टी-20 में पाकिस्तान की जीत पर जश्न मामले में शिक्षक सहित सहित चार गिरफ़्तार, दो हिरासत में

टी-20 विश्व कप क्रिकेट मैच में भारत के ख़िलाफ़ पाकिस्तान की जीत पर खुशी जताते हुए राजस्थान के उदयपुर में वॉट्सऐप पर संदेश पोस्ट करने वाली एक शिक्षक नफ़ीसा अटारी के अलावा उत्तर प्रदेश के आगरा में इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ाई कर रहे तीन कश्मीरी छात्रों और जम्मू कश्मीर के सांबा में भी दो और लोगों को पाकिस्तान के समर्थन में नारेबाज़ी करने के आरोप में हिरासत में लिया गया है.

/
भारत, पाकिस्तान क्रिकेट टीम का मैच देखते लोग (फोटोः पीटीआई)

टी-20 विश्व कप क्रिकेट मैच में भारत के ख़िलाफ़ पाकिस्तान की जीत पर खुशी जताते हुए राजस्थान के उदयपुर में वॉट्सऐप पर संदेश पोस्ट करने वाली एक शिक्षक नफ़ीसा अटारी के अलावा उत्तर प्रदेश के आगरा में इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ाई कर रहे तीन कश्मीरी छात्रों और जम्मू कश्मीर के सांबा में भी दो और लोगों को पाकिस्तान के समर्थन में नारेबाज़ी करने के आरोप में हिरासत में लिया गया है.

भारत, पाकिस्तान क्रिकेट टीम का मैच देखते लोग (फोटोः पीटीआई)

जयपुर/जम्मू: राजस्थान के उदयपुर जिले में रविवार को टी-20 विश्व कप मैच में भारत के खिलाफ पाकिस्तान की जीत पर खुशी जताते हुए वॉट्सऐप पर संदेश पोस्ट करने वाली एक अध्यापिका को स्कूल से उसके निष्कासन के बाद बुधवार को गिरफ्तार कर लिया गया.

वहीं, उत्तर प्रदेश के आगरा में इस मामले में कश्मीर के तीन इंजीनियरिंग छात्रों को वॉट्सऐप पर कथित आपत्तिजनक पोस्ट के लिए पकड़ा गया है. जम्मू कश्मीर के सांबा में भी दो और लोगों को मैच के बाद पाकिस्तान के समर्थन में नारेबाजी करने के आरोप में हिरासत में लिया गया है.

उत्तर प्रदेश पुलिस ने कहा कि आगरा, बरेली, बदायूं और सीतापुर जिलों में पांच मामलों में सात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. पुलिस ने अपने ट्विटर हैंडल पर कहा कि उनमें से पांच को गिरफ्तार कर लिया गया है.

जम्मू कश्मीर पुलिस ने इससे पहले श्रीनगर के करण नगर के राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय और एसकेआईएमएस के छात्रावास में रह रहे कुछ मेडिकल छात्रों के खिलाफ सख्त गैर कानूनी (निषेध) अधिनियम (यूएपीए) के तहत मामला दर्ज किया था.

पुलिस ने यह कार्रवाई सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद किया जिसमें विद्यार्थी और अन्य लोग क्रिकेट मैच में पाकिस्तान की जीत का जश्न मनाने के साथ आपत्तिजनक नारेबाजी करते हुए दिख रहे हैं.

उदयपुर स्थित नीरजा मोदी स्कूल की शिक्षक नफीसा अटारी ने पाकिस्तानी खिलाड़ियों की तस्वीर के साथ ‘जीत गए… हम जीत गए’ कहते हुए स्टेटस अपडेट किया था.

सोशल मीडिया पर शिक्षिका के वॉट्सऐप स्टेटस का स्क्रीनशॉट वायरल होने के बाद स्कूल प्रबंधन ने उनको नौकरी से निकाल दिया था और उसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया था.

अंबामाता थानाधिकारी नरपत सिंह ने बताया कि शिक्षिका को बुधवार सुबह गिरफ्तार कर लिया गया. उन्होंने कहा कि उन्हें भारतीय दंड संहिता की धारा 153 (बी) (राष्ट्रीय अखंडता पर प्रतिकूल प्रभाव डालने से संबंधित) के तहत गिरफ्तार किया गया है.

शिक्षिका ने एक वीडियो संदेश में माफी मांगते हुए कहा कि उसका इरादा किसी की भावना को ठेस पहुंचाने का नहीं था.

अटारी ने अपने वीडियो संदेश में कहा, ‘किसी ने मुझे संदेश भेजकर पूछा कि क्या तुम पाकिस्तान का समर्थन करती हो.. संदेश इमोजी के साथ था और मुझे मजाकिया माहौल लगा. मैंने उसका जवाब हां कर दिया, लेकिन इसका यह कतई मतलब नहीं था कि मैं पाकिस्तान समर्थक हूं. मैं एक भारतीय हूं और भारत से प्यार करती हूं. मैं भारत से उतना ही प्यार करती हूं जितना कि दूसरा कोई अन्य करता है.’

शिक्षिका ने कहा, ‘जैसे ही मुझे एहसास हुआ कि मेरे से गलती हुई है, मैंने स्टेटस संदेश को हटा दिया. यदि मेरे संदेश से किसी की भावना आहत हुई है तो उसके लिए मैं माफी मांगती हूं.’

रविवार (24 अक्टूबर) को भारत और पाकिस्तान के बीच हुए टी-20 विश्व कप मैच में पाकिस्तान ने 10 विकेट से जीत दर्ज की थी.

इस बीच, उत्तर प्रदेश के आगरा में मैच में पाकिस्तान की जीत की खुशी में वॉट्सऐप स्टेटस पोस्ट करने पर कश्मीर के तीन इंजीनियरिंग छात्रों को एक कॉलेज से निलंबित कर दिया गया और उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. इन छात्रों को देर रात पुलिस ने हिरासत में ले लिया.

उन पर भारत विरोधी संदेश भी साझा करने का आरोप है.

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की युवा इकाई के स्थानीय नेताओं ने भी उक्त छात्रों के विरुद्ध जगदीशपुरा थाने में शिकायत दर्ज कराई है. उक्त छात्र राजा बलवंत सिंह इंजीनियरिंग तकनीकी कैंपस में पढ़ते हैं.

बुधवार को दक्षिणपंथी संगठनों समेत कई संगठन के लोगों ने कलक्ट्रेट परिसर में छात्रों का विरोध करते हुए नारेबाजी की और कार्रवाई करने की मांग की थी.

पुलिस अधीक्षक (नगर) विकास कुमार ने बताया, ‘तीन इंजीनियरिंग छात्रों को मंगलवार को शिकायत मिलने के बाद गिरफ्तार किया गया है.’

पुलिस ने कहा कि इन छात्रों के खिलाफ आईपीसी की धारा 153 ए (विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना), 505 (1) (बी) (जनता को डराने का इरादा या जिससे डर पैदा होने की संभावना हो) और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 66 एफ के तहत मामला दर्ज किया गया है.

संस्थान के प्रशासन और वित्त निदेशक डॉ. पंकज गुप्ता ने बताया कि मंगलवार को तीनों छात्रों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया.

उन्होंने बताया, ‘ये छात्र प्रधानमंत्री सुपर स्पेशल स्कीम के तहत पढ़ाई कर रहे हैं. हमनें प्रधानमंत्री कार्यालय और एआईसीटीई को भी इन छात्रों के कृत्यों की जानकारी दी है. हालांकि, उन्होंने माफी मांगी है.’

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, कॉलेज द्वारा जारी बयान में कहा गया है, कल मंगलवार को कॉलेज हर दिन की तरह ही काम कर रहा था. दोपहर लगभग 3ः45 बजे कई बाहरी तत्व कॉलेज परिसर में अवैध रूप से प्रवेश कर गए और पढ़ाई को बाधित कर दिया. उन्होंने छात्रावास में जबरदस्ती घुसने की भी कोशिश की, जो गलत और अस्वीकार्य है.’

बयान के अनुसार, ‘इस संबंध में कॉलेज के निदेशक से उनकी कोई बातचीत नहीं हुई. जब वे छात्रावासों में प्रवेश नहीं कर सके तो उन्होंने परिसर में नारेबाजी की और बाहर सड़क को भी जाम कर दिया.’

बयान के मुताबिक, ‘उन्होंने तीनों छात्रों और कॉलेज प्रशासन के खिलाफ भी आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया. उन्होंने यह भी कहा कि कॉलेज अलगाववादी विचारधारा वाले युवाओं के लिए एक आश्रय स्थल है और कॉलेज की छवि को बर्बाद करने का प्रयास किया जा रहा है.’

इस बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से योगी आदित्यनाथ के हवाले से कहा गया है कि पाकिस्तान की जीत का जश्न मनाने वालों पर देशद्रोह लगेगा.

इसके अलावा जम्मू कश्मीर के सांबा जिले के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘दो और लोगों को बुधवार को हिरासत में लिया गया है. और लोगों को हिरासत में लिया जा सकता है. उन्होंने बताया कि अबतक आठ लोगों को हिरासत में लिया जा चुका है.

अधिकारी के मुताबिक सोशल मीडिया पर पाकिस्तान की जीत का जश्न मनाने का वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें दिख लोग आपत्तिजनक नारे लगाते दिख रहे हैं.

जहां कई लोगों ने सोशल मीडिया पर इन घटनाक्रमों को लेकर नाराजगी व्यक्त की है और जश्न के वीडियो में देखे गए लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. वहीं कुछ अन्य ने कहा है कि किसी अन्य टीम का समर्थन करने में कुछ भी गलत नहीं है.

पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती सहित जम्मू कश्मीर के कई नेताओं ने पुलिस कार्रवाई को अस्वीकार करते हुए कहा है कि यह युवाओं को और अलग-थलग कर देगा. लोगों ने यह भी कहा है कि कार्रवाई विशेष रूप से यूएपीए के तहत केस दर्ज करना और गिरफ्तारी अनुचित और अतिश्योक्तिपूर्ण हैं, क्योंकि सभी छात्र एक खेल टीम का समर्थन कर रहे थे.

मालूम हो कि टी-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप के मैच में पाकिस्तान की जीत का कथित तौर पर जश्न मनाने और पाकिस्तान के समर्थन में नारेबाजी करने के लिए श्रीनगर के गवर्मेंट मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) और शेर-ए-कश्मीर इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एसकेआईएमएस) के हॉस्टल वॉर्डन, कॉलेज प्रबंधन और छात्रों के खिलाफ बीते 25 अक्टूबर को दो अलग-अलग एफआईआर दर्ज की गई.

मामले में गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) की धारा 13 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है.

बता दें कि कश्मीर के कई इलाकों में पाकिस्तानी टीम के लिए जश्न मनाने की खबरें सामने आईं, जिसमें पटाखे फोड़ना भी शामिल है.

जम्मू एवं कश्मीर पुलिस ने सांबा जिले से कथित तौर पर छह लोगों को गिरफ्तार किया गया था. दरअसल एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें भारत के खिलाफ पाकिस्तानी क्रिकेट टीम की जीत को लेकर दो दर्जन से अधिक लोग जश्न मनाते और नारेबाजी करते नजर आए थे.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)