कोविड-19 संक्रमण के 37,379 नए मामले सामने आए, ओमीक्रॉन केस 1892 हुए

भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़कर 3,49,60,261 हो गए हैं और पिछले 24 घंटे में 124 लोगों की मौत के बाद इस महामारी की चपेट में आकर जान गंवाने वालों का आंकड़ा 4,82,017 पहुंच गया है. विश्व में संक्रमण के 29.25 करोड़ से ज़्यादा मामले दर्ज किए गए हैं और अब तक 54.49 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है.

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(प्रतीकात्मक फोटो: पीटीआई)

भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़कर 3,49,60,261 हो गए हैं और पिछले 24 घंटे में 124 लोगों की मौत के बाद इस महामारी की चपेट में आकर जान गंवाने वालों का आंकड़ा 4,82,017 पहुंच गया है. विश्व में संक्रमण के 29.25 करोड़ से ज़्यादा मामले दर्ज किए गए हैं और अब तक 54.49 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है.

(फोटो: पीटीआई)

नई दिल्ली: देश के 23 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से कोरोना वायरस के नए स्वरूप ‘ओमीक्रॉन’ के अब तक 1,892 मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें से 766 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं या विदेश चले गए हैं.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मंगलवार को अद्यतन किए गए आंकड़ों के मुताबिक, नए स्वरूप के महाराष्ट्र में सबसे अधिक 568 मामले सामने आए हैं. इसके बाद दिल्ली में 382, केरल में 185, राजस्थान में 174, गुजरात में 152, और तमिलनाडु में 121 मामले सामने आए हैं.

मंत्रालय की ओर से सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, भारत में एक दिन में कोविड-19 के 37,379 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमण के मामलों की संख्या बढ़कर 3,49,60,261 हो गई है, जबकि उपचाराधीन मरीजों यानी सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 1,71,830 पर पहुंच गई है.

आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में 124 और संक्रमितों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 4,82,017 हो गई है. इन 124 मौतों में सर्वाधिक 71 लोगों की मौत केरल में हुई और पश्चिम बंगाल में 13 मरीजों की मौत हुई है.

अमेरिका की जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, इस बीच पूरी दुनिया में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 29,25,63,815 हो गए हैं और अब तक 54,49,508 लोगों की जान जा चुकी है.

भारत में वायरस से अब तक कुल 4,82,017 मौतें हो चुकी हैं, जिनमें महाराष्ट्र से 1,41,553, केरल से 48,184, कर्नाटक से 38,351, तमिलनाडु से 36,796, दिल्ली से 25,110, उत्तर प्रदेश से 22,916 और पश्चिम बंगाल से 19,794 मौतें शामिल हैं.

उपचाराधीन मामले संक्रमण के कुल मामलों का 0.49 प्रतिशत हैं, जबकि कोविड-19 से स्वस्थ होने की राष्ट्रीय दर 98.13 प्रतिशत है. पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 26,248 मामलों की वृद्धि दर्ज की गई है.

मंत्रालय के अनुसार, संक्रमण की दैनिक दर 3.24 प्रतिशत और साप्ताहिक दर 2.05 प्रतिशत दर्ज की गई. देश में अब तक कुल 3,43,06,414 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं और कोविड-19 से मृत्यु दर 1.38 प्रतिशत है.

राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत कोविड-19 रोधी टीकों की अब तक 146.70 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी है.

स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अभी तक जिन लोगों की कोरोना वायरस संक्रमण से मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं.

आंकड़ों के मुताबिक, देश में 110 दिन में कोविड-19 के मामले एक लाख हुए थे और 59 दिनों में वह 10 लाख के पार चले गए थे.

भारत में कोविड-19 संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 10 लाख से 20 लाख (7 अगस्त 2020 को) तक पहुंचने में 21 दिनों का समय लगा था, जबकि 20 से 30 लाख (23 अगस्त 2020) की संख्या होने में 16 और दिन लगे. हालांकि 30 लाख से 40 लाख (5 सितंबर 2020) तक पहुंचने में मात्र 13 दिनों का समय लगा है.

वहीं, 40 लाख के बाद 50 लाख (16 सितंबर 2020) की संख्या को पार करने में केवल 11 दिन लगे. मामलों की संख्या 50 लाख से 60 लाख (28 सितंबर 2020 को) होने में 12 दिन लगे थे. इसे 60 से 70 लाख (11 अक्टूबर 2020) होने में 13 दिन लगे. 70 से 80 लाख (29 अक्टूबर को 2020) होने में 19 दिन लगे और 80 से 90 लाख (20 नवंबर 2020 को) होने में 13 दिन लगे. 90 लाख से एक करोड़ (19 दिसंबर 2020 को) होने में 29 दिन लगे थे.

इसके 107 दिन बाद यानी पांच अप्रैल 2021 को मामले सवा करोड़ से अधिक हो गए, लेकिन संक्रमण के मामले डेढ़ करोड़ से अधिक होने में महज 15 दिन (19 अप्रैल 2021) का वक्त लगा और फिर सिर्फ 15 दिनों बाद चार मई 2021 को गंभीर स्थिति में पहुंचते हुए आंकड़ा 1.5 करोड़ से दो करोड़ के पार चला गया. चार मई 2021 के बाद करीब 50 दिनों में 23 जून 2021 को संक्रमण के मामले तीन करोड़ से पार चले गए थे.

वायरस के मामले और मौतें

जनवरी महीने में कोविड 19 संक्रमण की बात करें तो एक दिन या 24 घंटे में तीन दिसंबर को 33,750, दो जनवरी को 27,553 और एक जनवरी को 22,775 नए मामले दर्ज किए गए थे.

इस महीने में पिछले 24 घंटे में जान गंवाने वाले लोगों की बात करें तो तीन दिसंबर को 123, दो जनवरी को 284 और एक जनवरी को 406 लोगों की मौत हुई थी.

बीते साल का मई रहा है सबसे घातक महीना

भारत में अकेले मई 2021 में कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान कोरोना वायरस के 92,87,158 से अधिक मामले सामने आए थे, जो एक महीने में दर्ज किए गए संक्रमण के सर्वाधिक मामले हैं.

इसके अलावा मई 2021 इस बीमारी के चलते 1,20,833 लोगों की जान भी गई थी. इतने मामले और इतनी संख्या में मौतें किसी अन्य महीने में नहीं दर्ज की गई हैं.

इस तरह यह महीना इस महामारी के दौरान सबसे खराब और घातक महीना रहा था.

सात मई 2021 को 24 घंटे में अब तक कोविड-19 के सर्वाधिक 4,14,188 मामले सामने आए थे और 19 मई 2021 को सबसे अधिक 4,529 मरीजों ने अपनी जान गंवाई थी.

रोजाना नए मामले 17 मई से 24 मई 2021 तक तीन लाख से नीचे रहे और फिर 25 मई से 31 मई 2021 तक दो लाख से नीचे रहे थे. देश में 10 मई 2021 को सर्वाधिक 3,745,237 मरीज उपचाररत थे.

कोविड-19 वायरस: साल 2021 में किस महीने-कितने केस दर्ज हुए जानने के लिए यहां क्लिक करें

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)