केवल जनवरी महीने में 1,213 करोड़ रुपये के चुनावी बॉन्ड बेचे गएः आरटीआई

एक आरटीआई आवेदन के जवाब में एसबीआई ने बताया कि चुनावी बॉन्ड शुरू होने के बाद से ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी विधानसभा चुनाव से पहले इतनी बड़ी राशि के बॉन्ड बेचे गए. इस अवधि में बैंक की मुंबई शाखा ने सर्वाधिक 489.6 करोड़ रुपये के बॉन्ड बेचे और नई दिल्ली शाखा में सबसे अधिक बॉन्ड भुनाए गए.

(फोटो: रॉयटर्स)

एक आरटीआई आवेदन के जवाब में एसबीआई ने बताया कि चुनावी बॉन्ड शुरू होने के बाद से ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी विधानसभा चुनाव से पहले इतनी बड़ी राशि के बॉन्ड बेचे गए. इस अवधि में बैंक की मुंबई शाखा ने सर्वाधिक 489.6 करोड़ रुपये के बॉन्ड बेचे और नई दिल्ली शाखा में सबसे अधिक बॉन्ड भुनाए गए.

(फोटो: रॉयटर्स)

नई दिल्लीः भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने जनवरी में 1,213 करोड़ रुपये के चुनावी बॉन्ड बेचे हैं जिनमें से अधिकतर (784.84) बैंक की नई दिल्ली की शाखा में भुनाए गए हैं.

द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक, इस हफ्ते सूचना के अधिकार के तहत मिली जानकारी के मुताबिक, बैंक की मुंबई शाखा ने सबसे अधिक 489.6 करोड़ रुपये के बॉन्ड बेचे गए हैं.

यह जानकारी ऐसे समय में सामने आई है, जब गोवा, मणिपुर, पंजाब, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में विधानसभा चुनावों के लिए प्रचार जोरों पर है.

आरटीआई कार्यकर्ता कन्हैया कुमार की आरटीआई पर एसबीआई ने सोमवार को जवाब देते हुए कहा कि 2018 में योजना शुरू होने के बाद से किसी विधानसभा चुनाव से पहले इस बार बॉन्ड की यह राशि सबसे अधिक रही.

वास्तव में इस जवाब से पता चलता है कि एक से 10 जनवरी तक 19वें स्लॉट में बेचे गए बॉन्ड का मूल्य अप्रैल 2021 में विधानसभा चुनाव के आखिरी सेट की तुलना में बेचे गए (695 करोड़ रुपये) बॉन्ड से लगभग दोगुना है.

नई दिल्ली शाखा का उपयोग सबसे अधिक बॉन्ड को भुनाने के लिए किया गया और इस शाखा से 117.12 करोड़ रुपये के चुनावी बॉन्ड बेचे गए.

आरटीआई के जवाब से पता चलता है कि चेन्नई, कोलकाता और हैदराबाद की शाखाओं से 227 करोड़ रुपये, 154 करोड़ रुपये और 126 करोड़ रुपये के बॉन्ड बेचे गए.

नई दिल्ली के बाद कोलकाता शाखा में सबसे ज्यादा चुनावी बॉन्ड (224 करोड़ रुपये) भुनाए गए. इसके बाद चेन्नई (100 करोड़ रुपये) में सर्वाधिक भुनाए गए.

जिन राज्यों में चुनाव हो रहे हैं, वहां सबसे कम संख्या में बॉन्ड भुनाए गए हैं, जिनमें चंडीगढ़ में 50 करोड़ रुपये के बॉन्ड, लखनऊ में 3.21 करोड़ रुपये और गोवा में 90 लाख रुपये के बॉन्ड शामिल हैं.

यह योजना 2018 में शुरू हुई, जिसके तहत भारतीय नागरिक और कंपनियां एसबीआई की 29 शाखाओं से बॉन्ड खरीद सकते हैं. इसके तहत 1,000 रुपये, 10,000 रुपये, एक लाख रुपये, 10 लाख रुपये और एक करोड़ रुपये के बॉन्ड खरीदकर गुपचुप तरीके से राजनीतिक दलों को चंदे में दिया जा सकता है.

अप्रैल 2021 में तमिलनाडु, केरल, पश्चिम बंगाल, असम और पुदुचेरी विधानसभा के आखिरी चरण में जुलाई 2021 में 150 करोड़ रुपये के बॉन्ड और अक्टूबर 2021 में 614 करोड़ रुपये के बॉन्ड खरीदे गए थे.’

बीते दिनों एक रिपोर्ट में बताया गया था कि बीते चार सालों में बिके कुल चुनावी बॉन्ड में से 92 फीसदी एक करोड़ रुपये मूल्य के थे.

इन सालों में लगभग 7,995 करोड़ रुपये के 15,420 चुनावी बॉन्ड बेचे गए. इनमें से 7,974 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के 15,274 चुनावी बॉन्ड राजनीतिक दलों द्वारा भुनाए गए. 20 करोड़ रुपये से कुछ अधिक मूल्य के नहीं भुनाए गए बॉन्ड प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष भेजे गए.

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