधायक तीन जुलाई को 12 साल की सामूहिक बलात्कार पीड़िता के परिवार से मिलने उनके गांव गए थे, जहां उन्होंने कथित तौर पर यह भड़काऊ भाषण दिया.

इस संबंध में सात जुलाई को दर्ज एफआईआर के मुताबिक, आहूजा और अन्य लोगों ने भड़काऊ और सांप्रदायिक भाषण दिए. गांव और आसपास के इलाकों में रह रहे मेव समाज के लोगों को जान से मारने की धमकी दी.

स्थानीय वकील आस मोहम्मद खान की शिकायत के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने, आपराधिक धमकी और आईपीसी की अन्य धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है.

एफआईआर के मुताबिक, ‘आहूजा ने कथित तौर पर कहा कि 25 जुलाई को गांव के पास 5,000 से 10,000 लोग इकट्ठा होंगे और डंडे, तलवार, भाले और लाइसेंसी बंदूक जैसे हथियार लेकर आएंगे.’

वकील खान ने शिकायत में कहा, ‘उन्होंने (भाजपा के पूर्व विधायक) कहा कि मेव समाज के मुसलमानों को बाहर निकाल दिया जाना चाहिए और मुस्लिम विरोधी बयानबाजी का इस्तेमाल किया जाना चाहिए जो सांप्रदायिक तनाव को भड़का सकता है.’

सोशल मीडिया पर साझा किए गए घटना के वीडियो में आहूजा को कहते सुना जा सकता है कि 25 जुलाई को हिंदू रैली होगी और अब वह मेव समुदाय के लोगों को भाई नहीं मानते.

आहूजा ने कहा, ‘मेरे खिलाफ एफआईआर राजनीतिक दबाव में दर्ज की गई.’

उन्होंने कहा, ‘जब प्रियंका और राहुल गांधी रेप पीड़िता से मिलने जा सकते हैं तो मेरे पीड़ित परिवार से जाकर मिलने में दिक्कत क्या है? इस तरह के मामले बढ़े हैं. अगर मेव समाज के लोग हमारी बहनों का उत्पीड़न नहीं करेंगे, हमारी जमीनों पर कब्जा नहीं करेंगे और हमारे मंदिरों को नहीं तोड़ेंगे तो हम उन्हें अपना भाई मानेंगे. मैं सभी मुसलमानों के खिलाफ नहीं हूं बल्कि अधिकतर मेव लोगों मे अपराध की प्रवृत्ति बढ़ गई है.’

उन्होंने पुष्टि की कि उन्होंने 25 जुलाई को रैली का आह्वान किया है.  उनका कहना है, ‘हमने हिंदुओं की रैली बुलाने का फैसला किया है. इस रैली में मेव लोगों को आने की इजाजत नहीं होगी. मैंने सभी से अपील की है कि रैली के दौरान मेव या पुलिस के साथ टकराव में न पड़ें.’

पुलिस का कहना है कि अब तक इस संबंध में किसी की गिरफ्तारी नहीं की गई है.

रामगढ़ पुलिस स्टेशन के एसएचओ रामकिशन ने कहा, ‘हमने आहूजा और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया है और जांच जारी है. अभी तक इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.’

उन्होंने बताया कि गैंगरेप मामले में हमने तीन में से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है.

रामगढ़ से तीन बार विधायक आहूजा के अलावा एफआईआर में रमन गुलाटी, ब्रह्ममुनी, जवाहरलाल तनेजा, राजेंद्र शर्मा, गोपाल ठेकेदार, राजकुमार तीर्थानी, सचिन पालीवाल, हेतराम मूर्तिकार और जगदीश जाटव का नाम है.

बता दें कि आहूजा इससे पहले भी कई बार विवादित बयान दे चुके हैं. उन्होंने 2017 में कहा था कि गोतस्करी को लेकर कहा था कि गोकशी और गो-तस्करी करने वाले मारे जाएंगे.

उन्होंने यह बयान कथित तौर पर गो-तस्करी को लेकर जमकर पीटे गए एक व्यक्ति को लेकर दिया था.

उन्होंने 2016 में कहा था कि जेएनयू  कैंपस में 3,000 कॉन्डोम और एबॉर्शन के लिए इस्तेमाल होने वाले 500 इंजेक्शन रोज़ाना मिलते हैं.