बुधवार को ओलंपिक में भारतीय महिला हॉकी टीम के अर्जेंटीना से हारने के कुछ देर बाद कथित ऊंची जाति के दो लोगों ने हरिद्वार के एक गांव में रहने वाले हॉकी खिलाड़ी वंदना कटारिया के परिवार पर जातिगत टिप्पणियां कीं. पुलिस ने बताया कि एससी/एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज करते हुए एक व्यक्ति को गिरफ़्तार किया गया है.
नई दिल्ली: टोक्यो ओलंपिक में बुधवार को भारत के अर्जेंटीना से हार जाने के कुछ ही घंटों बाद तथाकथित ऊंची जाति के दो लोगों ने हरिद्वार के एक गांव में रहने वाले हॉकी खिलाड़ी वंदना कटारिया के परिवार को गाली देने के लिए जातिगत टिप्पणियों का प्रयोग किया.
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, कटारिया के परिवार ने कहा, ‘दोनों व्यक्तियों ने कहा कि भारत मैच हार गया क्योंकि वहां टीम में बहुत अधिक दलित खिलाड़ी थे.’
मैच के ठीक बाद परिवार ने रोशनाबाद गांव स्थित अपने घर के बाहर पटाखों की आवाज सुनी. कटारिया के भाई शेखर ने कहा, ‘जब हम बाहर गए, हमने अपने गांव के दो लोगों को हमारे घर के बाहर नाचते हुए देखा. हम उन्हें जानते हैं और वे ऊंची जाति के हैं.’
शेखर ने आरोप लगाया कि उन लोगों ने परिवार का अपमान किया. उन्होंने पुलिस में अपनी शिकायत में कहा, ‘उन्होंने आगे कहा कि केवल हॉकी में से ही नहीं बल्कि हर खेल में से दलितों को बाहर निकाल देना चाहिए. इसके बाद उन्होंने अपने कुछ कपड़े उतारकर नाचना शुरू कर दिया. यह एक जाति आधारित हमला था.’
गुरुवार को हरिद्वार के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सेंथिल अवूदई कृष्णराज एस. ने बताया कि वंदना के भाई चंद्रशेखर कटारिया की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने मामले में तीन नामजद सहित अन्य अज्ञात आरोपियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करते हुए एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है.
आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 504 और अनुसूचित जाति/ अनुसूचित जनजाति अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है.
मुख्य आरोपी विजय पाल (25) को मुखबिर की सूचना के आधार पर सुबह रोशनाबाद स्टेडियम गेट के पास से गिरफ्तार किया गया जबकि अन्य दो नामजद आरोपी अंकुर पाल और सुमित चौहान की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है. पुलिस अधिकारी ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है और उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
हॉकी खिलाड़ी के भाई ने कहा कि भारत की हार पर उनका परिवार परेशान था लेकिन टीम जिस तरह खेली, उन्हें उस पर गर्व है.
इस घटना ने सोशल मीडिया पर आक्रोश पैदा कर दिया. लोग याद दिलाने लगे कि कैसे कुछ दिन पहले ही 29 वर्षीय वंदना पहली ऐसी भारतीय महिला बनी जिसने ओलंपिक में हैट्रिक लगाया. पिछले महीने उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भारत की 4-3 से जीत की अगुवाई की.
स्वराज इंडिया अध्यक्ष योगेंद्र यादव ने ट्वीट कर कहा, ‘एक राष्ट्रीय हीरो का अपमान किया गया क्योंकि वह दलित है. एक दलित लड़की का बलात्कार और हत्या किया गया. और हमने ऐसा व्यवहार किया जैसे जाति का कोई नामोनिशान नहीं है. यह आज सुबह की खबर वंदना कटारिया के बारे में है जिन्होंने क्वार्टरफाइनल में अद्भुत हैट्रिक लगाया था.’
यादव दरअसल पिछले हफ्ते दक्षिण-पश्चिमी दिल्ली में नौ वर्षीय दलित लड़की के कथित बलात्कार, हत्या और जबरन दाह संस्कार के मामले का उल्लेख कर रहे थे. वहीं, अखिल भारतीय महिला कांग्रेस ने इस घटना को शर्मनाक करार दिया.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)