उत्तर प्रदेश के कासगंज में एक नाबालिग लड़की के ‘गुमशुदगी’ के सिलसिले में अल्ताफ़ नाम के युवक को हिरासत में लिया गया था, जहां उनकी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी. पुलिस ने बताया है कि लड़की 12 नवंबर को कासगंज रेलवे स्टेशन पर मिली.
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के कासगंज में एक नाबालिग लड़की के ‘गुमशुदगी’ के सिलसिले में हिरासत में लिए गए युवक अल्ताफ की मौत के सप्ताह भर बाद यह लड़की मिल गई है.
इंडिया एक्सप्रेस के अनुसार, पुलिस ने यह जानकारी दी है. पुलिस ने यह भी बताया कि 16 वर्षीय लड़की को सोमवार को स्थानीय अदालत में पेश किया गया था.
पुलिस ने बताया कि लड़की अल्ताफ की मौत के तीन दिन बाद शुक्रवार 12 नवंबर को कासगंज रेलवे स्टेशन पर मिली थी, सूत्रों के मुताबिक, मंगलवार को उसे परिवार को सौंप दिया गया.
कासगंज के पुलिस अधीक्षक रोहन प्रमोद बोत्रे ने बताया, ‘लड़की को कासगंज रेलवे स्टेशन से सुरक्षित बरामद किया गया. हमने उसकी तलाश के लिए कई टीमें गठित की थीं, हमने उसकी लोकेशन को ट्रैक किया. उसका मेडिकल परिक्षण करवाया गया था, जिसमें कोई भी चोट आदि नहीं पाई गई है. मजिस्ट्रेट के सामने उसका बयान दर्ज किया गया है और मामले के विभिन्न पहलुओं की आगे जांच की जाएगी.’
पुलिस के सूत्रों के अनुसार, लड़की ने अपने बयान में स्वीकारा है कि वह अल्ताफ को जानती थीं.
पुलिस ने पहले दावा किया था कि अल्ताफ और लड़की के बीच प्रेम संबंध था, लेकिन उनका रिश्ता टूट गया था. पुलिस ने कहा था कि अल्ताफ ने उन्हें ऐसा बताया था.
पुलिस ने यह भी कहा था कि उनके पास इसे साबित करने के लिए उनके पास सबूत हैं. दोनों की मुलाकात करीब पांच महीने पहले लड़की के घर पर एक निर्माण कार्य के दौरान हुई थी, जहां अल्ताफ बतौर मजदूर काम कर रहे थे.
सूत्रों ने बताया कि इस मामले को लेकर लड़की के परिवार ने पुलिस के साथ एक वीडियो साझा किया था.
ज्ञात हो कि नौ नवंबर को कासगंज में अल्ताफ़ नाम के युवक की पुलिस हिरासत में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी. पुलिस ने इसे ख़ुदकुशी बताया है जबकि मृतक के परिजनों ने पुलिस द्वारा बेरहमी से पीटे जाने से मौत होने का आरोप लगाया है.
इस मामले में कासगंज के कोतवाली थाने के पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है. पुलिस का दावा है कि अल्ताफ ने शौचालय के दो फीट के करीब ऊंचे नल के पाइप से अपने जैकेट की डोरी को बांधकर आत्महत्या की है.
अल्ताफ की मौत के मामले में अज्ञात पुलिसकर्मियों के खिलाफ धारा 302 (हत्या) के तहत केस दर्ज किया गया है. अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में विभागीय जांच और मजिस्टेरियल जांच साथ-साथ चल रही है. अल्पसंख्यक आयोग ने मामले में यूपी प्रशासन से रिपोर्ट तलब की है.