कोविड-19: अमेरिका में जान गंवाने वालों का आंकड़ा आठ लाख के पार, भारत में मृतक संख्या 4.76 लाख से अधिक

भारत में बीते एक दिन में कोरोना वायरस के 6,984 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 3,47,10,628 हो गई है. विश्व में संक्रमण के 27.15 करोड़ से अधिक मामले दर्ज किए जा चुके हैं.

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अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर के डोमिनो पार्क सोशल डिस्टेंसिंग के लिए बनाए गए घेरों में बैठे लोग. (फाइल फोटो: एपी/पीटीआई)

भारत में बीते एक दिन में कोरोना वायरस के 6,984 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 3,47,10,628 हो गई है. विश्व में संक्रमण के 27.15 करोड़ से अधिक मामले दर्ज किए जा चुके हैं.

अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर के डोमिनो पार्क सोशल डिस्टेंसिंग के लिए बनाए गए घेरों में बैठे लोग. (फाइल फोटो: एपी/पीटीआई)

नई दिल्ली: भारत में एक दिन में कोविड-19 के 6,984 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 3,47,10,628 हो गई. वहीं, उपचाराधीन मरीजों यानी सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 87,562 रह गई है.

स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बुधवार सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटे की अवधि में देश में 247 और मरीजों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 4,76,135 हो गई.

अमेरिका की जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, इस बीच पूरी दुनिया में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 27,15,01,910 हो गए हैं और अब तक 53,21,328 लोगों की जान जा चुकी है. इस बीच अमेरिका में कोविड-19 जान गंवाने वालों का आंकड़ा आठ लाख के पार कर गया. बुधवार को महामारी से सर्वाधिक प्रभावित देश में मृतक संख्या 8,00,343 हो गई थी.

भारत में लगातार 48 दिन से कोविड-19 के दैनिक मामले 15 हजार से कम सामने आ रहे हैं. उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 87,562 हो गई है, जो संक्रमण के कुल मामलों का 0.25 प्रतिशत है. यह दर मार्च 2020 के बाद से सबसे कम है.

पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 1,431 की कमी दर्ज की गई है. मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 98.38 प्रतिशत है, जो मार्च 2020 के बाद से सर्वाधिक है.

आंकड़ों के अनुसार, दैनिक संक्रमण दर 0.59 प्रतिशत दर्ज की गई, जो पिछले 72 दिन से दो प्रतिशत से कम है. साप्ताहिक संक्रमण दर 0.67 प्रतिशत दर्ज की गई, जो पिछले 31 दिन से एक प्रतिशत से कम है.

देश में अभी तक कुल 3,41,46,931 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं और कोविड-19 से मृत्यु दर 1.37 प्रतिशत है. राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक कोविड-19 रोधी टीकों की 134.61 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी है.

मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में पिछले 24 घंटे में जिन 247 लोगों की मौत संक्रमण से हुई, उनमें से केरल के 174 और महाराष्ट्र के 24 लोग थे.

केरल सरकार ने मंगलवार को एक सरकारी विज्ञप्ति में बताया कि राज्य में सामने आए मौत के 174 मामलों में से 28 मामले पिछले कुछ दिनों में सामने आए. वहीं, मौत के 146 मामलों को केंद्र तथा उच्चतम न्यायालय के नए दिशानिर्देशों के आधार पर कोविड-19 से मौत के मामलों में जोड़ा गया है.

आंकड़ों के अनुसार, देश में अभी तक कुल 4,76,135 लोगों की मौत संक्रमण से हुई है, जिनमें से महाराष्ट्र के 1,41,288, केरल के 43,344, कर्नाटक के 38,275, तमिलनाडु के 36,633, दिल्ली के 25,100, उत्तर प्रदेश के 22,914 और पश्चिम बंगाल के 19,620 लोग थे.

स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अभी तक जिन लोगों की कोरोना वायरस संक्रमण से मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं.

आंकड़ों के मुताबिक, देश में 110 दिन में कोविड-19 के मामले एक लाख हुए थे और 59 दिनों में वह 10 लाख के पार चले गए थे.

भारत में कोविड-19 संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 10 लाख से 20 लाख (7 अगस्त 2020 को) तक पहुंचने में 21 दिनों का समय लगा था, जबकि 20 से 30 लाख (23 अगस्त 2020) की संख्या होने में 16 और दिन लगे. हालांकि 30 लाख से 40 लाख (5 सितंबर 2020) तक पहुंचने में मात्र 13 दिनों का समय लगा है.

वहीं, 40 लाख के बाद 50 लाख (16 सितंबर 2020) की संख्या को पार करने में केवल 11 दिन लगे. मामलों की संख्या 50 लाख से 60 लाख (28 सितंबर 2020 को) होने में 12 दिन लगे थे. इसे 60 से 70 लाख (11 अक्टूबर 2020) होने में 13 दिन लगे. 70 से 80 लाख (29 अक्टूबर को 2020) होने में 19 दिन लगे और 80 से 90 लाख (20 नवंबर 2020 को) होने में 13 दिन लगे. 90 लाख से एक करोड़ (19 दिसंबर 2020 को) होने में 29 दिन लगे थे.

इसके 107 दिन बाद यानी पांच अप्रैल को मामले सवा करोड़ से अधिक हो गए, लेकिन संक्रमण के मामले डेढ़ करोड़ से अधिक होने में महज 15 दिन (19 अप्रैल को) का वक्त लगा और फिर सिर्फ 15 दिनों बाद चार मई को गंभीर स्थिति में पहुंचते हुए आंकड़ा 1.5 करोड़ से दो करोड़ के पार चला गया. चार मई के बाद करीब 50 दिनों में 23 जून को संक्रमण के मामले तीन करोड़ से पार चले गए थे.

मई रहा अब तक का सबसे घातक महीना

भारत में अकेले मई में कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान कोरोना वायरस के 92,87,158 से अधिक मामले सामने आए थे, जो एक महीने में दर्ज किए गए संक्रमण के सर्वाधिक मामले हैं.

इसके अलावा इसी महीने इस बीमारी के चलते 1,20,833 लोगों की जान भी गई थी. इस तरह यह महीना इस महामारी के दौरान सबसे खराब और घातक महीना रहा था.

सात मई को 24 घंटे में अब तक कोविड-19 के सर्वाधिक 4,14,188 मामले सामने आए थे और 19 मई को सबसे अधिक 4,529 मरीजों ने अपनी जान गंवाई थी.

रोजाना नए मामले 17 मई से 24 मई तक तीन लाख से नीचे रहे और फिर 25 मई से 31 मई तक दो लाख से नीचे रहे थे. देश में 10 मई को सर्वाधिक 3,745,237 मरीज उपचाररत थे.

वायरस के मामले और मौतें

दिसंबर महीने में एक दिन या 24 घंटे के दौरान सामने आए संक्रमण के मामलों की बात करें तो बीते 14 दिसंबर को 5,784, 13 दिसंबर को 7,350, 12 दिसंबर को 7,774, 11 दिसंबर को 7,992, 10 दिसंबर को 8,503, नौ दिसंबर को 9,419, आठ दिसंबर को 8,439, सात दिसंबर को 6,822, छह दिसंबर को 8,306, पांच दिसंबर को 8,895, चार दिसंबर को 8,603, तीन दिसंबर को 9,216, दो दिसंबर को 9,765 और एक दिसंबर को 8,954 नए मामले आए थे.

इसी तरह पिछले 24 घंटे में जान गंवाने वाले लोगों की बात करें तो बीते 13 दिसंबर को 252, 13 दिसंबर को 202, 12 दिसंबर को 306, 11 दिसंबर को 393, 10 दिसंबर को 624, नौ दिसंबर को 159, आठ दिसंबर को 195, सात दिसंबर को 220, छह दिसंबर को 211, पांच दिसंबर को 2,796 (बिहार और केरल में आंकड़ों के पुनर्मिलान के साथ), चार दिसंबर को 415, तीन दिसंबर को 391, दो दिसंबर को 477 और एक दिसंबर को 267 लोगों की मौत हुई थी.

नवंबर महीने में बीते एक दिन या 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक 13,091 मामले 11 नवंबर को और केरल में आंकड़ों के पुन:मिलान के बाद सर्वाधिक 621 लोगों की मौत 28 नवंबर को हुई थी.

अक्टूबर महीने में बीते एक दिन या 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक 26,727 नए मामले एक अक्टूबर को और केरल में आंकड़ों के पुन:मिलान के बाद सर्वाधिक 805 लोगों की मौत 29 अक्टूबर को हुई थी.

सितंबर महीने में बीते एक दिन या 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक 47,092 मामले दो सितंबर को सामने आए, जबकि दो सितंबर को ही सर्वाधिक 509 लोगों की जान गई थी.

अगस्त महीने में बीते 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक 46,759 मामले 28 अगस्त को दर्ज किए गए और इस अवधि में सर्वाधिक 648 लोगों की मौत 25 अगस्त को दर्ज की गई थी.

जुलाई महीने में बीते 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक 48,786 मामले एक जुलाई को सामने आए और एक दिन में मौत के सर्वाधिक 3,998 मामले (महाराष्ट्र द्वारा आंकड़ों में संशोधन किए जाने के बाद) 21 जुलाई को दर्ज किए गए थे.

जून महीने में बीते 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक मामले तीन जून को 1,34,154 आए थे और इस अवधि में मौत के सर्वाधिक 6,148 मामले (बिहार द्वारा आंकड़ों में संशोधन किए जाने के बाद) 10 जून को सामने आए थे.
अप्रैल महीने में बीते 24 घंटे के दौरान सर्वाधिक 3,86,452 नए मामले 30 तरीख को दर्ज किए गए थे, जबकि सबसे अधिक 3,645 लोगों की मौत 29 तारीख को हुई थी.

मार्च में 24 घंटे के दौरान सर्वाधिक 68,020 मामले 29 मार्च को सामने आए थे और महामारी से जान गंवाने वाले लोगों की सर्वाधिक संख्या 31 मार्च को दर्ज की गई. इस दिन 354 लोगों की मौत हुई थी, जो साल 2021 की पहली तिमाही (जनवरी से मार्च) का सर्वाधिक आंकड़ा है.

फरवरी माह में 24 घंटे में संक्रमण के सर्वाधिक 16,738 मामले 25 फरवरी को सामने आए थे और इस महीने सर्वाधिक 138 लोगों की मौतें भी इसी तारीख में दर्ज है.

जनवरी में 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक 20,346 मामले बीते सात जनवरी को दर्ज किए गए थे. वहीं इस अवधि में सबसे अधिक 264 लोगों की मौत छह जनवरी को हुई थी.

पिछले साल छह सितंबर को संक्रमण के नए मामले पहली बार 90 हजार (90,632) के पार हो गए थे. 28 अगस्त को पहली बार 70 हजार (75,760) के पार, सात अगस्त को पहली बार 60 हजार (62,538) के पार, 30 जुलाई को पहली बार 50 हजार के पार हो गए थे.

इसी तरह पिछले साल 20 जुलाई को यह पहली बार 40 हजार के पार, 16 जुलाई को पहली बार 30 हजार के पार, 10 जुलाई को पहली बार 25 हजार (26,506) के पार, तीन जुलाई को पहली बार 20 हजार के पार, 21 जून को पहली बार 15 हजार के पार और 20 जून को संक्रमण के नए मामलों की संख्या पहली बार 14 हजार के पार हुई थी.

अमेरिका: टीकाकरण मुहिम के बीच एक साल में मौत का आंकड़ा 800,000 के पार

बाल्टीमोर: अमेरिका में कोविड-19 से मरने वालों की संख्या मंगलवार को 800,000 के पार पहुंच गई, इनमें 200,000 से अधिक लोगों की जान तब गई जब टीके उपलब्ध थे.

जॉन्स हॉपकिन्स विश्वविद्यालय द्वारा संकलित मौतों की संख्या अटलांटा और सेंट लुइस की साझा या मिनियापोलिस और क्लीवलैंड की कुल जनसंख्या के बराबर है.

अमेरिका में किसी भी देश की तुलना में मृतक संख्या सबसे अधिक है. अमेरिका में दुनिया की आबादी का लगभग 4 प्रतिशत हिस्सा है, लेकिन दो साल पहले चीन में महामारी की शुरुआत के बाद हुई मौत के 53 लाख ज्ञात मामलों के लगभग 15 प्रतिशत मामले अमेरिका से है.

माना जाता है कि अमेरिका और दुनिया भर में वास्तविक मृत्यु दर काफी अधिक है, क्योंकि मौत के कई मामलों को अनदेखा या छुपाया गया था. वॉशिंगटन विश्वविद्यालय के पूर्वानुमान मॉडल में एक मार्च तक अमेरिका में कुल 880,000 से अधिक मौत का अनुमान है.

स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने अफसोस जताया कि अमेरिका में मौत के कई मामले ऐसे रहे जो हृदयविदारक रहे, क्योंकि उन्हें टीके के माध्यम से रोका जा सकता था. टीके एक साल पहले दिसंबर के मध्य में उपलब्ध हो गए थे और इस साल अप्रैल के मध्य तक सभी वयस्कों के लिए इसे सुलभ कर दिया था.

लगभग 20 करोड़ अमेरिकियों या आबादी के 60 प्रतिशत से अधिक लोगों का पूर्ण टीकाकरण हो चुका है,वहीं वायरस को नियंत्रण में रखने के लिए वैज्ञानिकों का कहना है कि यह बहुत कम है.

जॉन्स हॉपकिन्स ब्लूमबर्ग स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के एक महामारी विज्ञानी डॉ. क्रिस बेयरर ने कहा, ‘वर्तमान में जिन लोगों की संक्रमण से मौत हो रही है, उनकी जान बचाई जा सकती थी. ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि उन्होंने टीके नहीं लिए थे और आप जानते हैं कि यह एक भयानक त्रासदी है.’

जब टीकाकरण की पहली बार शुरुआत की गई तब देश में मरने वालों की संख्या लगभग 300,000 थी. जून के मध्य में यह संख्या 600,000 और एक अक्टूबर में 700,000 के पार पहुंच गई.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)