राजस्थान: ट्वीट को लेकर उपजे विवाद के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी का इस्तीफ़ा

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के विशेष कार्याधिकारी (ओएसडी) लोकेश शर्मा ने इस्तीफा देने से कुछ घंटे पहले उन्होंने एक ट्वीट किया था, जिसे पंजाब में कांग्रेस नेतृत्व में हुए बदलाव की परोक्ष आलोचना के रूप में देखा गया था. बीते शनिवार को पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया था.

अपने ओएसडी लोकेश शर्मा (बाएं) के साथ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत. (फोटो साभार: फेसबुक)

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के विशेष कार्याधिकारी (ओएसडी) लोकेश शर्मा ने इस्तीफा देने से कुछ घंटे पहले उन्होंने एक ट्वीट किया था, जिसे पंजाब में कांग्रेस नेतृत्व में हुए बदलाव की परोक्ष आलोचना के रूप में देखा गया था. बीते शनिवार को पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया था.

अपने ओएसडी लोकेश शर्मा (बाएं) के साथ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत. (फोटो साभार: फेसबुक)

जयपुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के विशेष कार्याधिकारी (ओएसडी) लोकेश शर्मा ने शनिवार रात इस्तीफा दे दिया. इससे कुछ घंटे पहले उन्होंने एक ट्वीट किया था, जिसे पंजाब में कांग्रेस नेतृत्व में हुए बदलाव की परोक्ष आलोचना के रूप में देखा गया था.

शर्मा पिछले एक दशक से अधिक समय से गहलोत के साथ जुड़े थे और उनके सोशल मीडिया की जिम्मेदारी संभाल रहे थे. दिसंबर 2018 में गहलोत के मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्हें ओएसडी बनाया गया था.

शनिवार को पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के इस्तीफा देने के बाद शर्मा ने ट्वीट किया था, ‘मजबूत को मजबूर, मामूली को मगरूर किया जाए… बाड़ ही खेत को खाए, उस फसल को कौन बचाए!’

पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के बीच पिछले कई महीनों से चल रही तनातनी की पृष्ठभूमि में पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने बीते शनिवार को अपना इस्तीफा दे दिया था.

बहरहाल अपने त्यागपत्र में ओएसडी ने कहा कि वह 2010 से ट्विटर पर सक्रिय हैं और उन्होंने कभी पार्टी लाइन से परे ट्वीट नहीं किया है. शर्मा ने कहा कि गहलोत द्वारा ओएसडी की जिम्मेदारी दिए जाने के बाद उन्होंने कभी कोई राजनीतिक ट्वीट नहीं किया.

उन्होंने यह भी कहा कि अगर उनके ट्वीट से पार्टी आलाकमान या राज्य सरकार किसी भी तरह आहत हुए हों तो वह माफी मांगते हैं.

दिल्ली पुलिस ने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की शिकायत पर मार्च में शर्मा के खिलाफ मामला दर्ज किया था.

पिछले साल उप-मुख्यमंत्री सचिन पायलट और 18 अन्य विधायकों के विद्रोह के कारण राजस्थान में खड़े हुए राजनीतिक संकट के दौरान शेखावत, भाजपा नेता संजय जैन, कांग्रेस विधायक भंवरलाल और विश्वेंद्र सिंह के बीच कथित बातचीत की ऑडियो क्लिप लीक हो गई थी, जिसमें ये लोग कथित तौर पर राज्य में कांग्रेस सरकार को गिराने की योजना पर चर्चा कर रहे थे.

आरोप है कि शर्मा ने वह ऑडियो क्लिप प्रसारित की थी. हालांकि शर्मा ने इन आरोपों का खंडन किया था.