यूपी: अयोध्या के संतों ने की बॉलीवुड कलाकारों द्वारा मंचित रामलीला पर रोक की मांग

स्थानीय हनुमानगढ़ी मंदिर के पुजारी महंत धर्मदास ने कहा कि अयोध्या में रामलीला की एक विशेष परंपरा है और राम, सीता और अन्य के चरित्रों को निभाने वाले लोगों से आशीर्वाद लिया जाता है. उनका कहना है कि वे ऐसे बॉलीवुड अभिनेताओं से आशीर्वाद नहीं ले सकते जो धार्मिक अनुशासन का पालन नहीं करते हैं.

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2017 में अयोध्या में दीपोत्सव के दौरान राम-सीता का किरदार अदा करने वाले कलाकारों के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और तत्कालीन राज्यपाल राम नाईक. (फाइल फोटो: पीटीआई)

स्थानीय हनुमानगढ़ी मंदिर के पुजारी महंत धर्मदास ने कहा कि अयोध्या में रामलीला की एक विशेष परंपरा है और राम, सीता और अन्य के चरित्रों को निभाने वाले लोगों से आशीर्वाद लिया जाता है. उनका कहना है कि वे ऐसे बॉलीवुड अभिनेताओं से आशीर्वाद नहीं ले सकते जो धार्मिक अनुशासन का पालन नहीं करते हैं.

2017 में अयोध्या में दीपोत्सव के दौरान राम-सीता का किरदार अदा करने वाले कलाकारों के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और तत्कालीन राज्यपाल राम नाईक. (फाइल फोटो: पीटीआई)

अयोध्या: अयोध्या के संतों ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मांग की कि अगले महीने यहां बॉलीवुड कलाकारों द्वारा की जाने वाली रामलीला के आयोजन पर तत्काल प्रतिबंध लगाया जाए.

संतों ने आरोप लगाया कि बॉलीवुड कलाकार शराब और मांस का सेवन करते हैं और अनैतिक गतिविधियों में शामिल होते हैं, जिसके कारण वे कभी भी रामायण के पवित्र पात्रों की प्रस्तुति नहीं दे सकते. संतों ने कहा कि पारंपरिक रामलीला करने वाले कलाकार अपने जीवन में नैतिक और धार्मिक अनुशासन का पालन करते हैं.

अयोध्या के मंदिर ‘बड़ा भक्त माल’ मंदिर पर यहां के करीब 100 संतों की बैठक में यह मांग की गई.

स्थानीय हनुमानगढ़ी मंदिर के पुजारी महंत धर्मदास ने कहा कि अयोध्या में रामलीला की एक विशेष परंपरा है और वे भगवान राम, सीता और अन्य के चरित्रों का प्रदर्शन करने वाले लोगों से आशीर्वाद लेते हैं.

उन्होंने कहा, ‘ हम ऐसे बॉलीवुड अभिनेताओं से आशीर्वाद नहीं ले सकते जो धार्मिक अनुशासन का पालन नहीं करते हैं.’

टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, बड़ा भक्त माल मंदिर के मुख्य पुजारी अवधेश दास शास्त्री ने कहा, ‘हम अयोध्या की रामलीला में ऐसे लोगों को बर्दाश्त नहीं कर सकते. वे शराब का सेवन करते हैं, मांसाहारी भोजन खाते हैं और अनैतिक कामों  में लिप्त होते हैं.’

हिंदू पर्सनल लॉ बोर्ड के सचिव महंत पवन कुमार दास शास्त्री ने कहा, ‘पिछले साल जब बॉलीवुड अभिनेताओं ने रामलीला का मंचन किया, तो उन्होंने मंच पर ‘मुगलिया शेरवानी’ और चमड़े के जूते पहने थे. इस तरह की अभद्र पोशाक में कोई कैसे परफॉर्म कर सकता है.’

बड़ा स्थान मंदिर के मुख्य पुजारी महंत जनमेजय शरण का कहना है, ‘हम चाहते हैं कि रामलीला में ‘सनातन धर्म’ का सार हो. हमें वे फिल्मी हस्तियां नहीं चाहिए जिन्होंने हिंदू धर्म को नष्ट कर दिया है.’

इस बीच, अयोध्या रामलीला समिति ने मंगलवार को औपचारिक रूप से सरयू तट पर भूमि पूजन किया और घोषणा की कि उत्तर प्रदेश के कानून मंत्री ब्रजेश पाठक की उपस्थिति में सितारों से सजी रामलीला होगी.

नवभारत टाइम्स के अनुसार, कार्यक्रम के निदेशक सुभाष मलिक ने बताया है कि मल्टी-स्टारर रामलीला में अभिनेत्री भाग्यश्री सीता की भूमिका निभाएंगी. अन्य कलाकारों में अभिनेता, अरबाज खान, रजा मुराद, अवतार गिल, विंदू दारा सिंह भी शामिल होंगे.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)