भाजपा केंद्र से सवाल पूछने वालों को राष्ट्रविरोधी क़रार दे देती है: तेलंगाना के मुख्यमंत्री

तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने भाजपा नेताओं को धमकी दी है कि अगर उन्होंने उनकी आलोचना करने के लिए अभद्र भाषा का इस्तेमाल बंद नहीं किया तो वह उनकी ज़बान काट देंगे.

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तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव. (फोटो: पीटीआई)

तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने भाजपा नेताओं को धमकी दी है कि अगर उन्होंने उनकी आलोचना करने के लिए अभद्र भाषा का इस्तेमाल बंद नहीं किया तो वह उनकी ज़बान काट देंगे.

तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव. (फोटो: पीटीआई)

हैदराबाद: तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने भाजपा नेताओं को धमकी दी है कि अगर उन्होंने उनकी आलोचना करने के लिए अभद्र भाषा का इस्तेमाल बंद नहीं किया तो वह उनकी जबान काट देंगे.

राव ने साथ ही यह भी कहा कि केंद्र से जो भी कुछ प्रश्नों के उत्तर मांगता है, भाजपा उसे राष्ट्रविरोधी करार दे देती है.

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की तेलंगाना इकाई के अध्यक्ष बी. संजय पर निशाना साधते हुए राव ने रविवार (सात नवंबर) को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि भाजपा नेता ओछी बातें कर रहे हैं और किसानों से राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश में हैं.

मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने किसानों से धान खरीदने से इनकार कर दिया, जबकि राज्य किसानों से जिंस खरीदने के लिए केंद्र स्थापित कर रहा है.

राव ने कहा, ‘टीआरएस राज्य में सबसे अधिक प्रतिनिधियों के साथ सबसे बड़ी पार्टी है. अब तक हमने कुत्ते के भौंकने के रूप में आपकी टिप्पणियों को सहन किया है. अब से यदि आप फालतू की बात करते हैं, बेहूदा शब्दों का प्रयोग करते हैं, तो हम आपके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे और आपसे सड़कों पर सवाल करेंगे. अगर आप बकवास करना जारी रखेंगे तो हम आपकी जबान काट देंगे, सावधान रहें.’

मुख्यमंत्री की टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए बी. संजय ने सोमवार को एक संवाददाता सम्मेलन में राज्य को मिल रहीं विभिन्न केंद्रीय निधियों का जिक्र किया और कहा कि राव बताएं कि उन्होंने किसानों के लिए क्या किया है.

मुख्यमंत्री राव ने सोमवार को यहां संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि क्या भाजपा मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक एवं सांसद वरुण गांधी को किसानों संबंधित उनके बयानों के लिए ‘राष्ट्र विरोधी’ कहेगी?

उन्होंने कहा, ‘केंद्र से जो भी जवाब मांगता है, उस पर राष्ट्र विरोधी का तमगा लगा दिया जाता है. वे दो या तीन कदम तैयार रखते हैं. पहला है राष्ट्र विरोधी तमगा लगा देना. दूसरा शहरी नक्सल की मोहर..’

राव तेलंगाना भाजपा प्रमुख संजय के उस बयान पर टिप्पणी कर रहे थे जिसमें उन्होंने कहा था कि केसीआर राष्ट्र विरोधी और सीमा मुद्दे पर चीन का समर्थन कर रहे हैं. उन्होंने राव के इस्तीफे की भी मांग की थी.

राव ने कहा, ‘कल मैंने कहा था कि चीन हमारी भूमि में घुसपैठ का प्रयास कर रहा है. तो क्या आप मुझ पर राष्ट्र विरोधी की मोहर लगा देंगे. यदि कोई व्यक्ति खबरों के आधार पर यह कह देता है कि चीन हमारी भूमि में अतिक्रमण कर रहा है तो वह राष्ट्र विरोधी हो जाता है.’

रविवार को राव ने दावा किया था कि चीन अरूणाचल प्रदेश में भारतीय भूमि पर अतिक्रमण कर रहा है तथा केंद्र ने अपनी छवि गंवा दी है.

सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) और विपक्षी भाजपा धान खरीद को लेकर एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रही हैं.

समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, यह आरोप लगाते हुए कि केंद्र सरकार पंजाब से धान खरीद रही है, राव ने कहा कि वह राज्य के भाजपा नेताओं से स्पष्ट जवाब चाहते हैं कि सरकार तेलंगाना से धान खरीदेगी या नहीं.

उन्होंने कहा कि तेलंगाना के किसान केंद्र सरकार से धान खरीदने की मांग को लेकर 12 नवंबर को लाखों की संख्या में राज्य के सभी विधानसभा क्षेत्रों में आंदोलन करेंगे.

उन्होंने चेतावनी दी, ‘जब तक आप तेलंगाना के किसानों से धान नहीं खरीदेंगे, हम आपको नहीं छोड़ेंगे.’

उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा कर्नाटक और मध्य प्रदेश जैसे कुछ राज्यों में पिछले दरवाजे की राजनीति के जरिये शासन कर रही है, हालांकि उसे जनादेश नहीं मिला था.

राव ने कहा, ‘आपने यहां (2018 के विधानसभा चुनावों में) 107 विधानसभा सीटों पर जमानत खो दी है.’ अधिकांश जन प्रतिनिधि पदों पर टीआरएस का कब्जा है.

उन्होंने भाजपा पर इसके खिलाफ बोलने वाले लोगों के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और आयकर (आई-टी) विभाग जैसी एजेंसियों का इस्तेमाल करने और मामले दर्ज करने का आरोप लगाया.

राव ने कहा, ‘आप मुझे धमकी नहीं दे सकते जैसे आप दूसरों के साथ करते हैं. हम सीधे हैं. अनावश्यक प्रयास न करें. यह बूमरैंग होगा.’

उन्होंने आगे आरोप लगाया, ‘पूरा देश यह घोषणा करता है कि केंद्र, जिसने हर साल दो करोड़ नौकरियों का वादा किया था, अब सालाना एक करोड़ नौकरियों की छंटनी कर रहा है, तेलंगाना में देश में सबसे कम बेरोजगारी दर है.’

उन्होंने पार्टी के अन्य नेताओं के टीआरएस में शामिल होने को उचित ठहराते हुए कहा कि उनकी पार्टी सक्षम नेताओं को समायोजित करेगी.

हाल ही में हुए हुजूराबाद उपचुनाव में टीआरएस की हार का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि जीत और हार राजनीति का हिस्सा है.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)