धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए आईआरसीटीसी ने श्री रामायण यात्रा टूर शुरू किए

इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज़्म कॉरपोरेशन (आईआरसीटीसी) ने शनिवार को बताया कि इस तरह की एक यात्रा सात नवंबर से शुरू हो रही है. पहली रामायण सर्किट ट्रेन सात नवंबर को नई दिल्ली से रवाना होगी और उसके बाद चार अन्य रेलगाड़ियां भी रवाना होंगी. रामायण सर्किट भारत सरकार की ‘स्वदेश दर्शन योजना’ के अंतर्गत चिह्नित थीम सर्किट में से एक महत्वपूर्ण सर्किट है.

(प्रतीकात्मक फोटो साभार: फेसबुक/आईआरसीटीसी)

इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज़्म कॉरपोरेशन (आईआरसीटीसी) ने शनिवार को बताया कि इस तरह की एक यात्रा सात नवंबर से शुरू हो रही है. पहली रामायण सर्किट ट्रेन सात नवंबर को नई दिल्ली से रवाना होगी और उसके बाद चार अन्य रेलगाड़ियां भी रवाना होंगी. रामायण सर्किट भारत सरकार की ‘स्वदेश दर्शन योजना’ के अंतर्गत चिह्नित थीम सर्किट में से एक महत्वपूर्ण सर्किट है.

(फोटो साभार: फेसबुक/आईआरसीटीसी)

नई दिल्ली: आईआरसीटीसी ने श्री रामायण यात्रा शृंखलाओं की योजना बनाई है, जो धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने और कोविड-19 संबंधी हालात में सुधार के मद्देनजर रेलगाड़ियों के जरिये घरेलू पर्यटन को फिर से शुरू करने की दिशा में मददगार होगी.

इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (आईआरसीटीसी) ने शनिवार को बताया कि इस तरह की एक यात्रा सात नवंबर से शुरू हो रही है.

एक वक्तव्य में बताया गया, ‘पहली रामायण सर्किट ट्रेन सात नवंबर को नई दिल्ली से रवाना होगी और उसके बाद चार अन्य रेलगाड़ियां भी रवाना होंगी.’

आईआरसीटीसी ने अपने आधिकारिक फेसबुक और ट्विटर पेज पर बताया है, ‘आईआरसीटीसी द्वारा चलाई जा रही अनूठी ‘श्री रामायण यात्रा’ के लिए ‘देखो अपना देश’ डीलक्स एसी पर्यटक ट्रेन 7 नवंबर को दिल्ली सफदरजंग स्टेशन से रवाना होगी. रामायण सर्किट भारत सरकार की ‘स्वदेश दर्शन योजना’ के अंतर्गत चिह्नित थीम सर्किट में से एक महत्वपूर्ण सर्किट है.’

बयान के अनुसार, ‘यह ट्रेन पर्यटकों को प्रभु श्रीराम से जुड़े सभी महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों जैसे कि अयोध्या, नंदीग्राम, जनकपुर, सीतामढ़ी, काशी, प्रयाग, श्रृंगवेरपुर, चित्रकूट, नासिक, हम्पी और रामेश्वरम का भ्रमण व दर्शन कराएगी. इस टूर की सभी सीटें पर्यटकों द्वारा आरक्षित कराई जा चुकी हैं.’

बयान में कहा गया है कि पर्यटकों की लगातार मांग को देखते हुए यह यात्रा 12 दिसंबर को दोबारा रवाना की जाएगी जिसका आरक्षण प्रारंभ किया जा चुका है.

बयान में कहा गया है, आईआरसीटीसी ने बजट और प्रीमियम सेगमेंट के पर्यटकों की आवश्यकता को समझते हुए अपनी तीर्थ विशेष पर्यटक ट्रेनों और डीलक्स पर्यटक ट्रेनों के साथ इस टूर पैकेज की योजना बनाई है.

दक्षिण भारत के तीर्थ पर्यटन बाजार की आवश्यकता को पूरा करने के लिए इस श्रेणी की 12 रात/13 दिन की एक अन्य ट्रेन में श्री रामायण यात्रा एक्सप्रेस-मदुरै शामिल है, जिसे आईआरसीटीसी 16 नवंबर से चलाएगा.

बयान में कहा गया है कि आईआरसीटीसी श्री रामायण यात्रा एक्सप्रेस-मदुरै का संचालन अपनी बजट श्रेणी की ट्रेन के साथ करेगी, जिसमें स्लीपर श्रेणी के कोच होंगे.

मदुरै से चलने वाली इस ट्रेन को डिंडीगुल, तिरुचिरापल्ली, करूर, इरोड, सेलम, जोलारपेट्टई, कटपदी, चेन्नई सेंट्रल, रेनिगुंटा और कडप्पा से भी पकड़ा जा सकता है. ट्रेन हम्पी, नासिक, चित्रकूट, इलाहाबाद, वाराणसी से होते हुए मदुरै लौटेगी.

बयान में कहा गया है कि इसी तरह श्री रामायण यात्रा एक्सप्रेस-श्रीगंगानगर का 16 रात/17 दिन का पैकेज भी है. यह ट्रेन 25 नवंबर को रवाना होगी.

उत्तर भारत के बजट सेगमेंट के पर्यटकों के लिए आईआरसीटीसी श्री रामायण यात्रा एक्सप्रेस-श्री गंगानगर को अपनी तीर्थ विशेष पर्यटक ट्रेनों के साथ संचालित कर रहा है.

बयान में कहा गया है कि ट्रेन श्री गंगानगर से चलेगी और अबोहर-मलौत, भटिंडा, बरनाला, पटियाला, राजपुरा, अंबाला कैंट, कुरुक्षेत्र, करनाल, पानीपत, दिल्ली कैंट, गुड़गांव, रेवाड़ी, अलवर, जयपुर, आगरा किला, इटावा और कानपुर इसके बोर्डिंग और डी-बोर्डिंग पॉइंट (ट्रेन में चढ़ने और उतरने की सुविधा वाले स्टेशन) हैं.

यह ट्रेन अयोध्या, सीतामढ़ी, जनकपुर, वाराणसी, इलाहाबाद, चित्रकूट, नासिक, हम्पी, रामेश्वरम, कांचीपुरम होते हुए श्री गंगानगर लौटेगी.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)